बिहार के छपरा में स्टेट चैंपियनशिप सेपक टकरा- 2025 का होगा आयोजन, युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करने का प्रयास: विजय शर्मा

बिहार के छपरा में स्टेट चैंपियनशिप सेपक टकरा- 2025 का होगा आयोजन, युवाओं को खेल के प्रति प्रेरित करने का प्रयास: विजय शर्मा

इस तरह के खेल आयोजनों से छपरा जैसे शहर को राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलने की संभावना: जिला सचिव

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श्रीनारद मीडिया, छपरा, (बिहार):


राज्य के युवाओं को खेलकूद की ओर आकर्षित करना, उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से सशक्त बनाना और साथ ही सेपक टकरा जैसे पारंपरिक व रोमांचक खेल को बढ़ावा देना इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य है। उक्त बातें बिहार सेपक टकड़ा संघ के सचिव विजय शर्मा ने शहर के भागवत विद्यापीठ स्थित खेल परिसर में निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि सेपक टकरा संघ द्वारा बिहार के सारण जिला मुख्यालय स्थित छपरा शहर में राज्य स्तरीय सेपक टकरा प्रतियोगिता का आयोजन आगामी 10 से 12 अक्टूबर के बीच किया जा रहा है। इस तीन दिवसीय आयोजन को लेकर पूरे बिहार के खेल प्रेमियों और खिलाड़ियों में उत्साह का माहौल है। सेपक टकरा, जिसे ‘किक वॉलीबॉल’ के नाम से भी जाना जाता है, एक अनूठा और तेजी से लोकप्रिय हो रहा खेल है, जिसमें खिलाड़ियों को अपनी चपलता, फुर्ती और संतुलन का उत्कृष्ट प्रदर्शन करना होता है। भारत में यह खेल धीरे-धीरे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रहा है और बिहार में भी इसके प्रति युवाओं में बढ़ती रुचि देखी जा रही है।

 

बिहार सेपक टकड़ा संघ के कोंच पंकज रंजन ने कहा कि भारत में सेपक टकरा को वर्ष 2000 में भारतीय ओलंपिक संघ और खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता मिलने के बाद सेपक टकरा फेडरेशन ऑफ इंडिया (STFI) की स्थापना 10 सितंबर 1982 को नागपुर, महाराष्ट्र में हुई थी। लेकिन भारत ने वर्ष 2006 में पहली बार एशियाई खेलों में अपनी टीम भेजी थी। वर्ष 2018 में जकार्ता एशियाई खेलों में भारत ने पुरुष रेगु इवेंट में कांस्य पदक जीता था, जिसके बाद देश में इस खेल की चर्चा शुरू हुई। वहीं इसी वर्ष 2025 में पटना के पाटलिपुत्र इंडोर स्टेडियम में आयोजित सेपक टकरा विश्व कप में भारत ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया है। जिसमें भारतीय पुरुष रेगु टीम ने जापान को 2-1 से हराकर पहला स्वर्ण पदक जीता। वहीं भारत ने कुल सात पदक हासिल किया था। जिनमें एक स्वर्ण, एक रजत और पांच कांस्य शामिल था। इस उपलब्धि की प्रशंसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी की है। हालांकि देश के मणिपुर में यह खेल विशेष रूप से लोकप्रिय है, और वहां से कई उत्कृष्ट खिलाड़ी उभरे हैं।

सेपक टकड़ा संघ के जिला सचिव तरुण कुमार सिंह ने बताया कि प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन, स्थानीय खेल संघ, स्कूल प्रबंधन और स्वयं सेवकों की टीम मिलकर तैयारियों में जुटी हुई है। स्थानीय निवासियों में भी इस आयोजन को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। क्योंकि इस तरह के खेल आयोजनों से छपरा जैसे शहर को राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिलेगी, जिससे भविष्य में और भी बड़े खेल आयोजनों के लिए मार्ग प्रशस्त होगा। आगामी 10, 11 और 12 अक्टूबर को होने वाली इस प्रतियोगिता से उम्मीद की जा रही है कि यह आयोजन न केवल सफल होगा, बल्कि सेपक टकरा खेल को बिहार में नई उड़ान देने का काम करेगा। साथ ही यह प्रतियोगिता राज्य के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मंच प्रदान करने का कार्य करेगी, जो भविष्य में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बिहार का नाम रौशन कर सकते हैं।

बिहार सेपक टकरा संघ के सचिव विजय शर्मा, कोंच पंकज रंजन, राष्ट्रीय रेफरी अरुण कुमार, खेलों इंडिया के कोंच अजीत कुमार, सारण जिला इकाई के सचिव तरुण कुमार सिंह, कोषाध्यक्ष राजेश कुमार, सारण जिला कबड्डी संघ के सचिव पंकज कश्यप, भागवत विद्यापीठ के प्राचार्य डॉ अमरेंद्र सिंह, सारण जिला योगासन स्पोर्ट्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष धर्मेंद्र रस्तोगी, वी एन उपाध्याय सहित कई अन्य खेल से जुड़े अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।

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