सीवान में नेता रईस खान की हुई गिरफ्तारी

सीवान में नेता रईस खान की हुई गिरफ्तारी

श्रीनारद  मीडिया सेंट्रल डेस्क

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 बिहार में सीवान जिले मेंसिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर स्थित लोजपा (आर) के नेता सह पूर्व एमएलसी प्रत्याशी सह कुख्यात रईस खान के आवास पर रविवार की सुबह जिला पुलिस की मदद से एसटीएफ की टीम ने छापेमारी की।

टीम ने आवास से भारी मात्रा में हथियार व गोली बरामद कर रईस खान सहित चार लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इस मामले में एसपी मनोज कुमार तिवारी ने बताया कि अभी तक के जांच में भारी मात्रा में एके 47 की गोली, पिस्टल, कट्टा, बुलेट प्रूफ जैकेट, सहित अन्य सामान को बरामद किया गया है।

छापेमारी के दौरान सारण डीआइजी निलेश कुमार, एसपी मनोज कुमार तिवारी, एसटीएफ के डीएसपी सहित जिले के कई थानाध्यक्ष उपस्थित थे। घर के आगे काफी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी।

घर के आगे डीआईजी की लगी गाड़ी

पुलिसिया कार्रवाई के बाद पूरे ग्यासपुर सहित आसपास के इलाके में सन्नाटा पसर गया है। वहीं कार्रवाई से पूरे क्षेत्र में सनसनी का माहौल है। स्थानीय लोगों में छापेमारी के कारणों को लेकर तरह-तरह की चर्चा बनी हुई हैं।

बता दें कि रईस खान व उसके भाई अयूब खान ने कुछ माह पूर्व ही लोक जनशक्ति पार्टी (आर) में शामिल हुए हैं। वहीं रईस खान द्वारा रघुनाथपुर विधानसभा सीट से दावेदारी करने की बात सामने आ रही है। इसके पहले भी रईस खान कई बार जेल जा चुका है।

2016 में कार्बाइन व हैंड ग्रेनेड के साथ पकड़ा गया था रईस खान

बता दें कि मई 2016 में रईस खान को तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार शाह के नेतृत्व में एसटीएफ और एसआइटी की टीम ने छापेमारी कर कार्रबाइन व हैंड ग्रेनेड के साथ पकड़ा था। इस कार्रवाई के दौरान एसआइटी टीम में शामिल जवानों एवं रईस खान के गुर्गो के बीच हाथापाई भी हुई थी।

इसके बाद रईस खान मौके का फायदा उठाकर भागने लगा था। इस दौरान त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार किया गया था। बता दें कि उस समय पुलिस के पहुंचने की भनक मिलते ही बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग भी करनी शुरू कर दी थी।

इसके बाद पुलिस टीम द्वारा मोर्चा संभाला गया और जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की गई थी। दोनों तरफ से करीब 18 राउंड गोली चली थी। उस समय रईस खान पर सरकार ने 50 हजार रुपये का इनाम भी रखा था। बता दें कि रईस खान को 2015 में मोस्ट वांटेड घोषित किया गया था।

2022 में हत्या मामले में नामजद था रईस खान

बता दें कि सिसवन थाना क्षेत्र के ग्यासपुर गांव के समीप सात सितंबर 2022 की अल सुबह करीब ढाई बजे गश्त दल पर फायरिंग कर एक जवान पटना के मसौढ़ी निवासी बाल्मीकि यादव की हत्या करने के मामले में सिसवन थानाध्यक्ष के बयान पर रईस खान, वीरेंद्र राम, अभय यादव व छपरा के तरैया निवासी मोहम्मद आफताब एवं पांच अज्ञात के विरूद्व प्राथमिकी हुई थी। जिसमें रईस खान ने 19 मई 2023 को कोर्ट में सरेंडर किया था।

 बता दें कि ग्यासपुर पंचायत की आबादी 15 हजार से अधिक है। इसमें लगभग 50 प्रतिशत से अधिक मुस्लमानों की आबादी है। कुछ मुस्लमानों को छोड़कर सभी खान ब्रदर्स को स्पोर्ट करते हैं। इससे पुलिस बल को छापेमारी करने में दिक्कत होती हैं।सुरक्षा के मद्देनजर ग्यासपुर गांव स्थित मदरसा से लेकर पूरब ग्यासपुर मठिया बाजार तक तथा पश्चिम में लकड़ी दुकान तक सीसी कैमरा से पूरी तरह से लैस किया गया है। पुलिस अगर सीसी कैमरे के फुटेज की जांच करे तो कई खुलासें होंगे।

गौरतलब है कि सीवान के ग्यासपुर निवासी रईस खान और अयूब खान, जिन्हें खान ब्रदर्स के नाम से जाना जाता है, लोजपा नेता चिराग पासवान के करीबी हैं. वे कुछ महीने पहले ही पार्टी में शामिल हुए हैं. रईस खान रघुनाथपुर विधानसभा सीट से लोजपा की ओर से चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि ओसामा शहाब राजद से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं.

2022 में एमएलसी चुनाव के दौरान रईस खान पर गोली चलाई गई थी. इस गोलीबारी में ओसामा शहाब नाम का व्यक्ति आरोपी था. दोनों गुटों के बीच दरार गहरी है. दोनों ने एक-दूसरे पर कई आरोप लगाए हैं. सीवान की राजनीति में इनका खासा प्रभाव है।

 

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