ब्रिटेन की नौ विश्वविद्यालय भारत में अपना परिसर खोलने जा रही है
कौन-कौन सी यूनिवर्सिटीज खोलेंगी कैंपस?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच रक्षा एवं शिक्षा क्षेत्रों में हुए समझौतों का विशेष तौर पर उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हम संयुक्त रूप से डिफेंस उत्पादन करने की ओर बढ़ रहे हैं। दोनों देशों की डिफेंस इंडस्ट्रीज को जोड़ रहे हैं। हमने मिलिटरी ट्रेनिंग में सहयोग पर समझौता किया है।
इसके तहत भारतीय वायुसेना के फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर्स ब्रिटेन की रायल एयर फोर्स में ट्रेनर के रूप में कार्य करेंगे। इसी प्रकार शिक्षा क्षेत्र में हुए समझौतों का उल्लेख करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ब्रिटेन की नौ यूनिवर्सिटीज भारत में अपने कैंपस खोलने जा रही हैं। वहां की साउथेंपटन यूनिवर्सिटी के गुरुग्राम कैंपस का उद्घाटन भी हो चुका है। इसमें छात्रों का पहला बैच प्रवेश ले चुका है।
इसी प्रकार गिफ्ट सिटी में ब्रिटेन की तीन और यूनिवर्सिटीज के कैंपस निर्माण का कार्य चल रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने ब्रिटेन में बसे 18 लाख भारतीयों को दोनों देशों के बीच की जीवंत कड़ी बताते हुए कहा कि इन प्रवासी भारतीयों ने ब्रिटिश समाज और अर्थव्यवस्था में अपने मूल्यवान योगदान से दोनों देशों के बीच मित्रता, सहयोग एवं विकास के पुल को मजबूत किया है।
कौन-कौन सी यूनिवर्सिटीज खोलेंगी कैंपस?
यूनिवर्सिटी ऑफ साउथैम्पटन: गुरुग्राम कैंपस पहले से चल रहा है और पहला बैच एनरोल्ड हो चुका है.
यूनिवर्सिटी ऑफ लंकास्टर: बेंगलुरु में कैंपस, इंडियन बिजनेस और लोकल यूनिवर्सिटीज के साथ पार्टनरशिप.
यूनिवर्सिटी ऑफ सरे:अहमदाबाद में इंटरनेशनल ब्रांच कैंपस.
यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल: मुंबई में एंटरप्राइज कैंपस, 2026 समर से पहला बैच.
यूनिवर्सिटी ऑफ यॉर्क:मुंबई कैंपस,सस्टेनेबिलिटी,फ्यूचर टेक और क्रिएटिव इंडस्ट्री पर फोकस.
यूनिवर्सिटी ऑफ एबरडीन: अगले साल से कैंपस.
यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल: बेंगलुरु में कैंपस. UGC अप्रूवल मिला.
क्वीन्स यूनिवर्सिटी बेलफास्ट: 2026 से शुरू.
यूनिवर्सिटी ऑफ कोवेंट्री: अगले साल से.
सस्ता वर्ल्ड-क्लास एजुकेशन: UK की डिग्री घर बैठे मिलेगी.विदेश जाने का खर्च वीजा,हॉस्टल बच जाएगा. फीस लोकल यूनिवर्सिटीज से थोड़ी ज्यादा होगी लेकिन क्वालिटी UK की होगी.
रिसर्च और जॉब्स: इंडस्ट्री पार्टनरशिप से इंटर्नशिप और जॉब्स मिलने में आसानी होगी. सस्टेनेबिलिटी, टेक, मेडटेक जैसे कोर्सेस में स्किल्स मिलेंगी.
ग्लोबल एक्सपोजर: UK की फैकल्टी और इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के साथ पढ़ाई का मौका मिलेगा.
महिलाओं और ग्रामीणों को फायदा: स्कॉलरशिप्स और लोकल कैंपस से गरीब/महिला स्टूडेंट्स को एक्सेस मिलेगा.
प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच हुई बातचीत के बाद भारत में ब्रिटेन के नौ विश्वविद्यालय के कैंपस खोलने की बात कही गई है जिनमें गुरुग्राम स्थित साउथेम्प्टन विश्वविद्यालय पहले से ही कार्यरत है. भारत और ब्रिटेन के बीच शिक्षा व सहयोग संबंधित बढ़ावे की दिशा से ये एक महत्वपूर्ण कदम है.
आपको जानकारी के लिए बता दें कि हजारों की संख्या में भारतीय छात्र पढ़ाई करने के लिए ब्रिटेन जाते हैं. 1 लाख से ज्यादा भारतीय छात्र हैं जो यहां की यूनिवर्सिटी में अंडरग्रेजुएट से लेकर पोस्ट ग्रेजुएट तक करने के लिए जाते हैं. यहां कई यूनिवर्सिटी ऐसी भी हैं जो मुफ्त में भारतीय छात्रों को पढ़ाने के लिए जानी जाती है. सरकार की स्कीम और प्रवेश परीक्षा के अलावा योग्य छात्रों को टॉप यूनिवर्सिटी में मुफ्त शिक्षा का लाभ भी मिलता है. ऐसे में भारत में ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी का कैंपस का खुलना कई लिहाज से फायदेमंद रहेगा और शिक्षा में एक बड़ा बदलाव भी हो सकेगा.