प्रशांत किशोर ने ली जन सुराज के हार की जिम्मेदारी

प्रशांत किशोर ने ली जन सुराज के हार की जिम्मेदारी

श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क:

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प्रशांत किशोर ने ली जन सुराज के हार की जिम्मेदारी, बोले – हम लोग व्यवस्था परिवर्तन नहीं कर सके मैं इसकी जिम्मेदारी लेता हूं, इसके प्रायश्चित के लिए 20 तारीख को भितिहरवा गांधी आश्रम में एक दिन का मौन उपवास रखेंगे

PK राजनीति छोड़ने के सवाल पर बोले – महाभारत में अभिमन्यु को घेर कर मारा गया फिर भी जीत पांडवों की हुई, हम बिहार छोड़कर कहीं नहीं जा रहे हैं और 3 साल में जितनी मेहनत की है अब दोगुनी मेहनत करेंगे

प्रशांत किशोर बोले – सरकार ने हर विधानसभा में 60-62 हजार लोगों को 10 हजार रुपए दिए, अब सरकार को वादे के अनुसार अगले 6 महीने में स्वरोजगार के लिए 2 लाख रुपए भी देना चाहिए

पटना। जन सुराज पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने आज पाटलिपुत्र स्थित कैम्प कार्यालय में महत्वपूर्ण प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने बिहार विधानसभा चुनाव में जन सुराज पार्टी को मिली हार की जिम्मेवारी खुद पर ली। कहा कि हमलोग व्यवस्था परिवर्तन नहीं कर सके। हमारी सोच में कुछ गलती हुई होगी। यह जिम्मेवारी मेरी है और मैं खुद इसे स्वीकार करता हूं। जीतने वालों को बधाई देते हैं। हमारे लिए यह आत्मचिंतन का समय है। जिन लोगों की अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर सके, उनसे क्षमा मांगते हैं। साथ ही प्रायश्चित के तौर पर 20 तारीख को भीतिहरवा आश्रम में एक दिन का सामूहिक उपवास रखेंगे।

साथ ही कहा कि चुनाव में हमें वोट नहीं मिला, लेकिन वोट नहीं मिलना गुनाह नहीं है। हमने कुछ गुनाह नहीं किया है। बिहार में जहां सिर्फ़ जाति-धर्म की राजनीति होती है, वहां हमने मुद्दों की राजनीति की है। इस बार भी जो ऐसा करके जीते हैं, अब उन्हें हिसाब देना ही होगा।

उन्होंने अपने राजनीति छोड़ने वाले बयान पर किए गए पत्रकारों के सवाल का जवाब भी दिया। कहा कि महाभारत में पांडवों के साथ भगवान थे फिर भी अभिमन्यु को घेरकर मार दिया गया। लेकिन फिर भी अभिमन्यु को मारने वालों की जीत नहीं हुई। जीत आख़िरकार पांडवों की ही हुई। मैं बिहार छोड़नेवाला नहीं हूं। तीन साल में जितनी मेहनत किए हैं उससे दुगुनी मेहनत करेंगे। पीछे हटने का सवाल ही नहीं है।

प्रशांत किशोर ने साथ ही बिहार सरकार द्वारा चुनाव के दौरान स्वरोजगार के लिए रुपये बांटे जाने पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि बिहार ही नहीं, देश के इतिहास में पहली बार राज्य सरकार ने जनता के करीब 40 हजार करोड़ रुपया खर्च करने का बड़ा वादा किया है। लोगों ने इसके लिए ही उन्हें वोट दिया है। हर विधानसभा में 60-62 हजार महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 10-10 हजार रुपया दिया गया। पूरा सरकारी तंत्र लगाया गया और बताया गया कि सरकार जीती तो आगे 2 लाख रुपया भी मिलेगा। जीविका दीदियों, ममता-आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा 29 हजार करोड़ रुपया बांटा गया है। अब सरकार से आग्रह है कि जिन डेढ़ करोड़ महिलाओं को 2 लाख देना है उन्हें अगले 6 महीने में दे दीजिए, नहीं तो यह स्पष्ट हो जाएगा कि आपने उन्हें योजना के तहत नहीं बल्कि वोट खरीदने के लिए पैसा दिया है।

उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार ने अगर वोट नहीं खरीदा है तो वो छह महीने में इन्हें 2-2 लाख रुपये दे दें। हमने कहा था और उन्हें 25 से ज्यादा सीटें नहीं आनी थी लेकिन पैसा बांटकर वोट खरीदा गया है। अब अगले छह महीना में इन्हें रुपया दीजिए नहीं तो हम 9121691216 नंबर जारी कर रहे हैं। जिन लोगों को अगले 6 महीना में यह 2 लाख रुपया नहीं मिलता है, वो कॉल कर बताइए। हम आपलोगों के साथ सरकारी ऑफ़िसों में चलेंगे। आपकी लड़ाई जारी रखेंगे।

इस दौरान प्रेस कांफ्रेंस में जन सुराज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज भारती, वरिष्ठ नेता व कुम्हरार से उम्मीदवार रहे प्रो केसी सिन्हा, वरिष्ठ वकील व मांझी से उम्मीदवार रहे वाईवी गिरी, विधान पार्षद अफाक आलम, प्रदेश महासचिव किशोर कुमार, वरिष्ठ नेता सुभाष सिंह कुशवाहा, रामबली सिंह चंद्रवंशी, विनीता मिश्रा और प्रदेश मीडिया प्रभारी ओबैदुर रहमान समेत कई नेता मौजूद रहे।

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