अमनौर में असामाजिक तत्वों का तांडव, निजी विद्यालय में आगजनी कर बेंच जलाकर किया खाक, निदेशक को बनाया बंधक

अमनौर में असामाजिक तत्वों का तांडव, निजी विद्यालय में आगजनी कर बेंच जलाकर किया खाक, निदेशक को बनाया बंधक

श्रीनारद मीडिया,  पंकज मिश्रा, अमनौर, छपरा (बिहार):

WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
previous arrow
next arrow
WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
00
previous arrow
next arrow

छपरा जिले के अमनौर थाना क्षेत्र से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है। बंदे गांव स्थित ज्ञान ज्योति पब्लिक स्कूल में बीती रात असामाजिक तत्वों ने जमकर उत्पात मचाया। बदमाशों ने विद्यालय परिसर में रखे सभी बेंचों में आग लगा दी, जिससे पूरा फर्नीचर जलकर राख हो गया। इसके साथ ही विद्यालय की छत पर रखे करकट को भी तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

विद्यालय के निदेशक संतोष तिवारी ने बताया कि वे रात में विद्यालय परिसर में ही सो रहे थे। इसी दौरान उन्हें परिसर में किसी की मौजूदगी का आभास हुआ। जब वे बाहर निकले तो देखा कि कुछ असामाजिक तत्व हथियार के बल पर उनसे रंगदारी की मांग कर रहे थे। पैसे देने से इनकार करने पर बदमाशों ने उन्हें बंधक बना लिया और विद्यालय में आग लगा दी।

निदेशक के अनुसार, जब तक विद्यालय के सभी बेंच जलकर राख नहीं हो गए, तब तक बदमाशों ने उन्हें बंधक बनाए रखा। इसके बाद आरोपी उन्हें छोड़कर फरार हो गए। घटना के बाद वे दौड़ते हुए अपने घर पहुंचे और परिवार वालों को पूरी घटना की जानकारी दी।

पीड़ित ने यह भी बताया कि करीब डेढ़ माह पहले उनकी दुकान में भी आग लगाई गई थी, जिसकी सूचना अमनौर थाना की 112 नंबर टीम द्वारा दी गई थी। उस समय उन्होंने अमनौर थाने में लिखित आवेदन भी दिया था, लेकिन डेढ़ माह बीत जाने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई।

ताजा घटना को लेकर भी अब तक अमनौर थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है, जिससे पीड़ित और ग्रामीणों में आक्रोश है।

फिलहाल मामला गंभीर है और शिक्षा संस्थान को निशाना बनाए जाने से इलाके में दहशत का माहौल बना हुआ है। अब देखना यह है कि अमनौर पुलिस और प्रशासन इस मामले में कब और क्या कार्रवाई करता है।

यह भी पढ़े

जीरादेई में सात दिवसीय श्रीमद भागवत कथा प्रारंभ

एक के बाद एक तीन ट्रकों की आपस में जोरदार टक्कर, ट्रक चालक घायल

धूम धाम से मनाया गया श्री श्रीठाकुर अनुकूलचंद्र जी का 138 वाँ जन्म महोत्सव

भारत की समृद्ध कलात्मक विरासत को कारीगरों के कौशल को बढ़ावा देना और सांस्कृतिक परंपराओं का जश्न मनाना इसका मुख्य उद्देश्य: डॉ अंजू सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!