क्या सोने का मूल्य प्रति 10 ग्राम 3 लाख रुपये तक पहुंचने वाला है?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

सोने की कीमतों को लेकर बाजार में एक बार फिर चर्चाएं तेज हो गई हैं. अमेरिकी वित्तीय संस्थाओं की रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि आने वाले वर्षों में सोना 3 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है. हालांकि, यह अनुमान तुरंत या शॉर्ट टर्म का नहीं, बल्कि 2030 तक का एक लॉन्ग-टर्म और हाई-एंड प्रोजेक्शन माना जा रहा है. प्रमुख अमेरिकी अर्थशास्त्रियों और वैश्विक वित्तीय संस्थानों के बीच फिलहाल इस आंकड़े पर कोई सर्वसम्मति नहीं है.
बड़े अमेरिकी बैंकों के अनुमान
कई नामी अमेरिकी वित्तीय संस्थानों ने सोने की कीमतों तेजी आने की भविष्यवाणी की है, लेकिन उनके अनुमान अपेक्षाकृत ज्यादा रूढ़िवादी हैं. जेपी मॉर्गन और मॉर्गन स्टेनली के अनुसार, 2026 के अंत तक सोना 5,000 डॉलर प्रति औंस या उससे ऊपर जा सकता है. मौजूदा डॉलर-रुपया विनिमय दर के हिसाब से यह करीब 1.75 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम बैठता है. गोल्डमैन सैक्स ने भी 2026 तक सोने में करीब 20% की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया है, जिससे कीमतें 1.5 लाख से 1.75 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के दायरे में रह सकती हैं.
रॉबर्ट कियोसाकी का सुपर-बुलिश अनुमान
रिच डैड पुअर डैड के लेखक और चर्चित निवेशक रॉबर्ट कियोसाकी का नजरिया इन सबसे कहीं ज्यादा आक्रामक है. उन्होंने लॉन्ग टर्म में सोने के लिए 27,000 डॉलर प्रति औंस (8 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम से ज्यादा) का निजी लक्ष्य बताया है. हालांकि, यह एक व्यक्तिगत राय है और इसे मुख्यधारा के आर्थिक अनुमानों में शामिल नहीं किया जाता.
2030 तक 3 लाख का दावा कहां से आया
रिच डैड पुअर डैड के लेखक रॉबर्ट कियोसाकी के अनुमान के बाद भारत में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में अनुमान यह लगाया जाने लगा कि सोने का भाव अब 3 लाख रुपये तक पहुंच जाएगा. मजे की बात यह है कि इन रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि 2030 तक 3 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का स्तर संभव हो सकता है. लेकिन उनका यह अनुमान आमतौर पर डिबेट, इंटरव्यू या विश्लेषणात्मक चर्चा के दौरान सामने आया है, न कि इसकी आधिकारिक रिपोर्ट या फिर कोई सर्वमान्य डेटा ही है.
किन वजहों से चमक रहा है सोना
सोने की कीमतों में मौजूदा तेजी के पीछे कई बड़े कारण हैं. भू-राजनीतिक तनाव और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, जिससे निवेशक सुरक्षित विकल्प की ओर रुख कर रहे हैं. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद, जिससे डॉलर कमजोर और सोना मजबूत होता है. केंद्रीय बैंकों द्वारा बड़े पैमाने पर सोने की खरीद, जिसने मांग को नई ऊंचाई दी है. इन कारणों से हाल ही में सोना 1.3 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को भी पार कर चुका है.
निवेशकों के लिए क्या है सही संदेश
सोने की कीमतों में 3 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा फिलहाल एक अत्यधिक आशावादी और लॉन्ग-टर्म अनुमान है, न कि कोई तय या गारंटीड नतीजा ही सामने आया है. हालांकि, वैश्विक हालात को देखते हुए यह साफ है कि सोना आने वाले वर्षों में भी निवेशकों के लिए एक मजबूत सेफ हेवन एसेट बना रह सकता है. ऐसे में विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि निवेश फैसले जोश में नहीं, बल्कि रणनीति और जोखिम संतुलन के साथ लिए जाएं.


