विदा क्या करें हम भरे इस नयन से….
निवर्तमान जिला कला और संस्कृति पदाधिकारी डॉक्टर ऋचा वर्मा के विदाई समारोह में बही भावना की प्रबल बयार
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

विदा क्या करें हम भरे इस नयन से, मन रो रहा है आपके गमन से… जब उपनिदेशक अल्प संख्यक कल्याण श्री उपेन्द्र कुमार यादव ने ये पंक्तियां काव्यात्मक लहजे में सुनाई तो वातावरण में भावना की प्रबल बयार बह उठी। अवसर था सीवान की निवर्तमान जिला कला और संस्कृति पदाधिकारी डॉक्टर ऋचा वर्मा की विदाई समारोह का, जो खेल भवन में शिक्षकगण द्वारा आयोजित किया गया था।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक श्री उपेन्द्र कुमार यादव ने किया। मौके पर जिला योजना पदाधिकारी श्री जितेंद्र प्रताप सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता सह शिक्षाविद् श्री गणेश दत्त पाठक, डॉन वास्को की प्राचार्या डॉक्टर प्रियंका पायल आदि भी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मनोरंजन कुमार सिंह ने किया। मालूम हो कि डॉक्टर ऋचा वर्मा अब ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के तहत समस्तीपुर महिला महिला महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के तौर पर उस स्थान पर योगदान देंगी, जहां पहले स्वर कोकिला स्वर्गीय शारदा सिन्हा सेवारत रही थी।
खेल भवन में बेहद भावपूर्ण माहौल में निवर्तमान जिला कला और संस्कृति पदाधिकारी डॉक्टर ऋचा वर्मा को विदाई दी गई। इस अवसर पर चित्रकार रजनीश मौर्य ने कहा कि मैडम ने सिवान में कला और संस्कृति के छुपे हुए आयामों को उद्घाटित किया और एक ऐसी रेखा खींची है, जो भविष्य में भी मार्गदर्शन देंगी।
कला शिक्षक चंदन कुमार ने कहा कि मैडम ने दूसूती कला के कलाकारों का, जो उत्साहवर्धन किया, उसे सिवान कभी भूल नहीं सकता। संगीत शिक्षिका श्वेता श्रीवास्तव ने कहा कि मैडम ग्रीन रूम की व्यवस्थाओं के साथ कलाकारों की हर सुविधा का ख्याल रखती थी। डॉन बॉस्को की प्राचार्या डॉक्टर प्रियंका पायल ने कहा कि मैडम की संवेदनापूर्ण व्यवहार के हम कायल हैं। मैडम अब उस स्थान पर सेवा देने जा रही हैं, जहां कभी स्वर्गीय शारदा सिन्हा कार्यरत रही । ऐसे में उनसे बिहार के सांस्कृतिक विरासत को उम्मीदें बहुत है।
शिक्षाविद् सह सामाजिक कार्यकर्ता गणेश दत्त पाठक ने कहा कि स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहन और सम्मान देने का डॉक्टर ऋचा वर्मा जी का योगदान अविस्मरणीय है। रानी लक्ष्मी बाई स्पोर्ट्स क्लब के संस्थापक श्री संजय पाठक ने कहा कि खेल पदाधिकारी के तौर पर मैडम का नेतृत्व हमलोगों को बहुत कुछ सीखने का अवसर प्रदान किया।

मौके पर विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद जिला योजना पदाधिकारी श्री जितेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि डॉक्टर ऋचा वर्मा का कार्यकाल एक नजीर रहा है, जो भविष्य के लिए मार्गदर्शक भी होगा। उनका नया सफर भी शानदार हो यह शुभकामना उन्हें प्रेषित करते हैं। अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में उपनिदेशक अल्पसंख्यक कल्याण सह जिला खेल पदाधिकारी श्री उपेन्द्र कुमार यादव ने कहा कि डॉक्टर ऋचा वर्मा ने अपनी निर्भीकता, पहल करने की क्षमता, संवेदनशीलता, धैर्य और सराहना की लालसा के बगैर जो प्रशासनिक प्रतिष्ठा हासिल की वह अदभुत है। उनके उज्जवल भविष्य की हम कामना करते हैं।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉक्टर ऋचा वर्मा ने कहा कि जब मुझे सूचना मिली कि डफरा नृत्य के स्थानीय कलाकार जिला स्थापना दिवस में मिले मोमेंटो की घर में पूजा करते हैं तो मुझे बेहद सुखद अनुभूति हुई। सिवान में जो संघर्ष मुझे करना पड़ा, उसने मुझे और सशक्त बनाया है। यहां की मधुर यादें मुझे ताजिंदगी ऊर्जस्वित, प्रेरित करती रहेगी। बिहार के सांस्कृतिक बुनियाद को यदि मैं मजबूती प्रदान करने में मेरे कुछ प्रयास भविष्य में सार्थक अंजाम तक पहुंच सकें तो मैं अपने को धन्य मानूंगी।
विदाई समारोह में संजय पाठक, विजय जादूगर, आजाद कुमार, अरविंद शंकर, उपेन्द्र कुमार, शिवेंद्र प्रसाद, राम किशुन अकेला, देवेंद्र कुमार गुप्ता, संतोष सिंह, वाल्मीकि ओझा, बृजेश कुमार, विजय प्रताप सिंह, रवि गुप्ता, असलम अंसारी आदि मौजूद रहे।


