
संतान प्राप्ति के लिए, करें पुत्रदा एकादशी व्रत
श्रीनारद मीडिया, दारौंदा, सीवन (बिहार)।
सीवन जिला सहित दारौंदा प्रखण्ड के विभिन्न क्षेत्रों में पौष मास के शुक्ल पक्ष की पुत्रदा एकादशी व्रत 30 दिसंबर, मंगलवार को श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जाएगी।
बगौरा निवासी आचार्य श्री जितेन्द्रनाथ पाण्डेय ने बताया कि पुराणों में इस एकादशी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है।
इस व्रत के प्रभाव से संतान सुख की प्राप्ति होती है और परिवार में सुख-समृद्धि का वास होता है। विशेषकर जिन दंपतियों को संतान प्राप्ति में कठिनाई होती है, वे श्रद्धापूर्वक इस व्रत को करते हैं।
पुत्रदा एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करने से व्रती की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
इस दिन प्रातःकाल स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण कर व्रत का संकल्प लिया जाता है। फिर भगवान विष्णु की विधिवत पूजा कर कथा का श्रवण किया जाता है।
दिनभर उपवास रखकर अगले दिन द्वादशी को पारण किया जाता है।
उन्होंने कहा कि पौष मास की ठंड में किया गया यह व्रत आत्मसंयम और आस्था का प्रतीक माना जाता है। कहा जाता है कि इस व्रत के प्रभाव से वंश वृद्धि के साथ-साथ पापों का नाश होता है।
इस दिन विशेषकर विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना बेहद पुण्यदायी होता हैं।


