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डॉ मुचकुंद दुबे के निधन पर शिक्षाविदों व बुद्धिजीवियों ने प्रकट की शोक संवेदना - श्रीनारद मीडिया

डॉ मुचकुंद दुबे के निधन पर शिक्षाविदों व बुद्धिजीवियों ने प्रकट की शोक संवेदना

डॉ मुचकुंद दुबे के निधन पर शिक्षाविदों व बुद्धिजीवियों ने प्रकट की शोक संवेदना

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श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

डॉ मुचकुंद दुबे भारत में समान शिक्षा प्रणाली का अलख जगाने वाले शिक्षाविद एवं पूर्व विदेश सचिव डॉ मुचकुंद दुबे के आकस्मिक निधन पर शिक्षाविदों,बुद्धिजीवियों समाजसेवियों ने अपनी-अपनी शोक संवेदनाएं व्यक्त की। वे काफी मर्माहत नजर आये। विदित हो कि डॉ दुबे का निधन दिल्ली के एक निजी अस्पताल में 26 जून बुधवार को इलाज के दरम्यान हो गया। वे बहुत दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। शिक्षा में बराबरी का समान स्कूली शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत सरकार द्वारा डॉ मुचकुन्द दूबे की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था।

आयोग के रिपोर्ट मे डॉ दुबे का मानना था कि सरकार केन्द्रीय विद्यालय के एक बच्चे की शिक्षा पर बीस हजार रुपये सलाना खर्च करती है जबकि सरकारी विद्यालय में यह खर्च महज पांच हजार रुपये सलाना है।उन्होंने इसको शिक्षा की गुणवता में बाधक बताया था। उनका मानना था कि शिक्षा सभी के लिए यानी सभी जाति और वर्ग के लिए समान रुप से लागू हो।सब की शिक्षा एक समान हो और एक ही छत के नीचे हो।राष्ट्रपति का बेटा हो या भंगी का बेटा हो।

मंत्री का लडका हो या संतरी का लड़का हो। ब्यूरोक्रेट का लड़का हो या आदेशपाल का लडका हो। अमीर का लड़का हो या गरीब का बेटा हो,सभी की शिक्षा सरकारी विद्यालय में एक ही छत के नीचे समान रूप से दी जाय।उन्होंने समान स्कूली शिक्षा प्रणाली के दस्तावेज में इसकी पुरजोर वकालत की। डॉ मुचकुन्द दुबे भारत के विदेश सचिव डिप्लोमेट एवं हाल में सामाजिक विकास परिषद नई दिल्ली के अध्यक्ष थे। वे जाने माने राजनयिक,न्यूयार्क एवं बंग्लादेश का उच्चायुक्त रहे थे। अन्तराष्ट्रीय स्तर पर भी वे शिखर पर रहे है।

सेवानिवृति के पश्चात आठ वर्षो तक जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय दिल्ली में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रहे। 1933 में अखंड बिहार में जन्मे डॉ दुबे 1957 मे विदेश सेवा में चयनित हुए। 90 वर्ष की उम्र मे उनका निधन दिल्ली के एक निजी अस्पताल में हो गया।बुद्धिजीवियों ने बताया कि उनके निधन से राष्ट्र को अपूर्णीय क्षति हुई है।शोक व्यक्ति करनेवालों में शिक्षाविद,सेवानिवृत शिक्षक आदि मौजूद थे।

मौके पर भोजपुरी विकास मंडल के अध्यक्ष युगल किशोर दुबे, मार्कन्डेय दीक्षित,उस्ताद कमर सीवानी, प्रो उपेन्द्र यादव,अपूर्व तिवारी, जयनाथ गिरि रामनरेश सिंह, उपेन्द्र कुमार, शिक्षक साहेब सिंह विजेता, एडवोकेट प्रवीण कुमार , डॉ आशुतोष कुमार,डॉ श्वेताकुमारी, विकास कुमार,मयंक कुमार पांडेय,अंजलि सिंह,शोभा कुमारी, अजय कुमार,सुरेंद्र पासवान, राजीव रंजन आदि लोगो ने शोक व्यक्त किया।

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