सेकेंड डोज को पूरा करते हुए कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करें: डीएम

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जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई स्वास्थ्य विभाग की मासिक एवं आईसीडीएस योजना से संबंधित समीक्षात्मक बैठक:
स्वास्थ्य के सभी सूचकों पर लक्ष्य के अनुरूप उपलब्धि हासिल करे:

श्रीनारद मीडिया‚ किशनगंज,  (बिहार)

किशनगंज जिलाधिकारी ने कहा है कि सेकेंड डोज को पूरा करते हुए कोविड टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करें। उन्होंने कहा स्वास्थ्य सुविधाओं के मामले में पिछड़े जिलों में गिने जाने वाले किशनगंज में अब स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से से काफी बेहतर हुई हैं। रचना भवन के सभागार में शुक्रवार को जिलाधिकारी-सह-अध्यक्ष जिला स्वास्थ्य समिति डॉ आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग एवं सामेकित बाल विकास कार्यक्रम की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई थी। मासिक बैठक में सिविल सर्जन डॉ श्रीनंदन ने बताया कि प्रखंडवार टीकाकरण, मातृत्व स्वस्थ्य, शिशु स्वास्थ्य परिवार कल्याण, किशोर-किशोरी कार्यक्रम, वेक्टर जनित रोग, टीबी नियत्रंण, अंधापन, गैर संचारी रोग, एएनसी जांच, टीकाकरण, संस्थागत प्रसव,अस्पताल में प्रसव से जुड़ी सेवाओं को सुदृढ़ करने का प्रयास किया जा रहा है। बैठक में सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन, गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ देवेन्द्र कुमार, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी मंजूर आलम, जिला कार्यक्रम प्रबंन्धक डॉ. मुनाज़िम, जिला समन्वयक विस्वजित कुमार, इपिडेमियोलॉजिस्ट रीना प्रवीण, यूनिसेफ के एसएमसी एजाज अफजल, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ.अनिशुर रहमान, केयर के प्रशुनजीत प्रमाणिक, सीफार के जिला समन्वयक, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी सामेकित बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, सभी महिला पर्यवेक्षिका, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, लेखापाल आदि उपस्थित रहे।

ऑक्सीजन प्लांट, सिटी सकैन, डायलिसिस, डिजिटल एक्स-रे, दीदी की रसोई की सुविधा:
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया जिले के सदर अस्पताल में कोरोना की तीसरी लहर से बचाव को सदर अस्पताल के हर बेड तक ऑक्सीजन पहुँचाने के क्रम में मशीन लगकर तैयार है। हवा से ऑक्सीजन बनाने की अनूठी टेक्नोलॉजी पर आधारित पीएसए ऑक्सीजन प्लांट में पांच सौ (एलपीएम) लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन होगा जो पाइप लाइन से सदर अस्पताल के हर बेड तक पहुंचाया जयगा। किसी भी मरीज को ऑक्सीजन की कमी नहीं होगी। एक सप्ताह के अंदर प्लांट मशीन लग कर सप्लाई शुरू हो जाएगी। वहीं सिटी सकैन, डायलिसिस, डिजिटल एक्स-रे की सुविधा दी जा रही है। इसके अलावा लेबर रूम में जहां पहले एक ऑक्सीजन कन्संट्रेटर था वहीं अब पांच उपलब्ध हैं। 80 बेड में ऑक्सीजन पाइप लाइन का कार्य भी कराया गया है। पैडल सेक्शन मशीन की जगह इलेक्ट्रॉनिक सेक्शन महीन उपलब्ध करायी गयी है। वहीं मरीज को चिकित्सा के साथ-साथ शुद्ध एवं पौष्टिक आहार मिलना अति आवश्यक है इसी उद्धेश्य से सदर अस्पताल में दीदी की रसोई की शुरुआत की गई है। इससे मरीजों के साथ परिजनों को भी काफी सहूलियत मिल रही है।

जल्द ही लक्ष्य द्वारा प्रमाणीकरण से सुरक्षित प्रसव को मिलेगा बढ़ावा:
स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर करने के उद्देश्य से लक्ष्य कार्यक्रम के तहत प्रमाणीकरण के लिए सदर अस्पताल का राज्य स्तरीय टीम के द्वारा निरीक्षण किया जा चुका है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ अनवर हुसैन ने बताया कि जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के सफल प्रयास से सदर अस्पताल में नए प्रसव कक्ष, मैटरनिटी सेंटर, ऑपरेशन थियेटर प्रसूता के लिए बनाये गए हैं। लक्ष्य कार्यक्रम का मूल उद्देश्य यह होता है कि प्रसूति विभाग से संबंधित सभी तरह की सुविधाओं को सुदृढ़ बनाना और इससे जुड़ी हुई सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार लाना। जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने, प्रसव के बाद जच्च बच्चा को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिहाज से लक्ष्य प्रमाणीकरण बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है। 6-12 सितंबर तक दंपत्ति संपर्क सप्ताह और 13 – 25 सितंबर तक परिवार नियोजन सेवा पखवाड़ा का सफल आयोजन पूरे जिले में किया जायेगा।

जिले में 05 सीएचसी, 03 पीएचसी 10 एपीएचसी में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध:
जिले में स्वास्थ्य सुविधा के बढ़ते क्रम में कुल 05 सीएचसी, 03 पीएचसी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित 10 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (एपीएचसी) को किर्याशील किया गया है। इन सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में चिकित्सक एवं दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है तथा एपीएचसी में एक -एक डॉक्टर के अलावा स्टाफ नर्स की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा कोविड से निपटने के लिए एक वर्ष के लिए सात डाक्टरों का नियोजन किया गया है। इसके अलावा मंगलवार, बुधवार एवं शुक्रवार को ई-संजीवनी के माध्यम से घर बैठे भी ओपीडी की सुविधा का जिले वासी स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं। टेली मेडिशिन का भी लाभ मिल रहा है।

संभावित तीसरी लहर में बच्चों को सुरक्षा के लिए उपलब्ध है चाइल्ड फ्रेंडली डेडिकेटड पेडिएट्रिक वार्ड:
संक्रमण की संभावित तीसरी लहर में बच्चों को प्रभावित करने की संभावना को देखते हुए जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश के सफल प्रयास से सदर अस्पताल में वातानुकूलित चाइल्ड फ्रेंडली डेडिकेटड पेडिएट्रिक वार्ड में 40 बेड का ऑक्सीजन सपोर्ट बेड के लिए वार्ड का निर्माण करवाया गया है। जिसमें इंटेंसिव केयर यूनिट की भी व्यवस्था उपलब्ध है। वेंटिलेटर तथा अन्य आधुनिक तकनीकी सहायता से यहां बच्चों का इलाज किया जाएगा।

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