NH-227 पर गड्ढों को लेकर कार्रवाई, 2 इंजीनियर सस्पेंड, 2 बर्खास्त और एक चीफ इंजीनियर को शोकॉज नोटिस.
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के मधुबनी में NH-227 पर गड्ढों को लेकर कार्रवाई हुई है। पथ निर्माण विभाग ने इसके लिए जिम्मेदार चीफ इंजीनियर से लेकर जूनियर इंजीनियर तक पर कार्रवाई की है। 2 इंजीनियर सस्पेंड, 2 बर्खास्त और एक चीफ इंजीनियर को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है।
पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बताया कि एग्जीक्यूटिव इंजीनियर लोकेश नाथ मिश्रा और एक जूनियर इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है। उनके साथ काम करने वाले असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर को सेवा से मुक्त कर दिया गया है। साथ ही सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ईश्वरी प्रसाद सिंह और नेशनल हाईवे के चीफ इंजीनियर अमरनाथ पाठक को शोकॉज नोटिस दिया गया है।
नोटिस में पूछा गया कि ठेकेदार ने काम करना छोड़ दिया तो सड़क की मरम्मत क्यों नहीं की गई। इस पर जवाब मिला कि बीते जून को बिहार दौरे पर आए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी इस नेशनल हाईवे के निर्माण के लिए शिलान्यास कर चुके हैं। बारिश के बाद इसका काम शुरू हो जाएगा।
केंद्र बोला- अभी बिहार ने यह सड़क नहीं सौंपी
केंद्र सरकार के सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने ट्वीट कर बताया कि इस सड़क को NHAI (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) बनाएगी। हालांकि अभी तक बिहार सरकार ने इसे हैंड ओवर नहीं किया है। इस प्रोजेक्ट पर काम दाे हफ्ते में शुरू होगा।
क्या है मामला
बता दें कि मधुबनी से गुजरने वाला नेशनल हाईवे-227 इन दिनों सुर्खियों में है। इसकी वजह यह है कि हाइवे पर सड़क कम गड्ढे ज्यादा हैं। सबसे बड़ा गड्ढा तो 100 फीट का है। इस सड़क से छोटी गाड़ियों समेत ट्रक और डंपर जैसे बड़े वाहन भी गुजरते हैं, जिससे हादसों का डर बना रहता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले 7 सालों से सड़क की ऐसी ही हालत है, लेकिन किसी को कुछ फर्क नहीं पड़ता। वहीं, सड़क बनाने वाला ठेकेदार फरार है।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ सड़क का वीडियो
यह हालत कलुआही-बासोपट्टी-हरलाखी से गुजरने वाले मुख्य मार्ग की है। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है। ड्रोन से बने इस वीडियो को देखकर लोग तरह-तरह के कमेंट्स कर रहे हैं। एक यूजर ने पूछा कि सड़क कहां है? सभी जगह सिर्फ गड्ढे ही दिख रहे हैं।
7 सालों से जर्जर पड़ी सड़क
स्थानीय लोगों ने बताया कि 2015 के बाद से ही यह सड़क पूरी तरह से जर्जर हालत में है। इसे बनाने के लिए अब तक तीन बार टेंडर जारी किया जा चुका है, लेकिन सभी ठेकेदारों ने कुछ दूर सड़क बनाने के बाद काम छोड़ दिया और फरार हो गए। इस हाईवे से कई बड़े राजनेताओं का आना-जाना लगा रहा, लेकिन किसी ने भी इसकी बदहाली पर ध्यान नहीं दिया। सरकार और विभागीय अधिकारियों ने भी इसकी अनदेखी की।
स्थानीय विधायक ने सदन में उठाया मुद्दा
स्थानीय BJP विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने सदन के जरिए तीन बार अलग-अलग सत्रों में सवाल उठाया, लेकिन NH के अधिकारियों को कोई खास फर्क नहीं पड़ा। चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष परशुराम पूर्वे ने बताया कि बारिश में 500 दुकानों के मालिकों और 15 हजार परिवार को काफी परेशानी होती है।
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