अनचाहे गर्भ से सुरक्षा के लिए महिला बंध्याकरण को अपनाएं, सरकार देगी 3 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि
• प्रथम शिशु के बाद दूसरे शिशु के जन्म में 3 साल का अंतराल जरूरी
• स्थायी साधन के तौर पर महिला बंध्याकरण और पुरूष नसबंदी की सुविधाएं
• पुरूष नसबंदी पर भी सरकार देती है प्रोत्साहन राशि
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, छपरा (बिहार):
बढ़ती जनसंख्या न सिर्फ परिवार बल्कि पूरे समाज और देश के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है। सीमित संसाधनों के बीच बच्चों की परवरिश, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार जैसी बुनियादी जरूरतें पूरी करना मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में छोटे परिवार की अवधारणा ही सुरक्षित और सुखी भविष्य की कुंजी मानी जा रही है।
इसी दिशा में बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत कई तरह के अस्थायी और स्थायी साधनों की सुविधा उपलब्ध कराई है।महिलाओं के लिए कॉपर-टी, गर्भनिरोधक इंजेक्शन, साप्ताहिक और दैनिक गर्भनिरोधक गोलियां, महिला कंडोम और आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली जैसे अस्थायी साधन उपलब्ध हैं। वहीं स्थायी सुरक्षा के लिए महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा भी दी जाती है। सरकार की ओर से लाभार्थियों को बंध्याकरण कराने पर 3000 रुपये और प्रेरक को 400 रुपये प्रोत्साहन राशि भी दी जाती है। ये सभी सुविधाएं पूरी तरह निःशुल्क सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध हैं।
अस्थायी साधनों की व्यवस्था
महिलाओं के लिए विभाग की ओर से कई अस्थायी उपाय उपलब्ध हैं। इनमें कॉप्पर-टी (380A और 375), गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा, साप्ताहिक गर्भनिरोधक गोली छाया, दैनिक गोली माला-एन, महिला कंडोम और आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली (ईसी) प्रमुख हैं। ये सभी साधन पूरी तरह निःशुल्क सरकारी अस्पतालों और उपकेंद्रों में मिलते हैं।
स्थायी उपाय : महिला व पुरुष नसबंदी
अनचाहे गर्भ से स्थायी सुरक्षा के लिए महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा भी सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में उपलब्ध है। महिला प्रसव के सात दिन के भीतर बंध्याकरण करा सकती है। यह सुविधा सीजेरियन ऑपरेशन के दौरान भी दी जाती है।
प्रोत्साहन राशि का प्रावधान
सरकार लाभार्थियों और प्रेरकों को प्रोत्साहित करने के लिए आर्थिक सहायता भी देती है।
• प्रसव के 7 दिन के भीतर महिला बंध्याकरण पर ₹3000 और इसके बाद कराने पर ₹2000 मिलते हैं।
• पुरुष नसबंदी पर ₹3000 की राशि दी जाती है।
• पीपीआईयूसीडी/पीएआईयूसीडी पर ₹300 और अंतरा इंजेक्शन पर ₹100 प्रोत्साहन राशि मिलती है।
• प्रेरक को अलग से ₹400 दिए जाते हैं।
हर स्तर पर सुविधा
परिवार नियोजन की ये सभी सेवाएं स्वास्थ्य उपकेंद्र, एचडब्ल्यूसी, एपीएचसी, पीएचसी से लेकर जिला अस्पताल तक उपलब्ध हैं। अंतरा इंजेक्शन उपकेंद्र और एचडब्ल्यूसी में मिलते हैं, जबकि महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी की सुविधा जिला और अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी स्तर तक उपलब्ध है।
छोटा परिवार ही खुशहाल जीवन की कुंजी
सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि छोटा और सीमित परिवार ही गुणवत्तापूर्ण जिंदगी की पहली नींव है। छोटा परिवार होने पर माता-पिता बच्चों को बेहतर शिक्षा और अच्छी परवरिश दे सकते हैं। इसके साथ ही मां का स्वास्थ्य भी सुरक्षित रहता है। सरकार लगातार परिवार नियोजन संबंधी शिविरों और जागरूकता अभियानों का आयोजन कर रही है, ताकि समाज के हर तबके में संदेश पहुंचे।
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