ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान द्वारा शरण देने की बात अमेरिका को नहीं भूलनी चाहिए- शशि थरूर

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को लंच मीटिंग के लिए पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर को आमंत्रित किया था। यह मुलाकात व्हाइट हाउस में हुई थी। ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान में संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए आसिम मुनीर की तारीफ की थी। इस मुलाकात को लेकर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने टिप्पणी की है। थरूर ने कहा कि अमेरिका को साल 2001 में वर्ल्ड ट्रेड टावर पर हुए हमले के लिए जिम्मेदार अलकायदा के चीफ ओसामा बिन लादेन को भूलना नहीं चाहिए। जब अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को ढूंढा तो वो कहीं और नहीं पाकिस्तान में ही रह रहा था।

अमेरिका को पाकिस्तान की गलती नहीं भूलनी चाहिए: शशि थरूर

शशि थरूर ने कहा,”कुछ सीनेटर्स और सांसदों ने पाक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। लेकिन अमेरिका के लोग ओसामा बिन लादेन को इतनी जल्दी नहीं भूल सकते। इस व्यक्ति पाकिस्तान ने शरण दी थी। पाकिस्तान की इस गलती को अमेरिका को नहीं भूलना चाहिए। वहीं, पाकिस्तान पोषित आतंकवादी लगातार भारत में आतंकी हमले को अंजाम दे रहे हैं।”उन्होंने आगे कहा,”मुझे उम्मीद है कि डाइनिंग टेबल पर राष्ट्रपति ट्रंप ने आसिम मुनीर को पाकिस्तान पोषित आतंकियों को लेकर सवाल पूछे होंगे। बता दें कि भारत ने स्पष्ट रूप से कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान सेना का अहम रोल है। खासकर पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर का।”वहीं, ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई में मारे गए आतंकियों के जनाजे में जिस तरह पाकिस्तान की सेना अधिकारियों की मौजूदगी थी, उसने दुनिया को यह दिखाया कि पाकिस्तान की सेना किस हद तक आतंकियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहती है।

उन्होंने आगे कहा,”मुझे उम्मीद है कि डाइनिंग टेबल पर राष्ट्रपति ट्रंप ने आसिम मुनीर को पाकिस्तान पोषित आतंकियों को लेकर सवाल पूछे होंगे। बता दें कि भारत ने स्पष्ट रूप से कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान सेना का अहम रोल है। खासकर पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर का।” वहीं, ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई में मारे गए आतंकियों के जनाजे में जिस तरह पाकिस्तान की सेना अधिकारियों की मौजूदगी थी, उसने दुनिया को यह दिखाया कि पाकिस्तान की सेना किस हद तक आतंकियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहती है।

अमेरिका इतनी जल्दी नहीं भूल सकता ओसामा प्रकरण

थरूर ने कहा कि कुछ अमेरिकी सांसदों ने भले ही पाक डेलीगेशन से मुलाकात की हो लेकिन अमेरिकी जनता ओसामा को इतनी जल्दी नहीं भूल सकती। जिस देश ने 9/11 का मास्टरमाइंड छुपाया, उस पर इतनी जल्दी भरोसा करना खतरनाक है। थरूर ने साफ इशारा किया कि पाकिस्तान एक दोहरे चेहरे वाला देश है जो आतंकवाद को पनाह देता है और भारत पर हमलों की साजिश रचता है।

जनरल मुनीर के विवादित बयान और पहलगाम हमला

थरूर ने ट्रंप से उम्मीद जताई कि उन्होंने मुनीर से स्पष्ट शब्दों में कहा होगा कि भारत में आतंकियों को भेजना, फंड करना और ट्रेनिंग देना अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जनरल मुनीर ने हालिया बयान में कहा था कि कश्मीर हमारी शिरा है और पाकिस्तानी संस्कृति भारतीयों से श्रेष्ठ है। इस बयान के बाद भारत में काफी आक्रोश भड़का था।

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