सड़क नहीं बनने और नाला की पानी सड़क पर बहने से आक्रोशित ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन और हंगामा

सड़क नहीं बनने और नाला की पानी सड़क पर बहने से आक्रोशित ग्रामीणों ने किया विरोध प्रदर्शन और हंगामा
◆पदाधिकारी, विधायक, मुखिया और वार्ड पर लगाया दलितों से भेदभाव करने का आरोप
◆पंचायत चुनाव में सभी ग्रामीणों मिलकर करेंगे वोट का बहिष्कार

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श्रीनारद मीडिया, मृतुन्जय तिवारी, भेल्दी, सारण (बिहार )

सारण जिले के अमनौर प्रखंड के परसा पंचायत अंतर्गत सिरसा खेमकरण गांव में कीचड़नुमा में सड़क एवं नाले की पानी सड़क पर बहने से परेशान आक्रोशित ग्रामीणों ने गुरुवार को जमकर विरोध प्रदर्शन और हंगामा किया। ग्रामीण शिक्षक रामज्ञान राम, उमेश राम, ललन शर्मा, शैलेश राम, मुस्तकीम अंसारी, दिनेश राम,कोटिला देवी, मालती देवी, सेविका तारा देवी, पप्पू शर्मा, पंकज राम, रियाजुद्दीन अंसारी, अखिलेश राम, राम बाबू ठाकुर, पंकज कुमार शर्मा,रामबली राम समेत अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नल जल की योजना से 2019 में नाला बनाई गई परंतु पानी की निकासी नहीं होने के कारण सड़क पर ही नाले का पानी बह रहा है।साथ ही 15 वर्ष पहले सड़क का ईटीकरण हुआ था। जिसके बाद सड़क गड्ढे में तब्दील हो गया। गांव में शादी विवाह एवं अन्य कार्यक्रमों के वक्त लोग खुद से सड़क पर मिट्टी डालकर ऊंचा करते हैं, परंतु बरसात के दिनों में वह कीचड़ जमा हो जाता है। जिससे पैदल चलना भी मुश्किल हो जाती है। इसको लेकर स्थानीय ग्रामीणों ने विधायक मुखिया वार्ड सदस्य से सड़क बनाने और नाले की पानी की निकासी के लिए कई बार गुहार लगाई परंतु कोई सुनने को तैयार नहीं है।यहां तक कि अमनौर अंचलाधिकारी, मढ़ौरा एसडीओ समेत अन्य पदाधिकारी को लिखित आवेदन भी कई बार दी गई, परंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। आक्रोशित ग्रामीणों ने कहा कि यदि जल्द ही सड़क नहीं बनाई गई तो चरणबद्ध तरीके से लगातार विरोध किया जाएगा साथ ही पंचायत चुनाव में पूरा ग्रामीण मिलकर वोट का बहिष्कार करेंगे।

कीचड़ से उठती है अर्थी और डोली

गांव की सड़क की स्थिति जर्जर होने के कारण गांव में बाइक या चार पहिया नहीं चल पाता है। लोगों का इलाज कराने के लिए खाट पर उठाकर मुख्य मार्ग पर लाया जाता है। वही घर में शादी हो या मातम डोली और अर्थी दोनों कीचड़ में घुसकर ही पार करना पड़ती है। 3 जुलाई को शैलेश राम और अखिलेश राम के माता मालती देवी का निधन हो गया। उस दौरान भी कीचड़ में घुसकर ग्रामीणों ने जनाजे को कंधा दिया। इस संबंध में पूछे जाने पर मुखिया शैलेंद्र सिंह ने कहा कि नाला निजी जमीन होने के कारण आगे कार्य नहीं हो पाया है। जिससे ग्रामीणों और सरकारी सहमति से आगे बनाया जाएगा सड़क का काम भी प्रोसेस में है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगी।

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