वैक्सीन लेने वाले 60% लोगों में ही बन रही एंटी बॉडी,ये है बड़ी वजह

वैक्सीन लेने वाले 60% लोगों में ही बन रही एंटी बॉडी,ये है बड़ी वजह

श्रीनारद मीडिया,स्टेट डेस्क

बिहार में कोरोना से बचाव के लिए टीका लेने वाले 60 फीसदी व्यक्तियों में ही एंटी बॉडी का निर्माण हो रहा है। शेष 40 फीसदी व्यक्तियों में दूसरा डोज लेने के 14 दिनों के बाद एंटी बॉडी नहीं बन रही है। टीके के दोनों डोज लेने के बावजूद कोरोना संक्रमित पाए गए लोगों के अध्ययन में ये बातें सामने आई हैं। पटना एम्स में इलाज के लिए आने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों की रिपोर्ट के आधार पर ये तथ्य सामने आए हैं।

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

पटना एम्स में 100-100 मरीजों पर किया जा रहा अध्ययन 
पटना एम्स में कोरोना के सौ- सौ मरीजों की एंटी बॉडी रिपोर्ट को अलग अलग कर उसका अध्ययन किया जा रहा है। पटना एम्स की ब्लड बैंक ,प्रभारी सह शोधकर्ता डॉ. नेहा सिंह ने बताया कि कोरोना का दोनों डोज लेने के बाद संक्रमित हुए मरीजों और सामान्य कोरोना मरीजों के शरीर मे होने वाले एंटी बॉडी के निर्माण का अध्ययन किया जा रहा है। अबतक हुए अध्ययन में कोरोना के टीका लेने वाले सभी कोरोना संक्रमितों में एंटी बॉडी समान रूप से बनते हुए नहीं पाया गया है। कई लोगों में ये नही भी बन रहा है।

हर व्यक्ति के इम्यून सिस्टम में अंतर के कारण हो रही परेशानी
डॉ. नेहा सिंह ने बताया कि हरेक व्यक्ति के इम्यून सिस्टम में अंतर के कारण यह परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि हरेक व्यक्ति के  पारिवारिक जीन के अंतर से भी यह  प्रभावित हो रहा है। उदाहरण के लिए उन्होंने बताया।कि किसी व्यक्ति के पूरे परिवार को कोरोना संक्रमण का माइल्ड असर हो रहा है और वे दवा के सेवन से जल्द स्वस्थ हो जा रहे हैं। जबकि किसी अन्य के परिवार में कोरोना संक्रमण के कारण एक संक्रमित या एक से  अधिक संक्रमितों की मौत हो जा रही है। ये शरीर के इम्यून सिस्टम और एंटी बॉडी के बनने की प्रक्रिया प्रभावित होने के कारण ऐसा देखने को मिलता है।

14 से 42 दिनों के बीच बनती है एंटी बॉडी
जानाकारी के अनुसार 14 से 42 दिनों में एंटी बॉडी का निर्माण होता है। कोरोना का टीका इम्यून सिस्टम को ही सक्रिय कर देता है। जिससे, वह कोरोना वायरस के शरीर पर होने वाले हमले से लड़ता है।

जिनमें एंटी बॉडी नहीं बन रही, उन्हें सुरक्षात्मक उपाय करने होंगे। लगातार मास्क का प्रयोग, हाथों को सेनेटाइज करने, दो गज की दूरी बनाए रखने सहित अन्य उपाय जरूरी हैं।
– डॉ. नेहा, शोधकर्ता, एम्स 

यह सही है कि कई लोगों में कोरोना के विरुद्ध एंटी बॉडी नही बन पाती है। कोरोना संक्रमित में चार प्रकार की एंटी बॉडी बनती है, जिसमें स्पाइक प्रोटीन एंटी बॉडी प्रमुख है जो सुरक्षात्मक एंटी बॉडी है। यह देखना होगा कि जिन्हें एंटी बॉडी बन रहा है उनमें क्या सुरक्षात्मक एंटी बॉडी बन रहा है, या नही। यह अध्ययन काफी महत्वपूर्ण है।
– डॉ. अजय, नोडल ऑफिसर, कोरोना, एनएमसीएच

Leave a Reply

error: Content is protected !!