बिहार विधानसभा चुनाव : दूसरे चरण का प्रचार बंद, 20 जिलों की 122 सीटों पर 11 नवंबर को होगा मतदान

बिहार विधानसभा चुनाव : दूसरे चरण का प्रचार बंद, 20 जिलों की 122 सीटों पर 11 नवंबर को होगा मतदान

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

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बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर रविवार की शाम 6 बजे थम गया। अब पूरी चुनाव में खड़े नेताओं की भाग्‍य जनता के हाथों में है, जो सोमवार 11 नवंबर को मतदान करके यह तय करेगी कि सत्ता की कुर्सी पर कौन बैठेगा।

बिहार चुनाव के दूसरे इस चरण में 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी। इनमें 101 सामान्य, 19 अनुसूचित जाति और 2 अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित सीटें शामिल हैं। कुल 3 करोड़ 70 लाख 13 हजार 556 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इस चरण में प्रत्येक बूथ पर औसतन 815 मतदाता दर्ज हैं, जो शांतिपूर्ण मतदान की उम्मीद को संतुलित रखते हैं।

अंतिम दिन नेताओं का  हुआ तूफानी प्रचार

प्रचार के अंतिम दिन सियासत पूरी गरमी पर रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, महागठबंधन की तरफ से सीएम का चेहरा तेजस्वी प्रसाद यादव, और लोजपा (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान समेत तमाम बड़े नेताओं ने ताबड़तोड़ रैलियां कर जनता का रुख अपने पक्ष में मोड़ने की कोशिश की। मोदी की सभाओं में भीड़ उमड़ी तो नीतीश ने अपने विकास कार्य गिनाए। तेजस्वी ने रोजगार को मुद्दा बनाया और युवाओं से जुड़ने की कोशिश की, वहीं चिराग ने एनडीए के अंदर अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास किया। प्रचार में आरोप-प्रत्यारोप और वादों की बारिश ने चुनावी माहौल को गरमा दिया।

 किस विधानसभा पर कितनी टक्कर

दूसरे चरण में तीन सीटों पर सबसे ज्यादा 22-22 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें कैमूर का चैनपुर, रोहतास का सासाराम और गया शहर शामिल है। वहीं, लौरिया, चनपटिया, रक्सौल, सुगौली, त्रिवेणीगंज और बनमनखी ऐसी सीटें हैं, जहां केवल 5-5 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। इससे कुछ सीटों पर सीधा मुकाबला तो कुछ पर बहुकोणीय लड़ाई देखी जा सकती है।

  क्या है मतदातओं का पूरा गणित

पुरुष मतदाता 1,95,44,041, महिला मतदाता 1,74,68,572, जबकि थर्ड जेंडर के 943 मतदाता भी लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा लेंगे। युवा निर्णायक भूमिका में दिख रहे हैं। 18-29 वर्ष के 84.84 लाख वोटर और 30-40 वर्ष के 1.04 करोड़ 97 हजार वोटर चुनाव का रुख बदले बिना नहीं रहेंगे। पहली बार वोट डालने वाले 7,69,356 फ्लोटिंग वोटर किसी भी सीट पर समीकरण बिगाड़ सकते हैं। इसके अलावा, 43 एनआरआई, 6,255 सौ वर्ष से अधिक उम्र, 4,87,219 (80+), 4,04,615 दिव्यांगजन और 63,373 सेवा मतदाता भी चुनाव प्रक्रिया को मजबूती देंगे।

 बूथों पर होगी सख्त निगरानी

वोटिंग के लिए 45,399 बूथ तैयार किए गए हैं। इनमें 595 महिला संचालित, 91 दिव्यांगजन संचालित और 316 मॉडल बूथ शामिल हैं। इस चरण में सभी बूथों पर वेबकास्टिंग की जाएगी, ताकि निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित हो सके।

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