बिहार का कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा गिरफ्तार, पटना पुलिस ने 4 खूंखार बदमाशों को धर दबोचा
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
अपराध की दुनिया में दहशत का पर्याय बन चुका कुख्यात अंतर्राज्यीय गैंगस्टर अजय वर्मा आखिरकार पुलिस की गिरफ्त में आ गया है. बिहार एसटीएफ और पटना पुलिसकी संयुक्त टीम ने उसे उसके तीन सहयोगियों के साथ गिरफ्तार कर लिया है. गुप्त सूचना के आधार पर दीघा थाना क्षेत्र से उसे पकड़ा गया है. चारों किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे.
वारदात को अंजाम देने का था प्लान: असल में एसटीएफ को सूचना मिली थी कि कुछ अपराधी एक चार पहिया वाहन में घूम रहे हैं और किसी व्यक्ति का अपहरण कर हत्या करने की योजना बना रहे हैं. इसके बाद गायघाट इलाके में संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी गई. जैसे ही पुलिस ने उनकी कार को रोकने की कोशिश की, अपराधी तेजी से भागने लगे. गंगा सेतु पुल के पास एसटीएफ और पुलिस की संयुक्त टीम ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया.
बदमाशों के पास से क्या मिले?: वहीं, गिरफ्तारी के बाद आरोपियों की निशानदेही पर नंदकिशोर उर्फ पुटन सिंह के ठिकाने पर छापेमारी की गई. जहां से कई सामान बरामद हुए हैं. जिनमें जर्मन मेड रिवॉल्वर, इंडियन ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की रिवॉल्वर, 98 जिंदा कारतूस, दो पिस्टल मैगजीन, चार मोबाइल फोन, एक डोंगल और जायलो कार शामिल है.
चारों खूंखार अपराधी: गिरफ्तार आरोपियों की पहचान पटना के सुलतानगंज थाना क्षेत्र के घग्घा घाट के रहने वाले अजय वर्मा, घग्घा के ही रहने वाले अमित कुमार उर्फ पीलिया, आलमगंज थाना क्षेत्र के गुड़की मंडी के नंदकिशोर उर्फ पुटन सिंह और रज्जाक कॉलोनी के घेरा मोहल्ला के रहने वाले साबिर आलम के रूप में हुई है. इन पर कई मामले दर्ज हैं.
कौन है गैंगस्टर अजय वर्मा?::कुख्यात गैंगस्टर अजय वर्मा पर हत्या, अपहरण, रंगदारी, डकैती और आर्म्स एक्ट के लगभग 28 से अधिक संगीन मामले दर्ज हैं. वह जमीन कब्जा, सुपारी किलिंग और हथियारों की तस्करी के धंधे में सक्रिय था. उसका गैंग पटना के साथ-साथ दिल्ली जैसे महानगरों में भी सक्रिय था. उस पर दिल्ली के खजूरी खास थाना क्षेत्र में 2021 में गुड्डु मुनीर की हत्या का भी आरोप है. इसके अलावा 17 मई 2025 को खाजेकला थाना क्षेत्र में मो. नन्हें पर गोलीबारी की वारदात में भी उसका नाम सामने आया था.
क्या बोले एसएसपी?:पटना के एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया कि अजय वर्मा का गैंग पटना जिले के सिटी क्षेत्र और अन्य इलाकों में जमीन हड़पने, रंगदारी वसूलने और सुपारी किलिंग में शामिल था. पुलिस अब उसके नेटवर्क और अन्य सहयोगियों की तलाश कर रही है. उन्होंने बताया कि पुलिस को खबर मिली थी कि वह किसी बड़ी गैंगवार की साजिश रच रहा था, जिसके चलते उस पर नजर रखी जा रही थी.
यह गिरफ्तारी पटना पुलिस और एसटीएफ के लिए एक बड़ी सफलता है, क्योंकि अजय वर्मा लंबे समय से पुलिस की रडार पर था. इसके काफी लंबे आपराधिक इतिहास रहे हैं. फिलहाल गिरफ्तार आरोपियों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की भी जांच की जा रही है. इसमें किन-किन लोगों को संलिप्ता है, इसकी भी जांच की जा रही है. कार्तिकेय के शर्मा, एसएसपी, पटना
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