सूरत और वापी के बीच 100 किमी के ट्रैक पर दौड़ेगी बुलेट ट्रेन
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

भारत की पहली बुलेट ट्रेन अब अगस्त 2027 में अपने उद्घाटन के दौरान सूरत और वापी के बीच 100 किमी की दूरी तय करेगी। यह जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंगलवार को दी। पहले, वैष्णव ने कहा था कि उद्घाटन के दौरान ट्रेन सूरत से बिलिमोरा के बीच 50 किलोमीटर की दूरी तय करेगी।
देश का पहला 508 किलोमीटर लंबा हाई स्पीड रेल कारिडोर साबरमती (अहमदाबाद) और मुंबई के बीच बनाया जा रहा है। इस पर बुलेट ट्रेन 320 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकेगी। इससे इन दोनों शहरों के बीच की दूरी दो घंटे 17 मिनट में तय होगी।
सूरत और वापी के बीच दौड़ेगी बुलेट ट्रेन
इस रेल कारिडोर की नींव 2017 में रखी गई थी और इसे दिसंबर 2023 तक पूरा करने का प्रस्ताव था, लेकिन भूमि अधिग्रहण और अन्य मुद्दों के चलते इस महत्वाकांक्षी परियोजना में देरी हुई है।
वैष्णव ने कहा कि बुलेट ट्रेन मुंबई और अहमदाबाद के बीच की दूरी वैसे तो एक घंटे 58 मिनट में तय कर लेगी लेकिन सभी 12 स्टेशनों पर रुकने पर यह यात्रा दो घंटे 17 मिनट में पूरी होगी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हालिया सूरत स्टेशन की यात्रा के बारे में उन्होंने कहा कि पीएम कारिडोर निर्माण की गति से बहुत खुश थे।
मुंबई-अहमदाबाद कॉरिडोर पर तेज काम
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कुल लंबाई: यह कॉरिडोर करीब 508 किलोमीटर लंबा है।
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राज्यवार हिस्सा: इसका 352 किमी का हिस्सा गुजरात और दादरा एवं नगर हवेली में है, जबकि 156 किमी का हिस्सा महाराष्ट्र में आता है।
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प्रगति: अधिकारियों ने पीएम मोदी को बताया कि बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत 508 किमी कॉरिडोर का 465 किमी का हिस्सा पुलों (Viaducts) पर है, जो कुल प्रोजेक्ट का 85 प्रतिशत है। अभी तक 326 किमी का काम पूरा हो चुका है। इसके अलावा, 25 में से 17 नदी पुलों पर निर्माण कार्य भी पूरा हो चुका है।
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इंजीनियरिंग: यह प्रोजेक्ट अंतर्राष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए एडवांस इंजीनियरिंग तकनीकों का उपयोग करके पूरा किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को सुरक्षित और आरामदायक सफर मिल सके।
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MAHSR कॉरिडोर देश के दो प्रमुख राज्यों (गुजरात और महाराष्ट्र) के महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ेगा। यह प्रोजेक्ट पूरा होने के बाद क्षेत्रीय विकास और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में मदद करेगा।
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स्टेशन: कॉरिडोर साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलिमोरा, वापी, बोइसर, विरार, ठाणे और मुंबई जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ेगा।
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यात्रा समय: इस प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी खासियत यात्रा के समय में कमी लाना है। वर्तमान में मुंबई से अहमदाबाद के बीच ट्रेन से यात्रा में लगभग 6-7 घंटे लगते हैं। बुलेट ट्रेन परियोजना पूरी होने के बाद यह यात्रा का समय घटकर महज करीब 2 घंटे का रह जाएगा।
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आर्थिक और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
बुलेट ट्रेन परियोजना केवल गति का साधन नहीं है, बल्कि यह देश में व्यापार, पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण प्रतीक भी है। कम समय में सुरक्षित और आरामदायक यात्रा की सुविधा मिलने से दोनों राज्यों के बीच व्यापारिक संपर्क मजबूत होंगे।पीएम मोदी ने इस दौरान प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों और कर्मचारियों को काम की तेज गति और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि यह प्रोजेक्ट देश में हाई-स्पीड कनेक्टिविटी के एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सूरत में मुंबई-अहमदाबाद हाई-स्पीड रेल कॉरिडोर (MAHSR) स्टेशन का निरीक्षण कर बुलेट ट्रेन परियोजना की प्रगति का जायजा लिया। 508 किमी लंबे इस कॉरिडोर का लगभग 326 किमी काम पूरा हो चुका है। यह प्रोजेक्ट मुंबई और अहमदाबाद के बीच यात्रा के समय को घटाकर महज 2 घंटे कर देगा, जिससे व्यापार और पर्यटन को बड़ा बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
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