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सारण में कालाजार और फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सेंट्रल मॉनिटरिंग टीम ने किया निरीक्षण - श्रीनारद मीडिया

सारण में कालाजार और फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सेंट्रल मॉनिटरिंग टीम ने किया निरीक्षण

सारण में कालाजार और फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर सेंट्रल मॉनिटरिंग टीम ने किया निरीक्षण
• गांवों में घर-घर जाकर आमजनों से टीम के सदस्यों ने लिया फीडबैक
• कालाजार और फाइलेरिया उन्मूलन के लिए किये जा रहे प्रयासों की हुई सराहना
• दरियापुर सीएचसी और बरहमुआ गांव का किया निरीक्षण

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श्रीनारद मीडिया, छपरा :


छपरा। सारण में कालाजार और फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा विभिन्न स्तर प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र, नई दिल्ली की दो सदस्यीय टीम ने सारण जिले का दौरा किया। टीम में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण केंद्र के टेक्निकल सपोर्ट यूनिट से डॉ. अतुल मित्तल और सोमनाथ बनर्जी शामिल थे। टीम के सदस्यों ने सबसे पहले दरियापुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का जायजा लिया। जहां पर कालाजार उन्मूलन और फाइलेरिया उन्मूलन से संबंधित किये जा रहे प्रयासों, मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं और उपलब्ध संसाधनों के बारे में जानकारी ली गयी। उसके बाद टीम के सदस्यों ने दरियापुर के बरहमुआ गांव में जाकर कालाजार और फाइलेरिया संबंधित जानकारी ली।

 

यहां पर घर-घर जाकर आम लोगों से फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर चलाये गये एमडीए अभियान की जानकारी ली गयी। इस बात की जानकारी ली गयी कि अभियान के दौरान फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलायी गयी है या नहीं। जहां पर टीम को संतोषजनक जवाब मिला। इसके बाद यमुनाचारी हाईस्कूल का भी टीम ने जायजा लिया, जहां पर बच्चों औ शिक्षकों से फाइलेरिया से बचाव की दवा सेवन से संबंधित जानकारी ली गयी। आशा कार्यकर्ताओं का फैमली रजिस्टर भी जांच किया गया। इसके बाद जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यालय, सदर अस्पताल छपरा में टीम ने बैठक कर डीएमओ से कालाजार और फाइलेरिया से संबंधित जानकारी ली।

 

कालाजार के मरीजों को जांच और फॉलोअप जरूरी:
इस दौरान केंद्रीय टीम के सदस्य डॉ. अतुल मित्तल ने कहा कि सारण में कालाजार उन्मूलन को लेकर जो प्रयास किया गया है उसे सस्टेन रखना बेहद जरूरी है। कालाजार के मरीजों का आरके-39 कीट के माध्यम से जांच किया जाना चाहिए तथा इलाज की सुविधा मिले यह सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि सभी सीएचसी, पीएचसी और स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त मात्रा में कालाजार जांच कीट और दवा की उपलब्धता आवश्यक है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी ने बताया कि 2025 में जिले में मात्र कालाजार के 7 मरीज मिले है। जिसमें 4 वीएल और 3 पीकेडीएल के मरीज है। वहीं 2024 में 60 वीएल और 30 पीकेडीएल के मरीज पाये गये थे। सारण जिला कालाजार उन्मूलन की ओर अग्रसर है। सारण में सभी प्रखंडों में प्रति दस हजार के जनसंख्या पर 1 मरीज से अधिक नहीं होना चाहिए इससे बरकरार रखा गया है। साथ हीं इसे तीन साल तक सस्टेन भी रखा गया है। सारण जिले के सभी प्रखंडों में एन्डमिसिटी रेट 0.5% से नीचे है। टीम के सदस्यों ने निर्देश दिया कि छिड़काव की अभियान की प्रभावशीलता बढ़ाने के लिए निरीक्षण और निगरानी जरूरी है।

 

सारण में 96 प्रतिशत योग्य आबादी को खिलायी गयी फाइलेरिया रोधी दवा:
मॉनिटरिंग के दौरान बताया गया कि सारण जिले में एमडीए अभियान के दौरान 96 योग्य आबादी को फाइलेरिया से बचाव की दवा का सेवन कराया गया है। जिले में 37 लाख 92 हजार 159 लोगों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया था। जिसमें स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 96 प्रतिशत का लक्ष्य हासिल किया है। इस दौरान टीम के सदस्यों ने कहा कि रिफ्यूजल ब्रेक करने के लिए समुदाय के बीच जागरूकता बढ़ाकर, स्कूलों और घरों में जाकर लोगों को इलाज के लिए प्रोत्साहित किया जाए। आम जनता से सीधे फीडबैक लेकर यह सुनिश्चित किया जाए कि दवा का सेवन किया गया है। अमनौर और मढौरा में MF दर 1% से कम होना एक सकारात्मक संकेत है। आईएचआईपी पोर्टल पर फाइलेरिया से संबंधित आंकड़ा अपलोड करने को कहा गया।

 

हाईड्रोसिल मुक्त जिला करने की दिशा में काम करें:
सेंट्रल टीम ने कहा कि बिहार सरकार का संकल्प है कि हाइड्रोसिल मुक्त बिहार बनाया जाये। इसके लिए हाइड्रोसिल के मरीजों का लाइन-लिस्ट तैयार करें और सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में मरीजों का ऑपरेशन कराना सुनिश्चित करें। सारण में 1160 हाइड्रोसिल के मरीज है। जिनमें से 789 मरीजों का ऑपरेशन किया जा चुका है। इस मौके पर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह, जिला वेक्टर रोग सलाहकार सुधीर कुमार, वीडीसीओ अनुज कुमार, सतीश कुमार, पंकज कुमार, सुमन कुमारी, फाइलेरिया इंस्पेक्टर मुस्तफा अंसारी, शाकिब, पिरामल से आनंद कश्यप, डिस्ट्रिक्ट लीड हरिशंकर कुमार, प्रोग्राम लीड अरविन्द पाठक, पीओ-सीडी पंकज कुमार, सीफार के डीपीसी गनपत आर्यन, पीए कृष्णा सिंह समेत अन्य मौजूद थे।

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