सरकार के विकास योजनाओं से कोसों दूर है चरिहारा बंगाली टोला गांव

सरकार के विकास  योजनाओं से कोसों दूर है चरिहारा बंगाली टोला गांव

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, विक्‍की बाबा, मशरक, सारण (बिहार):

सारण जिला के मशरक प्रखंड  के बंगरा पंचायत के वार्ड -17 चरिहारा बंगाली टोला गांव सरकार की विकास की योजनाओं से कोसों दूर है, मतलब इस गांव में विकास की सारी योजनाएं धरातल पर उतरी ही नहीं है। टोले में गांव के लोग तों किसी तरह आ जाते हैं पर किसी दूसरे गांव के लोगों का टोले में पहुंचना पहाड़ के समान है जबकि टोला से 3 किलोमीटर की दूरी पर ही एन एच 227 ए राम जानकी पथ गुजर रहा है। सड़क की दुर्दशा बद से बदतर हो गई है।

 

लेकिन आज तक किसी भी जन प्रतिनिधि और ना ही अधिकारी का घ्यान गया है। बातचीत करने पर ग्रामीणों ने बताया कि आजादी के बाद भी अगर आज तक गांव की सड़क नहीं बन पाई है जो बिल्कुल ही दुखद बात है। वही स्थानीय राकेश कुमार सहनी ने बताया कि इस गांव में पीने के पानी की व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वकांक्षी योजनाओं के तहत नलजल की टंकी भी शोभा की वस्तु बनकर रह गई है।

 

इस गांव में लगभग 50 घर है जो मल्लाह जाति के लोग रहते है । इस गांव में पूर्व मुखिया द्वारा 100 मीटर तक घटिया सोलिंग का कार्य कराया जा रहा था जिसका ग्रामीणों ने विरोध किया। वही वर्तमान मुखिया के द्वारा नाला का निर्माण कराया गया वो भी घटिया और आधा अधूरा। सबसे ज्यादा तो मुश्किल बरसात के मौसम में होती है जब सड़कों पर पानी लगा रहता है लोग गिर जाते हैं और कई बार तो बड़ी घटना भी हो चुकी है।

 

वही इसी गांव के प्रकाश सहनी ने बताया कि हमलोगों के गांव में विकास हुआ ही नहीं है इस गांव को पिछड़ा गांव समझकर छोड़ दिया गया है। वही प्रिंस सहनी ने बताया कि सबसे ज्यादा समस्या तो गर्भवती महिलाएं को होती है मानिए ऐसा लगता है जैसे कि गर्भवती महिलाओं को बच्चा बीच सड़क पर ही हो जाएगा।

 

स्थानीय रंजन कुमार सिंह ने बताया कि इस गांव में जानें के लिए लगभग-लगभग 3 किलोमीटर की सड़क यदि मरम्मत कर बना दी जाए तो गांव में आने जाने की समस्या का समाधान हो जाएगा। उन्होंने कहा यह गांव पानापुर के सीमावर्ती क्षेत्र में आता है।

प्रखंड के डुमरसन पंचायत के दो सड़क एक फ़ुटानीगंज रोड और डुमरसन से सिसई की सड़क भी जर्जर हो गई है । वही फ़ुटानीगंज के दुकानदारों और राहगीरों ने बताया कि सड़क की दुर्दशा ठीक नहीं है फिर भी किसी का ध्यान नहीं है।

यह भी पढ़े

सिसवन  की खबरें :  खरीफ महाभियान 2025 के तहत प्रखंड स्तरीय कर्मशाला  आयोजित

असम में 15 महीने में 171 एनकाउंटर- सुप्रीम कोर्ट

बेखौफ अपराधियों ने गोदरेज संचालक व उसके भाई को गोलियों से भून दिया

यूपी में बिजली का निजीकरण होकर रहेगा: ऊर्जा मंत्री एके शर्मा का बड़ा बयान

हाथी-हाथ एक साथ,साइकिल रह जाएगी अकेले,यूपी में कांग्रेस कर रही दबाव वाली सियासत,सपा का बिगाड़ेगी खेल

यूपी से घोड़े ने मारी शानदार एंट्री, बिहार पुलिस को देखते ही बदली चाल, अब मालिक की तलाश”

भ्रष्टाचार के विरुद्ध कार्रवाई: सासाराम सदर सीओ सुधीर कुमार ओंकारा पद से हटाए गए, पटना मुख्यालय में प्रतिनियुक्ति

50 लाख की रंगदारी मांग दी थी धमकी, STF ने पटना से वांटेड मुकेश शर्मा को दबोचा

आर्केस्ट्रा बंद होने के बाद एसपी ऑफिस पहुंचीं महिला डांसर, बोलीं – भूखों मर जाएंगे, निकालें बीच का रास्ता!

Leave a Reply

error: Content is protected !!