जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का वादा-मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

आंध्र प्रदेश के काशीबुग्गा स्थित वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में हुई भगदड़ में 9 लोगों की मौत हो गई, जिसमें 8 महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। इस घटना पर सीएम चंद्रबाबू नायडू ने गहरा दुख व्यक्त किया है और घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया है।
सीएम नायडू ने कहा कि आयोजकों ने पुलिस या स्थानीय अधिकारियों को घटना की जानकारी नहीं दी। उन्होंने कहा, ‘यह बेहद दुखद है कि भगदड़ में निर्दोष लोगों की जान चली गई। मैं मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। काशीबुग्गा में वेंकटेश्वर मंदिर का निर्माण एक निजी व्यक्ति ने करवाया था और कार्तिक एकादशी के कारण वहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए थे।’
सीएम ने कार्रवाई की कही बात
नायडू ने कहा, ‘दुर्भाग्य से आयोजकों ने पुलिस या स्थानीय अधिकारियों को इस घटना की जानकारी नहीं दी। अगर उन्होंने हमें सूचित किया होता, तो हम पुलिस सुरक्षा प्रदान करते और भीड़ को नियंत्रित करते। इस समन्वय की कमी के कारण नौ लोगों की जान चली गई और पांच घायल हो गए।’
उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि किसी की भी जान न जाए, लेकिन निजी कार्यक्रमों में ऐसी घटनाओं का होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इसकी पूरी जांच की जाएगी और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बता दें कि वेंकटेश्वर मंदिर में शनिवार को हुई भगदड़ के कारण 9 लोगो की जान चली गई। बताया जा रहा है कि मंदिर पहली मंजिल पर स्थित था, जहां जाने के लिए लोग सीढ़ियों से चढ़ रहे थे। तभी लोहे की रेलिंग टूट गई और कोने में खड़े लोग नीचे गिर गए। इससे लोग घबरा गए और हादसा हो गया।
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले में शनिवार को एक मंदिर में भगदड़ मच गई। इस हादसे में 9 लोगों की मौत हो गई, जिसमें से 8 महिलाएं हैं। इसके पहले श्रीकाकुलम के जिला कलेक्टर स्वप्निल दिनकर पुंडकर ने मृतकों की संख्या 10 बताई थी।
हालांकि बाद में श्रीकाकुलम के पुलिस अधीक्षक केवी महेश्वर रेड्डी ने 9 मौतों की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि ‘एक व्यक्ति की हालत थोड़ी गंभीर है, लेकिन उसकी मौत नहीं हुई है। घटना में केवल 9 लोगों की जान गई है, जिसमें एक 12 साल का बच्चा भी शामिल है।’
निजी मंदिर में हुआ हादसा
पुलिस का कहना है कि यह मंदिर सरकारी नहीं था। यह एक निजी मंदिर है, जिसका हाल ही में निर्माण हुआ है। बताया जा रहा है कि हादसा सीढ़ियों के पास लगी लोह की ग्रिल गिरने के कारण हुआ। लोगों का लगा कि कुछ गिर रहा है और सभी घबरा गए। पुलिस ने कहा कि कोई भगदड़ नहीं हुई। लोग 6 फीट की ऊंचाई से गिरे, इससे एक व्यक्ति दूसरे पर गिर गया और हादसा हो गया।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यह दुर्घटना मालिक की गलती के कारण हुई है। उन्होंने पुलिस बंदोबस्त के लिए आवेदन नहीं किया था, न ही उन्हें अनुमति दी गई थी। पीएम मोदी ने भी घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है।
आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री वंगालापुडी अनीता ने कहा कि मंदिर पहली मंजिल की ऊंचाई पर स्थित है। जब भक्त ऊपर चढ़ रहे थे, तभी रेलिंग टूट गई और कोने में खड़े लोग गिर गए। कुछ लोग उनके ऊपर गिर गए। सीएम चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को घायलों के बेहतर इलाज के निर्देश दिए हैं।
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