हिंदी के विकास के लिए सतत् प्रयास अनिवार्य: डॉक्टर सुशीला पांडेय
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
सीवान नगर में सरस्वती साहित्य संगम द्वारा श्रीमती राजवंशी देवी बालिका उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज, सीवान में हिन्दी पखवाड़ा के तहत विचार गोष्ठी सह भाषण प्रतियोगिता का हुआ आयोजन
देशभर में 14 सितंबर को हिन्दी दिवस मनाया गया। अभी हिन्दी पखवाड़ा के तहत देशभर में विविध आयोजन हो रहे हैं। हिन्दी के विकास के लिए देश के भविष्य यानी बच्चों में हिन्दी के प्रति स्नेह जागृत करना आवश्यक है। बच्चों के लिए निबंध या भाषण प्रतियोगिता का नियमित आयोजन जरूरी है। हिन्दी की दशा और दिशा पर मंथन अनिवार्य है।
हिन्दी के केवल इतिहास ही नहीं उसके वर्तमान और भविष्य के संदर्भ में भी विमर्श जरूरी है। इसी तथ्य को संजीदगी से महसूस करते हुए नगर की प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था सरस्वती साहित्य संगम ने बुधवार को श्रीमती राजवंशी देवी उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज में एक विचार गोष्ठी सह भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित डॉक्टर सुशीला पांडेय ने किया। कार्यक्रम को प्रोफेसर रविंद्र नाथ पाठक, डॉक्टर गणेश दत्त पाठक, प्राचार्य रमाकांत पांडेय, वरिष्ठ साहित्यकार मनोज कुमार वर्मा, अवधेश पाण्डेय, विजयलक्ष्मी पांडेय, शिशिर कुमार कौशिक, वामदेव प्रसाद ने भी संबोधित किया। श्रीमती राजवंशी देवी उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज की बालिकाओं ने भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया। उन्हें पुरस्कार देकर उनका उत्साहवर्धन संस्था द्वारा किया गया।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में डॉक्टर सुशीला पांडेय ने इस बात पर विशेष बल दिया कि हिन्दी के उज्जवल भविष्य के लिए सतत् प्रयास अनिवार्य तथ्य है। विद्यालय के प्राचार्य रमाकांत पांडे ने कहा कि यह हम सभी का सौभाग्य है कि विद्यालय में हिंदी दिवस का आयोजन हो रहा हैं। हिंदी राजभाषा होने के साथ-साथ हमारी मातृभाषा भी है। इसके प्रचार-प्रसार और विकास के लिए हमें सदैव कार्य करना चाहिए।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ पत्रकार राजेश पांडेय ने किया। धन्यवाद ज्ञापन संस्था के कोषाध्यक्ष प्रेमशंकर सिंह ने किया।
श्रीमती राजवंशी देवी उच्च विद्यालय सह इंटर कॉलेज, सिवान में सरस्वती साहित्य संगम द्वारा हिन्दी पखवाड़ा के तहत आयोजित विचार गोष्ठी सह भाषण प्रतियोगिता की शुरुआत विद्यालय की छात्राओं द्वारा स्वागत गान से हुआ। इसके बाद बालिकाओं ने हिन्दी के संदर्भ में अपने विचार रखे। भाषण प्रतियोगिता की प्रतिभागी बालिकाओं को कार्यक्रम के अंत में पुरस्कार देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया। बालिका रौशनी कुमारी ने भाषण प्रतियोगिता में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
कार्यक्रम में उपस्थित विद्वान वक्ताओं ने हिन्दी की दशा और दिशा पर मंथन किया। इस दौरान विमर्श में हिंदी के भविष्य को लेकर तमाम बातें भी रखी गई। सरस्वती साहित्य संगम की अध्यक्षा डॉक्टर सुशीला पांडेय ने इस तरह के बौद्धिक आयोजनों के महत्व पर विस्तृत प्रकाश डाला। आयोजन में शंकर पांडेय,लल्लन मिश्र, नागेंद्र मिश्र, अजय कुमार अजित, अंजलि पांडेय की गरिमामई उपस्थिति रही। इस अवसर पर राजवंशी देवी इंटर कॉलेज की प्राध्यापिकाओं के साथ छात्राएं भी उपस्थित रहीं। राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम को विराम दिया गया।