भ्रष्टाचार एक दीमक की तरह किसी भी देश को खोखला बना देता है-पीएम मोदी.

भ्रष्टाचार एक दीमक की तरह किसी भी देश को खोखला बना देता है-पीएम मोदी.

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श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 85वें एपिसोड के जरिए देश को संबोधित किया। पीएम मोदी का साल 2022 में यह पहला ‘मन की बात’ कार्यक्रम था, जो आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मौके पर 11 बजे की जगह 11.30 बजे शुरू हुआ।‌ कार्यक्रम में पीएम मोदी ने अपने मन की तमाम बातों को साझा करते हुए भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी बात की, उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार एक दीमक की तरह है, जो देश को खोखला बना देता है, जिससे छुटकारा पाने के लिए उन्होंने देशवासियों से अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता देने की बात कही।‌

भ्रष्टाचार पर बोले पीएम मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भ्रष्टाचार रूपी दीमक से छुटकारा पाने के लिए,देशवासियों को साथ आकर इसके खिलाफ काम करने को कहा। ‘मन की बात’ रेडियो प्रसारण में, पीएम मोदी ने कहा कि एक करोड़ से अधिक बच्चों ने उन्हें पोस्टकार्ड के माध्यम से अपने ‘मन की बात’ भेजी है, जो देश के कई हिस्सों और यहां तक ​​कि विदेशों से भी आए हैं।

पीएम मोदी ने बताया कि उत्तर प्रदेश की एक लड़की ने अपने पोस्टकार्ड में लिखा था कि वह 2047 तक भ्रष्टाचार मुक्त भारत देखना चाहती है। पीएम मोदी ने जिस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘आपने भ्रष्टाचार मुक्त भारत की बात की है। भ्रष्टाचार एक दीमक की तरह है जो देश को खोखला कर देता है।

इससे छुटकारा पाने के लिए 2047 का इंतजार क्यों करें? यह एक ऐसा काम है जो देश के सभी लोगों को, आज के युवाओं को मिलकर करना है, इसे जल्द से जल्द करना है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कहा‌ की सभी देशवासियों को अपने कर्तव्यों को प्राथमिकता देना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘जहां कर्तव्य की भावना है, जहां कर्तव्य सर्वोच्च है, वहां भ्रष्टाचार नहीं हो सकता.’

असम की विश्व प्रसिद्ध हथकरघा पर बुनी गई मूंगा और एरी की पोशाकों में गैंड़ों की आकृति दिखाई देती है। असम की संस्कृति में जिस गैंडे की इतनी बड़ी महिमा है उसे भी संकटों का सामना करना पड़ता था। वर्ष 2013 में 37 और 2014 में 32 गैंडों को तस्करों ने मार डाला था: प्रधानमंत्री

असम की विश्व प्रसिद्ध हथकरघा पर बुनी गई मूंगा और एरी की पोशाकों में गैंड़ों की आकृति दिखाई देती है। असम की संस्कृति में जिस गैंडे की इतनी बड़ी महिमा है उसे भी संकटों का सामना करना पड़ता था। वर्ष 2013 में 37 और 2014 में 32 गैंडों को तस्करों ने मार डाला था: प्रधानमंत्री

आनलाइन डेस्‍क)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रेडियो पर प्रसारित होने वाले कार्यक्रम मन की बात के जरिए एक देशवासियों के सामने अपनी बात रखी। ये इस कार्यक्रम का 85वां एपिसोड है। ये इस वर्ष में उनका पहला मन की बात का कार्यक्रम भी है। हालांकि ऐसा पहली बार हुआ जब इस कार्यक्रम का प्रसारण सुबह 11 बजे की जगह साढ़े ग्‍यारह बजे किया गया। इसकी एक बड़ी वजह आज महात्‍मा गांधी की पुण्‍य तिथी का होना भी है। ये संयोग ही है कि दोनों ही चीजें आ हैं।

– इस मौके पर पीएम मोदी ने बापू को नमन करते हुए उनकी बताई राह पर चलने के लिए देशवासियों से अपील की। उन्‍होंने कहा कि आज हमारे पूज्य बापू की पुण्यति​​थि है, 30 जनवरी का ये दिन हमें बापू की शिक्षाओं की याद दिलाता है। अभी कुछ दिन पहले हमने गणतंत्र दिवस भी मनाया, दिल्ली में राजपथ पर हमने देश के शौर्य और सामर्थ्य की जो झांकी देखी उसने सबको गर्व और उत्साह से भर दिया है।

– अमृत महोत्सव के आयोजनों के बीच देश में कई महत्वपूर्ण राष्ट्रीय पुरस्कार दिए गए। इनमें से एक है प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार। ये पुरस्कार उन बच्चों को मिले जिन्होंने छोटी सी उम्र में साहसिक और प्रेरणादायी काम किए हैं। हमें अपने घरों में इन बच्चों के बारे में बताना चाहिए

– इंडिया गेट पर नेताजी की ​​डिजिटल प्रतिमा स्थापित की गई है, इसका देश ने जिस प्रकार से स्वागत किया, हर देशवासी ने जिस प्रकार की भावनाएं प्रकट कीं उसे हम कभी भूल नहीं सकते हैं। आज़ादी के अमृत महोत्सव में देश इन प्रयासों के जरिए अपने राष्ट्रीय प्रतीकों को पुन: प्रतिष्ठित कर रहा है।

– हमने देखा कि इंडिया गेट के समीप अमर जवान ज्योति और पास में ही राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर प्रज्जवलित ज्योति को एक किया गया। इस भावुक अवसर पर कितने ही देशवासियों और शहीद परिवारों की आंखों में आंसू थे।

– देश में अभी पद्म सम्मान की घोषणा हुई है। पद्म पुरस्कार पाने वालों में कई ऐसे नाम भी हैं जिनके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। ये हमारे देश के अनसंग हीरोज हैं, जिन्होंने साधारण परिस्थितियों में असाधारण काम किए हैं।

– प्रकृति के प्रति प्रेम और प्रत्येक जीव के प्रति करुणा ही हमारी संस्कृति है और हमारा स्वभाव भी है। हमारी संस्कृति की एक झलक तब देखने को मिली जब मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व में एक बाघिन ने दुनिया को अलविदा कह दिया। लोग इस बाघिन को कॉलर वाली बाघिन कहते थे। लोगों ने विधिवत उनका अंतिम संस्कार किया, पूरे सम्मान के साथ उन्हें विदाई दी। प्रकृति और जानवरों के लिए भारतीयों के प्यार को दुनिया भर में सराहा गया है।

– असम की विश्व प्रसिद्ध हथकरघा पर बुनी गई मूंगा और एरी की पोशाकों में गैंड़ों की आकृति दिखाई देती है। असम की संस्कृति में जिस गैंडे की इतनी बड़ी महिमा है उसे भी संकटों का सामना करना पड़ता था। वर्ष 2013 में 37 और 2014 में 32 गैंडों को तस्करों ने मार डाला था।

– लद्दाख को जल्द शानदार ओपन सिंथेटिक ट्रैक और एस्ट्रो टर्फ फुटबॉल स्टेडियम की सौगात ​मिलने वाली है। ये स्टेडियम 10 हज़ार फीट से अधिक की ऊंचाई पर बन रहा और इसका निर्माण जल्द पूरा होने वाला है। यह लद्दाख का सबसे बड़ा ओपन स्टेडियम होगा जहां 30 हज़ार दर्शक एक साथ बैठ सकेंगे।

आपको बता दें कि ये कार्यक्रम ऐसे समय में प्रसारित हो रहा है जब देश में कोरोना महामारी के बावजूद देश की करीब 75 फीसद योग्‍य आबादी को पूरी तरह से वैक्‍सीनेट कर दिया गया है। पीएम मोदी ने इससे पहले देशवासियों से अपील की थी कि वो अपना मैसेज रिकार्ड कर उन्‍हें भेजें। जिसमें उन्‍होंने लोगों से जुड़ी कुछ प्रेरक कहानियां और विषयों के संदर्भ में साझा करने को कहा था।

 

 

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