परिसीमन 2026 में नहीं, 2031 कराया जाए – दक्षिण राज्य
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
फिर 2001 में भी तय किया गया कि 2026 तक सीटें नहीं बढ़ेंगी। उस समय भी यही कहा गया कि उत्तर भारत के राज्य अंधाधुंध जनसंख्या बढ़ा रहे हैं, ऐसे में परिसीमन होगा तो इन राज्यों की सीटें ज्यादा बढ़ेंगी। उस समय फिर परिसीमन को 25 वर्ष के लिए फ्रीज कर दिया गया।
स्टालिन क्यों 2031 में परिसीमन कराने की कर रहे बात?
अब तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन कह रहे हैं कि अभी परिसीमन न करिये। 2031 के बाद परिसीमन करिए। तब तक हम भी थोड़ी जनसंख्या बढ़ा लेंगे। उनको लग रहा है कि अभी जनगणना होगी तो इसके आधार पर परिसीमन में उत्तर भारत के राज्यों की सीटें बढ़ जाएंगी।
अभी के हिसाब से देखें तो परिसीमन के बाद लोकसभा की करीब 200 सीटें बढ़ेंगी। मौजूदा समय में 543 सीटें हैं जो बढ़ कर 750 हो जाएंगी। इसमें से उत्तर भारत के राज्यों की सीटें 400 हो जाएंगी। दक्षिण भारत में इस समय लोकसभा सीटें 129 हैं। परिसीमन के बाद यहां ज्यादा से ज्यादा 10-11 सीटें बढ़ेंगी। जाहिर है उत्तर भारत के राज्यों को ज्यादा फायदा होगा।
बता दें कि यही वजह है – ज्यादातर दक्षिणी राज्यों के नेता अपने यहां आबादी बढ़ाने पर जोर दे रहे हैं।
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