हिन्दी दिवस पर उर्दू भाषा को विशेष दर्जा दिलाने की मांग.

हिन्दी दिवस पर उर्दू भाषा को विशेष दर्जा दिलाने की मांग.

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

हिंदी तीसरी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा.

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

बिहार में उर्दू भाषा को विशेष दर्जा दिलाने के लिए छात्र राष्‍ट्रीय जनता दल के नेता व पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मोहम्‍मद महताब आलम ने आज राज्य के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात की। उन्होंने उर्दू को विशेष दर्जा दिलाने को लेकर बिहार सरकार के ख़िलाफ आवाज उठाई है।

आपको बता दें कि मोहम्मद महताब आलम उर्दू को लेकर राजद नेता तेजस्वी यादव से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान महताब आलम के साथ अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्र नेता हस्सान उल हक, बिलाल अहमद दीगर तमाम नेता और पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।

महताब आलम ने बताया कि तेजस्वी यादव से मिलने का मकसद उर्दू को आगे बढ़ाना है। नीतीश सरकार में उर्दू के साथ भेदभाव वाला रवैया अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम लोगों ने तेजस्वी यादव मिलकर उनसे ये वादा लिया है कि इस मुद्दे को विधानसभा में जरूर उठाया जाए और उर्दू को उचित स्थान दिलाया जाए। राजद नेता महताब आलम कहा कि हमारे नेता तेजस्वी यादव ने इस मुलाक़ात में हम लोगों को यह विश्वास दिलाया है कि वह हमारे साथ उर्दू के लिए लड़ाई लड़ेंगे।

14 सितंबर, 1949 को हिंदी को संवैधानिक रूप से राजभाषा का दर्जा दिया गया था। संविधान के अनुच्छेद 343 में उल्लेख किया गया है कि देवनागरी लिपि के साथ हिंदी भारत की राजभाषा होगी। इसके बाद हर क्षेत्र में हिंदी को प्रसारित करने के लिए राष्ट्रभाषा प्रचार समिति, वर्धा के अनुरोध पर 1953 से हर 14 सितंबर को देश में हिंदी दिवस मनाया जाने लगा।

कई राज्यों की मुख्य भाषा: उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों में हिंदी बोलचाल की मुख्य भाषा है। झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत कुछ अन्य राज्यों में भी हिंदी प्रमुखता से बोली जाती है।

53 करोड़ है भारत में हिंदी बोलने वालों की संख्या

  • फिजी, मारीशस, गुयाना, सूरीनाम में हिंदी को अल्पसंख्यक भाषा का दर्जा मिला है
  • अमेरिका में 30 से ज्यादा विश्वविद्यालयों व शिक्षण संस्थानों में हिंदी पढ़ाई जाती है
  • जर्मनी के 15 शिक्षण संस्थानों ने हिंदी भाषा और साहित्य के अध्ययन को अपनाया है
  • ब्रिटेन की लंदन यूनिवर्सिटी, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी और यार्क यूनिवर्सिटी में भी हिंदी पढ़ाई जाती है
  • भारत को बेहतर तरीके से जानने के लिए दुनियाभर में करीब सवा सौ शिक्षण संस्थानों में हिंदी का अध्ययन-अध्यापन होता है

तीसरी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा: दुनियाभर में हिंदी तीसरी सर्वाधिक बोली जाने वाली भाषा है। इसके 70 करोड़ लोग बोलते हैं। 1.12 अरब बोलने वालों के साथ अंग्रेजी पहले और 1.10 अरब के साथ चीन की मंदारिन भाषा दूसरे स्थान पर है। 51.29 करोड़ और 42.2 करोड़ के साथ स्पैनिश व अरब का क्रमश: चौथा और पांचवां स्थान है। दुनियाभर की भाषाओं की जानकारी पर प्रकाशित होने वाले एथनोलाग के कुछ साल पहले आए संस्करण के मुताबिक, 28 ऐसी भाषाएं हैं, जिनके बोलने वालों की संख्या पांच करोड़ से ज्यादा है।

jagran

बढ़ रही मौजूदगी: विदेश में दो दर्जन से ज्यादा पत्र-पत्रिकाओं का नियमित तौर पर हिंदी में प्रकाशन हो रहा है। कई देशों में हिंदी में रेडियो व टीवी प्रोग्राम भी आते हैं। एक दर्जन से ज्यादा देशों में इस समय हिंदी भाषी लोग ठीक-ठाक संख्या में रह रहे हैं।

तकनीक की दुनिया में बढ़ा दखल: इंटरनेट के बढ़ते इस्तेमाल के साथ तकनीक की दुनिया में हिंदी का दखल बढ़ा है। माइक्रोसाफ्ट, गूगल, ओरेकल व आइबीएम जैसी बड़ी कंपनियां हिंदी का इस्तेमाल बढ़ा रही हैं। इंटरनेट की दुनिया में भी हिंदी का दबदबा लगातार बढ़ रहा है।

Leave a Reply

error: Content is protected !!