श्रीकृष्ण की नीति से ही दुष्ट तत्वों का नाश सम्भव है :आदित्य कृष्ण

श्रीकृष्ण की नीति से ही दुष्ट तत्वों का नाश सम्भव है :आदित्य कृष्ण

श्रीनारद मीडिया, जीरादेई, सीवान (बिहार):

WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
previous arrow
next arrow
WhatsApp Image 2025-08-14 at 5.25.09 PM
00
previous arrow
next arrow

सीवान जिला के जीरादेई प्रखण्ड मुख्यालय में स्थित श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में चल रहे भगवत कथा के तीसरे दिन मंगलवार को भगवान श्री कृष्ण के जन्म की कथा सुनाते हुए अंतराष्ट्रीय कथावाचक आदित्य कृष्ण गुरु जी ने कहा कि आज के दौड़ के भगवान श्रीकृष्ण की नीति अपना कर ही दुष्ट तत्वों को नष्ट किया जा सकता है ।

 

उन्होंने कहा कि जब भी हमने कृष्ण के दर्शन के अनुसार कार्य किया तब हम दुष्ट तत्वों को नष्ट कर सके ।आर्य चाणक्य ने भी वही किया ।आदित्य कृष्ण ने कहा कि शिवा जी नेअपनी युक्तियों और युद्ध कौशल को नमनीय बनाते हुए आदिल शाही और मुगल शाही के दांत खट्टे कर दिए ।

 

उन्होंने कहा कि कृष्ण को राम की अपेक्षा कहीं अधिक जटिल सामाजिक, राजनीतिक परिदृश्य का सामना करना पड़ा ।इस लिये हम देखते है कि राम अपने दार्शनिक सोच औरउसे लागू करने में एकदम स्पष्टवक्ता और पारदर्शी थे ।उन्होंने कहा कि कृष्ण को दार्शनिक सिद्धान्तों में व्यवहारिक बदलाव करना पड़ा ,क्योंकि उनके समक्ष विराट एवम जटिल सामाजिक राजनैतिक समस्याएं मुँह बाएँ खड़ी थी ।

 

कथा वाचक ने कहा कि आज श्री कृष्ण की दार्शनिक कूटनीति का प्रयोग भारत को पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद की समस्या से निपटने हेतु करना चाहिए ।इस मौके पर शिक्षाविद प्रशांत विक्रम,रामेश्वर सिंह ,स्थानीय मुखिया अक्षय लाल साह सहित काफी संख्या मेभक्त गण उपस्थित थे ।

यह भी पढ़े

रसूलपुर में नाइट ब्लड सर्वे का शुभारंभ, फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में हुई पहल

नगर पंचायत एकमा बाजार में चलाया गया अतिक्रमण हटाओ अभियान, बदला बाजार व सड़क का स्वरूप

सीएचसी एकमा में पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ, नवजात को पिलाई गई दो बूंद दवा

 संजय सरावगी के प्रदेश अध्यक्ष बनने पर भाजपा बुद्धजीवी प्रकोष्ठ के सह संयोजक ने दी बधाई

समस्तीपुर बैंक लूट में एक लाख इनामी बैजनाथ राय 7 लाख के सोने के साथ गिरफ्तार, मुंबई से लौटा था घर

गोरखपुर: गोरखपुर के बड़े कारोबारी के चार ठिकानों पर इनकम टैक्स की रेड

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!