पीएम श्री अलख नारायण सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में पौधारोपण के दौरान स्कूली बच्चियों ने सामूहिक रूप से पौधे को दिया मां का दर्जा: डॉ अंजू सिंह
ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति ने चलाया वृक्षारोपण अभियान, एकमा में ‘एक पेड़ मां के नाम’ के संदेश के साथ पर्यावरण संरक्षण की अनोखी पहल:
श्रीनारद मीडिया, पंकज मिश्रा, अमनौर, सारण (बिहार):
ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति ने सामाजिक सरोकारों को ध्यान में रखते हुए एक बार फिर सराहनीय पहल की है। जिले ही नहीं बल्कि राज्य के अलावा उत्तर प्रदेश की प्रसिद्ध सामाजिक संस्था द्वारा एकमा प्रखंड मुख्यालय स्थित पीएम श्री अलख नारायण सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, जलवायु संतुलन और समाज में हरियाली के महत्व को रेखांकित करना था। इस अवसर पर समिति की ओर से “एक पेड़ मां के नाम” का अनोखा संदेश दिया गया, ताकि हर व्यक्ति पेड़ लगाकर उसे अपनी मां के समान संरक्षण और देखभाल करने की जिम्मेदारी महसूस कर सके। इस अवसर पर संस्था की संस्थापिका डॉ अंजू सिंह, प्राचार्या सारिका द्विवेदी, शिक्षिका विनीता प्रियम, कुमारी ब्यूटी बाला श्रीवास्तव, मनोरमा कुमारी, राघवेंद्र प्रताप सिंह, पत्रकार धर्मेंद्र रस्तोगी, संस्था की ओर से मणि शाही और अभिषेक कुमार सहित कई अन्य शिक्षक और छात्राएं शामिल थी।
ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की संस्थापिका डॉ अंजू सिंह ने कहा कि वृक्षारोपण केवल एक औपचारिक कार्य नहीं बल्कि जीवन की आधारशिला है। क्योंकि वर्तमान समय में जब वनों की अंधाधुंध कटाई और प्रदूषण की समस्या लगातार बढ़ रही है, तब पेड़ों की भूमिका और भी अहम हो जाती है। लिहाज़ा संस्था ने इस दिशा में कार्य करते हुए विद्यालय परिसर को हरियाली से आच्छादित करने का संकल्प लिया है। एक पेड़ न केवल हमें ऑक्सीजन देता है, बल्कि पर्यावरण को शुद्ध और जलवायु संतुलित करता है, तो वहीं आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवनदायिनी भूमिका का निर्वहन भी करता है। स्कूल परिसर में पौधारोपण कार्यक्रम के दौरान उपस्थित महिलाओं और स्कूली बच्चियों ने सामूहिक रूप से पौधों को मां का दर्जा देते हुए कहा कि जैसे मां की सेवा करना हर बच्चे का कर्तव्य होता है, वैसे ही हमें पेड़ों की सेवा करनी चाहिए। “पेड़ केवल हरे- भरे पौधे नहीं बल्कि धरती मां के लिए धड़कन जैसा हैं। इनके बिना जीवन की कल्पना भी अधूरी है। अगर हम लोग एक पेड़ लगाकर उसे अपनी मां का नाम देंगे तो उससे भावनात्मक जुड़ाव होगा और उसकी देखभाल हम अधिक जिम्मेदारी से करेंगे।
वृक्षारोपण कार्यक्रम समाज के लिए एक प्रेरक संदेश: सारिका द्विवेदी
पीएम श्री अलख नारायण सिंह उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की प्राचार्या सारिका द्विवेदी ने कहा कि ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति का यह वृक्षारोपण कार्यक्रम समाज के लिए एक प्रेरक संदेश है। क्योंकि “एक पेड़ मां के नाम” जैसी संकल्पना ने न केवल लोगों को भावनात्मक रूप से जोड़ा है, बल्कि पेड़ों के महत्व को और अधिक गहराई से समझाया है। हालांकि इस अभियान ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि अगर हम सभी मिलकर छोटे- छोटे प्रयास करें तो निश्चित रूप से पर्यावरण संकट से निपटना संभव हो सकता है। साथ ही धरती को हरियाली से आच्छादित करने का संकल्प लेकर संस्था द्वारा जो पहल किया गया है, निहायत वह आने वाली पीढ़ियों के लिए जीवनदायी साबित होगी।कार्यक्रम का समापन वृक्षों की महत्ता को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा के साथ हुआ। अंत में विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएं और स्कूली बच्चियों ने सामूहिक रूप से अपने हाथों में पौधा लेकर पर्यावरण की रक्षा करेंगे, पेड़ों को काटने से बचेंगे और जल संरक्षण की दिशा में भी प्रयास करेंगे जैसे शपथ लिया।
संस्था द्वारा पर्यावरण संतुलन की दिशा में किए जा कार्यों से सीख लेने की जरूरत: धर्मेंद्र रस्तोगी
पत्रकार धर्मेंद्र रस्तोगी ने स्कूली बच्चियों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा केवल किताबों तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी निभाना शिक्षा का ही एक अभिन्न अंग है। क्योंकि वृक्षारोपण जैसे कार्य बच्चों को जिम्मेदार नागरिक बनने की प्रेरणा देता हैं।उक्त विद्यालय की प्राचार्या, शिक्षक, शिक्षिकाएं और छात्राओं द्वारा पौधारोपण में बढ़- चढ़कर भाग लिया गया।
वहीं “हर घर पेड़ लगाओ, धरती को हरा- भरा बनाओ” और “पेड़ हैं तो कल है, पेड़ नहीं तो जीवन नहीं।” जैसे नारे लगाए गए। पौधारोपण जैसे महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद संस्था द्वारा पर्यावरण संतुलन की दिशा में किए जा कार्यों से सीख लेने की जरूरत है। वहीं पुनीत कार्य को समाज के लिए अनुकरणीय बताया। उन्होंने यह भी कहा कि यदि स्थानीय स्तर पर कार्य करने वाली विभिन्न सामाजिक संस्था या परिवार के सभी सदस्य प्रति वर्ष केवल एक पेड़ भी लगाकर उसकी देखभाल करे तो पर्यावरण संतुलन को आसानी से बचाया जा सकता है। इस प्रकार का अभियान अन्य संस्थाओं और लोगों के लिए भी प्रेरणा बनेगा कि वह सभी अपने- अपने स्तर से प्रकृति की रक्षा में योगदान दें।
यह भी पढ़े
जिलाधिकारी ने ट्रेनर की भूमिका में सेक्टर पदाधिकारियों से किया वार्तालाप
सिसवन की खबरें : घुरघाट पंचायत भवन में राजस्व महाअभियान शिविर का आयोजन
बालक अपहरण कांड मामले में पुलिस ने पांच अपराधियों को किया गिरफ्तार