चुनाव आयोग ने प्रशांत किशोर की पार्टी को चुनाव चिन्ह बैग आवंटित किया

चुनाव आयोग ने प्रशांत किशोर की पार्टी को चुनाव चिन्ह बैग आवंटित किया

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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भारत के चुनाव आयोग ने बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले जन सुराज पार्टी को आधिकारिक तौर पर “स्कूल बैग” चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया है। पार्टी के सभी 243 उम्मीदवार अब इसी नए चिन्ह के तहत चुनाव लड़ेंगे। यह घटनाक्रम राजनीतिक रणनीतिकार से कार्यकर्ता बने प्रशांत किशोर द्वारा 2 अक्टूबर, 2024 को अपने राजनीतिक संगठन जन सुराज पार्टी के शुभारंभ की घोषणा के आठ महीने बाद हुआ है। पार्टी का शुभारंभ राज्य की राजधानी के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में कई प्रसिद्ध हस्तियों की मौजूदगी में किया गया।

पार्टी की शुरुआत किशोर द्वारा चंपारण से राज्य की 3,000 किलोमीटर से अधिक लंबी ‘पदयात्रा’ शुरू करने के ठीक दो साल बाद हुई थी, जहाँ महात्मा गांधी ने देश में पहला सत्याग्रह शुरू किया था, जिसका उद्देश्य लोगों को एक “नए राजनीतिक विकल्प” के लिए संगठित करना था जो बिहार को उसके पुराने पिछड़ेपन से निजात दिला सके।

पूर्व भाजपा सांसद को जन सुराज पार्टी का पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया

पिछले महीने किशोर ने घोषणा की थी कि पूर्व भाजपा सांसद उदय सिंह को सर्वसम्मति से पार्टी का पहला राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया है। पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए किशोर ने कहा था कि अब वह जन संपर्क पर ध्यान केंद्रित करेंगे और संगठन चलाने की जिम्मेदारी उदय सिंह और आरसीपी सिंह जैसे लोगों को सौंपेंगे। किशोर ने यह भी कहा कि उदय सिंह, जिन्हें पार्टी को रसद सहायता प्रदान करने के लिए जाना जाता है, को इस उद्देश्य के लिए गठित एक समिति द्वारा “केवल बहुमत से नहीं, बल्कि सर्वसम्मति से” चुना गया था।

पार्टी के सभी 243 प्रत्याशी इस निशान पर चुनाव मैदान में उतरेंगे। जन सुराज पार्टी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि ‘स्कूल बैग’ शिक्षा और प्रगति का प्रतीक है, जो उनकी विचारधारा को दर्शाता है। बता दें कि जन सुराज बिहार में एक उभरता हुआ राजनीतिक दल है, जिसकी स्थापना प्रशांत किशोर ने की है। प्रशांत किशोर, जिन्हें पीके के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रसिद्ध राजनीतिक रणनीतिकार रहे हैं, जिन्होंने कई बड़े नेताओं के लिए चुनावी रणनीति बनाई। 2015 में उन्होंने नीतीश कुमार और लालू यादव को मिलाकर बिहार में महागठबंधन की जीत में अहम भूमिका निभाई थी।

पार्टी ने प्रशांत किशोर को CM फेस के रूप में पेश किया

सियासी रणनीतिकार के रूप में लंबा समय बिताने के बाद प्रशांत किशोर खुद सक्रिय राजनीति में उतर गए और जन सुराज पार्टी की स्थापना की। प्रशांत किशोर के मुताबिक, जन सुराज पार्टी का मुख्य उद्देश्य बिहार में शिक्षा, रोजगार और प्रशासनिक सुधारों पर जोर देना है। पार्टी सभी 243 विधानसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है, और वह फिलहाल किसी गठबंधन में नहीं है। प्रशांत किशोर को पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में पेश किया है, और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह (पप्पू सिंह) ने दावा किया है कि किशोर बिहार में सबसे लोकप्रिय मुख्यमंत्री उम्मीदवार हैं।

नीतीश और तेजस्वी दोनों के खिलाफ हैं प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर और उनकी जन सुराज पार्टी बिहार की राजनीति में तीसरे विकल्प के रूप में उभरने की कोशिश कर रहे हैं, जो नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले NDA और तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले महागठबंधन के खिलाफ है। किशोर दोनों नेताओं की नीतियों और शासन की आलोचना करते हैं, और बिहार में शिक्षा, रोजगार और सुशासन को बढ़ावा देने का दावा करते हैं। उनकी आक्रामक रणनीति और बयानबाजी बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में एक रोचक राजनीतिक मुकाबले का संकेत देती है।

 

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