पटना के बिहटा में 4 घंटे चली मुठभेड़; 36 राउंड फायरिंग, AK-47 के साथ 4 अपराधी गिरफ्तार
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
पटना पुलिस ने बिहटा थाना क्षेत्र से पांडव सेना के सरगना संजय सिंह गिरोह के चार बदमाशों को एके 47 और .315 बोर राइफल के साथ गिरफ्तार किया है। बदमाशों को रविवार की सुबह अमनाबादा सोन नदी क्षेत्र से चार घंटे चली मुठभेड़ के बाद दबोचा गया। बालू के अवैध खनन और परिवहन में शामिल प्रत्येक नाव से रंगदारी वसूलते थे।
अपराधियों की पहचान छपरा के डोरीगंज निवासी संजय राय, वहीं के अजित कुमार, पालीगंज के सोनू कुमार और भोजपुर के शिवगंज थाना क्षेत्र निवासी यश कुमार के रूप में हुई है।पुलिस ने बदमाशों के पास से अलग-अलग बोर के 160 कारतूस और दो मोबाइल फोन भी जब्त किए हैं।
एसएसपी कार्तिकेय के शर्मा ने बताया कि पुलिस को बिहटा थाना क्षेत्र में सोन इलाके में बालू माफिया संजय सिंह के गिरोह की ओर से नाविकों से रंगदारी वसूलने और दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की सूचना मिल रही थी। यह भी पता चला था कि बदमाश इलाके में अवैध बालू खनन भी करवा रहे थे।
इसकी जानकारी के बाद पश्चिमी एसपी भानुप्रताप सिंह के नेतृत्व में दानापुर थानाध्यक्ष प्रशांत कुमार भारद्वाज की टीम ने रविवार की सुबह करीब पांच बजे अमनाबाद सोन नदी क्षेत्र में छापेमारी शुरू की,छापेमारी की भनक लगते ही बदमाशों ने पुलिस की टीम पर हमला कर दिया। एके 47 और राइफल से करीब तीन दर्जन से ज्यादा गोलियां पुलिस कर्मियों पर बरसाई गईं।
जवाब में पुलिस ने एक दर्जन से ज्यादा फायरिंग की। करीब चार घंटा तक मुठभेड़ चलती रही। गनीमत रही कि गोली किसी को नहीं लगी। बाद में पुलिस ने संजय राय, अजित कुमार, सोनू कुमार और यश कुमार नाम के अपराधी को गिरफ्तार कर लिया। पांच से सात बदमाश फरार होने में सफल हो गए। अपराधियों के पास से एके 47, राइफल और कारतूस इत्यादि बरामद हुए।
गिरफ्तार आरोपितों पर पहले से कई केस दर्ज हैं। एसएसपी ने कहा कि सभी बदमाश संजय सिंह गिरोह के सदस्य हैं। वे नाविकों से हर रोज चार से छह हजार रुपये रंगदारी वसूलने के अलावा अवैध बालू खनन का काम करते थे।फरार बदमाशों की पहचान की जा रही है। पुलिस को गिरोह के बदमाशों के पास और एके 47 होने की बात पता चली है।
फरार आरोपितों की गिरफ्तारी और हथियार बरामदगी के लिए छापेमारी की जा रही है,आरोपितों से पूछताछ कर यह पता लगाया जा रहा है कि उन्होंने एके 47 कहां से लाए थे। मालूम हो कि संजय सिंह गिरोह पहले कुख्यात बालू माफिया मानिक गिरोह का सक्रिय सदस्य था। मानिक से अलगाव के बाद उसने पांडव गिरोह बना लिया था। यह दोनों गिरोह बालू खनन को लेकर वर्चस्व की लड़ाई के लिए अक्सर एक दूसरे पर हमला करते रहते हैं।
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