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नहीं रहे मशहूर शायर जफर रानीपुरी, साहित्य जगत में शोक - श्रीनारद मीडिया

नहीं रहे मशहूर शायर जफर रानीपुरी, साहित्य जगत में शोक

नहीं रहे मशहूर शायर जफर रानीपुरी, साहित्य जगत में शोक

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श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

 

मशहूर शायर जफर रानीपुरी का रविवार की सुबह निधन हो गया। 74 वर्षीय जफर रानीपुरी ने आज पटना के एक हॉस्पिटल में इलाज के दौरान दुनिया को अलविदा कर दिया। उनके निधन की जानकारी मिलते ही साहित्यकारों,अदीबों और बुद्धिजीवियों में शोक की लहर दौड़ गयी। बताया जाता है कि वे एक सप्ताह से पटना के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था। हृदयगति रुकने से रविवार को उनका देहांत हो गया। विदित हो कि सीवान जिला के बड़हरिया प्रखंड का रानीपुर गांव उर्दू अदब के क्षेत्र के नाम अपना अलग मुकाम रखता है।

इसी रानीपुर गांव में 24 जनवरी, 1950 में जफर रानीपुरी का जन्म हुआ था। उनका असल नाम अलाउद्दीन था जो उर्दू की अदबी दुनिया में उपनाम जफर रानीपुरी के नाम से विख्यात थे। स्व अनिसुर्रहमान के पुत्र जफर रानीपुरी के यहाँ शेर व शायरी की समृद्ध परम्परा मिलती है। उनके पर दादा मुजफ्फर हुसैन ‘मुनव्वर’ उर्दू एवं फारसी के प्रतिष्ठित कवि थे। उनकी मसनवी ‘तवारीखे रोम’ 1910 ई. में सियालकोट (पाकिस्तान) से प्रकाशित हुए थी। उनके परदादा ग्यासुद्दीन अहमद ‘बर्क’ ने भी शायरी में लोकप्रियता हासिल की थी।

उनके काव्य संग्रह की पाण्डु लिपि आज भी मौजूद है। इसी माहौल में जफर ने आँखें खोलीं। शायरी के लिए उन्होंने किसी को गुरु नहीं बनाया बल्कि अपनी प्रतिभा, सूझ-बूझ और मेहनत से शायरी के नियमों से अवगत हुए। वे मूल रूप से ग़ज़ल के शायर थे। उनकी शायरी का विषयवस्तु नया और अन्दाज निराला है। जफर रानीपुरी की रचनाएँ उर्दू के स्तरीय पत्रिकाओं में प्रकाशित होती रहती हैं। उनका एक काव्य संग्रह “अहसास का सफर” सन् 2013 ई. में मुस्लिम एजुकेशनल प्रेस अलीगढ़ से प्रकाशित हो चुका है। उनकी गजल की बानगी यह है-

‘यादें हैं आस-पास ग़ज़ल लिख रहा हूँ मैं,
होकर बहुत उदास ग़ज़ल लिख रहा’। इधर उनके निधन पर शोक संवेदना प्रकट करने वालों में मशहूर और मारुफ शायर फहीम जोगापुरी, डॉ समी बहुआरवी, हेडमास्टर एहसानुल्लाह एहसान, नूर सुल्तानी,मोइज बभनबरवी, गाजी सदरपुरी, विपिन कुमार शरर,डॉ इरशाद अहमद, रजी अहमद फैजी,डॉ जकी हाशमी आदि शामिल हैं। शफी इमाम, डॉ मिथिलेश सिंह, जकीउल्लाह,भगरासन यादव, रिजवान अहमद, शमीम अहमद खान,प्रो महमूद हसन अंसारी,पूर्व मुखिया कफील अहमद,डॉ अशरफ अली सरपंच अरविंद श्रीवास्तव, तनवीर जकी, ओमप्रकाश पांडेय,फहीम आलम सहित अन्य ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति बताया है।

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