बिहार में  सूर्य का दिख रहा है प्रचंड रूप, आसमान से बरस रहे है आग , एक सप्ताह और रहेगी बिहार में हीट वेव का खतरा

बिहार में  सूर्य का दिख रहा है प्रचंड रूप, आसमान से बरस रहे है आग , एक सप्ताह और रहेगी बिहार में हीट वेव का खतरा

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
PETS Holi 2024
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, स्‍टेट डेस्‍क*

बिहार में गर्मी और लू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. बीते 24 घंटे में हीटवेव के कारण 12 लोगों की मौत हुई है, जिसमें बुजुर्गों की संख्या अधिक है. मौसम विभाग ने लगातार चौथे दिन आज रविवार को प्रदेश के 6 जिलों में अति भीषण उष्ण लहर का पूर्वानुमान जारी करते हुए रेड अलर्ट जारी किया है.

इसके साथ 12 जिलों में भीषण हीट वेब का पूर्वानुमान जारी करते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इन जिलों के लिए रेड अलर्ट जारीः बीते 24 घंटे में पटना समेत 23 जिलों में हीट वेब का प्रकोप देखने को मिला है. शेखपुरा में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गई है वहीं राजधानी पटना में अधिकतम तापमान बीते 44 घंटे में 43.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज की गई है.

बिहार के पूर्वी चंपारण, गया, भागलपुर, जहानाबाद और पूर्वी चंपारण, जिले में यलो अलर्ट जारी किया गया है. जबकि पटना, बेगूसराय, खगड़िया, नालंदा, बांका, शेखपुरा, जमुई और लखीसराय में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. वहीं औरंगाबाद, रोहतास, भोजपुर, बक्सर, कैमूर और अरवल में रेड अलर्ट जारी है. हीटवेव के कारण 12 लोगों की मौत हो गई है.

आपको बता दें कि हीटवेव से भोजपुर जिले में सर्वाधिक छह लोगों की मौत हो गई है. जिसमें 4 की पहचान नहीं हो पाई है. इसके अलावा रोहतास में दो, नालंदा में एक, जमुई में एक, गया में एक और पटना में एक व्यक्ति की मौत हीटवेव के कारण हुई है. बिहार में अगले 48 घंटों के दौरान अधिकतम तापमान में गिरावट होने की आसार नहीं है ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों से हीटवेव के प्रकोप से बचने की अपील की है.

24 जून तक बंद रखने का निर्देश :

वहीं दक्षिण बिहार में जिस प्रकार भीषण उष्ण लहर पड़ रहा है. उसको देखते हुए राजधानी पटना के डीएम चंद्रशेखर सिंह ने बड़ा निर्णय लेते हुए बारहवीं तक के सभी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को 24 जून तक बंद रखने का निर्देश दिया है. गौरतलब है कि इससे पहले 20 जून को गर्मी छुट्टी के बाद सभी स्कूल खुलने वाले थे, लेकिन चिलचिलाती गर्मी और इसको लेकर रेड अलर्ट के कारण जिला प्रशासन ने 24 जून तक सभी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश दे दिया है.

मौसम विभाग ने दी लोगों को सलाहः

मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों तक राज्य के दक्षिणी तथा मध्य बिहार में पछुआ हवा का प्रवाह चल रहा है, जिसमें सतही हवा की गति 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा के रफ्तार से हवा चलने का पूर्वानुमान है जो झोंके के साथ हवा की गति लगभग 40 किलोमीटर बनी रहेगी. मौसम विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि आद्रता के साथ अभी अधिकतम तापमान का एहसास 48 से 50 डिग्री सेल्सियस के बीच का है. ऐसे में उच्च तापमान अधिक महसूस होने की वजह से हीट स्ट्रोक के मामले बढ़ सकते हैं. मौसम विभाग ने लोगों को सलाह दी है कि इस मौसम में धूप में अधिक देर तक रहना या भारी काम करना जानलेवा हो सकता है.

पटना, भोजपुर समेत दक्षिण बिहार के कई जिले सीवियर हीटवेव की चपेट में हैं. अगले 48 घंटों के दौरान यही स्थिति बनी रहेगी. इसके अलावा दक्षिण पश्चिम बिहार के कुछ हिस्सों में एक्सट्रीम सीवियर हीटवेव की स्थिति बनी हुई है. मानसून के आगे बढ़ने की स्थिति नहीं बन रही है.” – आशीष कुमार, मौसम वैज्ञानिक

डॉक्टर ने दी धूप से बचने की सलाहः पटना के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ दिवाकर तेजस्वी ने बताया कि हीट स्ट्रोक से बचने के लिए हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहने, इसके साथ ही घर से बाहर निकलते समय सिर को ढके, इसके लिए टोपी, छाता अथवा तौलिया का प्रयोग करें. डिहाईड्रेशन से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिए और इस मौसम में ओआरएस, छाछ और लस्सी के साथ-साथ मौसमी फलों के जूस का सेवन फायदेमंद है इन दिनों प्रदेश का अधिकतम तापमान 43-44 डिग्री सेल्सियस के करीब बना हुआ है. इस वजह से इन दिनों हीटस्ट्रोक के मामले बढ़े हुए हैं. गर्मी से बचने के लिए हल्के रंग के ढीले-ढाले सूती कपड़े पहने. इस मौसम में पसीने के कारण शरीर में फंगस की शिकायत भी बढ़ी हुई है. इसलिए जरूरी है कि सुबह शाम अच्छे से स्नान करें और शरीर में जहां अधिक पसीना आता है. वहां अच्छी साफ सफाई रखें”

 

यह भी पढ़े

साइबर थाना के द्वारा 24 घंटे में साइबर अपराधियों के द्वारा ठगी गई राशि को पीड़ित के खातों में वापस कराया गया

उर्वरक की जमाखोरी, कालाबाजारी, निर्धारित दर से अधिक दरों पर बिक्री करने वालों पर होगी कडी कार्यवाही – डॉ. दिनेश चन्द्र

Leave a Reply

error: Content is protected !!