फ्यूल स्विच में गड़बड़ी या पायलट की गलती?

फ्यूल स्विच में गड़बड़ी या पायलट की गलती?

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

 12 जून को अहमदाबाद में हुए विमान हादसे को एक महीना पूरा हो गया है। एअर इंडिया की फ्लाइट AI171 टेकऑफ के कुछ सेकेंड बाद ही क्रैश हो गई थी। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हो गई थी और केवल 1 यात्री जिंदा बच पाया था। हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स की बरामदगी हुई और एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इंवेस्टीगेशन ब्यूरो यानी एएआईबी इसकी जांच कर रहा था।

एएआईबी ने शनिवार को 15 पेज की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट पेश की, जिसमें विमान दुर्घटना के संभावित कारणों के बारे में जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, टेकऑफ के कुछ ही सेकेंड बाद प्लेन के फ्यूल स्विच बंद हो गए थे और इंजन को थ्रस्ट नहीं मिल पाया। लेकिन अब इन संभावनाओं पर ही प्रश्न चिन्ह खड़ा होने लगा है।

15 पेज की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में एएआईबी ने AI171 के प्लेन क्रैश से जुड़े तथ्यों को सामने रखने की कोशिश की है। इसमें लिखा है कि प्लेन के कॉकपिट में इंजन को फ्यूल देने के लिए जो मैनुअल स्विच लगे रहते हैं, वह टेकऑफ के चंद सेकेंड बाद ही बंद हो गए थे। रिपोर्ट के पेज नंबर 14 पर दोनों पायलट के बीच अंतिम क्षणों में हुई बातचीत भी दर्ज है।

एएआईबी के मुताबिक,

एक पायलट ने पूछा: तुमने फ्यूल स्विच कटऑफ क्यों कर दिया?

दूसरे पायलट ने जवाब दिया: मैंने ऐसा नहीं किया

रिपोर्ट में बताया गया है कि टेकऑफ क्लिरेंस मिलने के बाद प्लेन ने रोल करना शुरू कर दिया और टेकऑफ के लिए जरूरी स्पीड मिलने के बाद दोपहर के 1:38:39 बजे इसने टेकऑफ कर दिया। 1:38:42 बजे प्लेन की रिकॉर्डेड एयरस्पीड 180 नॉट्स थी और यही वो वक्त था, जब प्लेन के इंजन 1 और 2 महज 1 सेकेंड के अंतराल से रन से कटऑफ की स्थिति में चले गए। इस वजह से प्लेन के इंजन में फ्यूल पहुंचना बंद हो गया और प्लेन नीचे आने लगा।

क्या है रन और कटऑफ का मतलब?

यहां पहले ये समझने की जरूरत है कि फ्यूल स्विच में रन और कटऑफ का क्या मतलब हुआ, जिससे आपके दिमाग में एक क्लियर तस्वीर बन सके। दरअसल प्लेन के कॉकपिट (जहां बैठकर पायलट विमान को उड़ाता है) में फ्यूल के दो स्विच लगे होते हैं। दोनों इंजन के लिए अलग-अलग स्विच। इसमें दो पोजिशन होती है- ऊपर की तरफ रन और नीचे की तरफ कटऑफ।

रन का मतलब इंजन में फ्यूल जा रहा है और कटऑफ का मतलब इंजन को फ्यूल नहीं मिल रहा है। ये स्विच इंजन फेल होने की स्थिति में उसे मैनुअल रूप से रिस्टार्ट और शटडाउन करने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं। अगर साधारण भाषा में कहें, तो प्लेन के इंजन का चालू रखने के लिए स्विच रन पर और बंद रखने के लिए कटऑफ पर होता है।

क्या गलती से बंद हो सकते हैं स्विच?

AI171 बोइंग का 787-8 ड्रीमलाइनर विमान था। इसमें फ्यूल के दोनों स्विच थ्रस्ट लीवर के ठीक नीचे लगे होते हैं। लेकिन यहां एक बात समझनी जरूरी है कि ये स्विच आपके घर में लगने वाले स्विच जैसे नहीं होते हैं, जो कई बार मामूली टच होते ही बंद हो जाते हैं। प्लेन के फ्यूल स्विच सिस्टम को फेल-प्रूफ बनाया जाता है, जिसे रन या कटऑफ करने के लिए एक प्रक्रिया की आवश्यकता होती है।

ये फ्यूल स्विच स्प्रिंग लोडेड होते हैं। अगर फ्यूल स्विच को कटऑफ से रन पर लाना है, तो स्विच को थोड़ी ताकत से बाहर की तरफ खींचना होता है और फिर इसे रन मोड पर लाया जा सकता है। इसी तरह रन से कटऑफ मोड पर जाने के लिए भी स्विच को बाहर खींचकर फिर कटऑफ मोड पर लाया जा सकता है। सीधा-सीधा कहें तो स्विच के नीचे लगे स्प्रिंग उसे भूलवश मोड बदलने से रोकने के लिए ही होते हैं और इसमें मानवीय भूल की संभावना न के बराबर है।

विशेषज्ञों ने क्यों जताई हैरानी?

फ्यूल स्विच का फेल प्रूफ सिस्टम ही वह वजह है, जिसके कारण विशेषज्ञ इसके गलती से बंद होने की संभावना को नकार रहे हैं। एविएशन एक्सपर्ट ऋषिकेश मिश्रा के मुताबिक, ‘अभी तक की जांच में जो तथ्य सामने आए हैं, उसमें इंजन के फ्यूल स्विच ऑफ होने की बात कही गई है। फ्यूल स्विच अपने आप ऑफ हो जाए ये संभव नहीं है। दोनों इंजन के फ्यूल स्विच अलग-अलग होते है और स्विच पर कवर लगा होता है। ऐसे में जिसने भी स्विच ऑफ किया है, वो विमान का जानकार था।’

उनके मुताबिक, ‘कॉकपिट में कितने लोग थे या स्विच किसने बंद किया, ये सब अभी जांच का विषय है। हां, ये जरूर है कि अगर विमान ऊंचाई पर होता तो बच जाता। पायलट को स्विच ऑन करने और सिस्टम रिबूट होने में 30 से 40 सेकेंड लगते है। जिसने भी स्विच बंद किया, वो इस बात को भी जानता था। आने वाले दिनों में जांच में कुछ और बड़े खुलासे हो सकते है।’

वरिष्ठ पायलट और एविएशन सेफ्टी एक्सपर्ट अमित सिंह ने कहा, ‘जांच में अब तक बाकी सभी संभावनाओं को खारिज कर दिया गया है। यह तय है कि दोनों इंजन बंद हो गए थे। संभव है कि फ्यूल कंट्रोल स्विच ऑफ होने के कारण इंजन बंद हुए हों। अब सवाल यह है कि ये स्विच बंद कैसे हुए? तकनीकी खराबी की वजह से या मानवीय हस्तक्षेप से? क्योंकि एयरक्राफ्ट की डिजाइन ऐसी है कि यह स्विच अपने आप ऑन या ऑफ नहीं हो सकते। समय के साथ असली कारण सामने आएगा। इसमें सहायक कारण भी हो सकते हैं, क्योंकि हादसे अक्सर कई कारणों के संयोजन से होते हैं। इसलिए बेहद गहराई से जांच की जरूरत है।’

क्या अनजाने में बंद हो गए थे स्विच?

जांचकर्ताओं ने ये भी बताया है कि अमेरिका के फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन यानी एफएए ने 2018 के सेफ्टी बुलेटिन में ऐसे एयरक्राफ्ट के फ्यूल कंट्रोल स्विच के लॉकिंग मैकेनिज्म में संभावित समस्याओं के बारे में चेतावनी दी थी। अब इस बात की जांच की जा रही है कि ये स्विच कटऑफ मोड में कैसे आ गए और इसके पीछे कोई मैकेनिकल फॉल्ट, अनजाने में हुई मानवीय भूल या सिस्टम में हुई कोई दूसरी खराबी तो नहीं थी।

न्यूज एजेंसी पीटीआई से अनुभवी पायलट ने कहा है कि स्विच के कटऑफ और रन मोड के बीच एक इलेक्ट्रॉनिक गेट होता है। इसी कारण स्विच को खींचकर उसे रन से कटऑफ या कटऑफ से रन मोड पर लाना होता है। ये एक सेफ्टी फीचर है। मानवीय भूल की स्थिति पर यकीन इसलिए भी नहीं हो पाता, क्योंकि दोनों पायलट काफी अनुभवी थे और उन्हें क्रमश: 15638 और 3403 उड़ान घंटों का एक्सपीरिएंस था।

एयरपोर्ट के सीसीटीवी फुटेज में क्या दिखा?

विशेषज्ञों की मानें, तो पायलट के अनजाने में स्विच बंद करने की बात असंभव है। अमेरिकी सुरक्षा विशेषज्ञ जॉन नैन्स ने कहा कि कोई भी समझदार पायलट उड़ान के दौरान फ्यूल स्विच को कभी बंद नहीं करेगा। विशेष तौर पर क्लाइंब फेज में। एएआईबी की जांच रिपोर्ट में रैम एयर टर्बाइन (जिसे शॉर्ट में RAT कहते हैं) का भी जिक्र किया गया है।

ये एक तरीके का बैकअप पावर सोर्स होता है, जो दोनों इंजनों के खराब होने की स्थिति में एक्टिव हो जाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरपोर्ट पर लगे सीसीटीवी फुटेज में दिखता है कि लिफ्ट ऑफ के तुरंत बाद ही RAT डिप्लॉय हो गया था और एयरपोर्ट का क्षेत्र पार करने से पहले ही प्लेन ने अपनी ऊंचाई खोनी शुरू कर दी थी। इस दौरान किसी पक्षी के टकराने जैसी भी कोई घटना नहीं हुई थी।

जब ऑन किए गए फ्यूल स्विच…

एएआईबी की रिपोर्ट में ये भी दर्ज है कि पायलट ने तुरंत फ्यूल स्विच को कटऑफ से रन मोड पर कर दिया था। रिपोर्ट के मुताबिक, स्विच बंद होने के 10 सेकेंड बाद यानी 1:38:52 बजे इंजन 1 फ्यूल स्विच को कटऑफ से रन मोड पर कर दिया गया। इसके 4 सेकेंड बाद ही यानी 1:38:56 बजे इंजन 2 फ्यूल स्विच को भी कटऑफ से रन पर लाया गया। लेकिन प्लेन की ऊंचाई कम होने की वजह से इंजन को थ्रस्ट जनरेट करने का पर्याप्त समय नहीं मिल पाया।

1:39:05 बजे पायलट ने ‘मेडे’ की कॉल दी, लेकिन जवाब से पहले ही प्लेन क्रैश हो गया। एएआईबी ने अभी जो रिपोर्ट पेश की है, वह प्रारंभिक जांच के आधार पर है। इस मामले में जांच अभी जारी है और जांच टीम दूसरे सबूतों, रिकॉर्ड्स और जानकारियों का भी रिव्यू करेगी। इसके बाद फाइनल रिपोर्ट जारी की जाएगी।

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