उत्तर भारत के कुलपतियों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का राज्यपाल करेंगे उद्घाटन

उत्तर भारत के कुलपतियों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का राज्यपाल करेंगे उद्घाटन

श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा

1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow
1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow

एनसीटीई, एचएसएचईसी व केयू के संयुक्त तत्वावधान में 300 से अधिक प्रतिनिधि लेंगे भाग
‘शिक्षक शिक्षा में परिवर्तन विकसित भारत 2047 की दिशा में’ विषय पर होगा बौद्धिक मंथन

कुरुक्षेत्र, 27 अप्रैल : नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन, हरियाणा स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में हरियाणा के महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय श्री बंडारू दत्तात्रेय प्रातः 10 बजे विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में ‘शिक्षक शिक्षा में परिवर्तन विकसित भारत 2047 की दिशा में’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन 2025 का उद्घाटन करेंगे।

इस अवसर पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा, एनसीटीई के चेयरपर्सन प्रो. पंकज अरोड़ा, हरियाणा स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल के चेयरमैन प्रो. कैलाश चन्द्र शर्मा, प्रो. सीके सलूजा, निदेशक, समस्कृत प्रमोशन फाउंडेशन, एनसीटीई की सदस्य सचिव श्रीमती अभिलाषा झा मिश्रा, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा सहित चंडीगढ़, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख के विश्वविद्यालयों एवं संस्थान के कुलपति एवं निदेशक भाग लेंगे।

इस विषय में विस्तार से जानकारी देते हुए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि उत्तर भारत के अलग-अलग राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त संस्थानों के निदेशक एवं कुलपति इस राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेंगे। कार्यक्रम के पहले दिन मुख्य आयोजन विश्वविद्यालय के ऑडिटोरियम में किया जाएगा।

इसके पश्चात प्रतिनिधि मंडल धरोहर हरियाणा संग्रहालय का अवलोकन करेगा। उन्होंने बताया कि प्रतिनिधि मंडल के सदस्य ब्रह्मसरोवर पर आयोजित होने वाली आरती में भाग लेंगे। उन्होंने बताया कि सम्मेलन के दूसरे दिन समानतर रूप से दो सत्र आयोजित किए जाएंगे। इनमें बीएड तथा एमएड के कोर्सिज संबंधित बौद्धिक मंथन होगा।

इसके साथ ही एनईपी के लाभ, राष्ट्रीय शिक्षा के समक्ष चुनौतियां, अनुभवी कुलपतियों द्वारा अपने अनुभव भी साझा किए जाएंगे। इसके साथ ही एक सत्र संवेदीकरण एवं क्षमता निर्माण में नोडल ऑफिसर की भूमिका विषय पर भी बौद्धिक मंथन होगा। उन्होंने बताया कि एनसीटीई एवं एचएसएचईसी की टीम विश्वविद्यालय परिसर में पहुंच चुकी है। इस संबंध में दोनों टीमों के प्रतिनिधियों ने रविवार को विश्वविद्यालय के अंतरराष्ट्रीय अतिथि गृह में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल तथा कुवि की आयोजक समिति के साथ बैठक आयोजित कर व्यवस्था का जायजा लिया। एनसीटीई की ओर से यह तीसरा राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।

इससे पूर्व एनसीटीई द्वारा एनईएचयू विश्वविद्यालय शिलांग में प्रथम सम्मेलन तथा गुजरात विद्यापीठ, अहमदाबाद में द्वितीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है।आयोजन व्यवस्था को लेकर एनसीटीई एवं एचएसएचईसी के प्रतिनिधियों के अतिरिक्त आयोजित बैठक में कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल, कार्यक्रम के संयोजक अधिष्ठाता शैक्षणिक मामले प्रो. दिनेश कुमार, कार्यक्रम के कोऑर्डिनेटर प्रो. संजीव शर्मा, अधिष्ठाता महाविद्यालय प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. अमित लूदरी, प्रो. विवेक चावला, डॉ. अश्वनी मित्तल, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया सहित अनेक गणमान्य अधिकारी मौजूद रहे।
शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा होंगे समापन समारोह में मुख्यातिथि।

केयू में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन समारोह में हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा बतौर मुख्यातिथि अपना उद्बोधन देंगे। इस अवसर पर उत्तर भारत के अलग-अलग राज्यों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति भी रहेगी। इसके साथ ही मुख्यातिथि के समक्ष दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की जाएगी। एनसीटीई के चेयरपर्सन प्रो. पंकज अरोड़ा, एचएसएचईसी के चेयरमैन प्रो. कैलाश चन्द्र शर्मा तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा भी समापन समारोह को सम्बोधित करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!