बिहार के 35,333 प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षकों का हुआ पदस्थापन
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
बिहार के 35,333 प्राथमिक विद्यालयों में सोमवार को प्रधान शिक्षकों का पदस्थापन किया गया। शिक्षा विभाग की ओर से बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा पर इन अभ्यर्थियों की नियुक्ति करते हुए उनका पदस्थापन किया गया।
राज्य में यह पहला अवसर है, जब प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक नियुक्त किए गए हैं। संबंधित प्रधान शिक्षकों के प्रखंड एवं विद्यालय आवंटन से संबंधित आदेश प्राथमिक शिक्षा निदेशक साहिला के हस्ताक्षर से जारी किया गया ।
प्राथमिक विद्यालयों में प्रधान शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए शिक्षा विभाग द्वारा भेजे गए 37,943 पदों की अधियाचना के आलोक में बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा गत 19 नवंबर को 36,947 सफल अभ्यर्थियों की नियुक्ति की अनुशंसा की गयी थी।
अनुशंसा की समीक्षा में पाया गया अनुशंसित 36,947 अभ्यर्थियों में से ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर 36,742 स्थानीय निकाय शिक्षक ही पंजीकृत हैं। वर्तमान में प्राथमिक विद्यालयों की संख्या 37,943 से बढ़कर 37,977 हो गयी है।
बिहार लोक सेवा आयोग की अनुशंसा के आलोक में चार चरणों में गत नौ दिसंबर से 13 फरवरी, आठ एवं नौ जनवरी तथा 10 फरवरी से 18 मार्च तक हुई काउंसलिंग में 36,092 अभ्यर्थियों के सभी कागजात दस्तावेज सही पाए गये।
इनमें से तय तिथि तक विकल्प देने वाले 35,334 अभ्यर्थियों को एक जुलाई को जिला आवंटित किया गया। उसके बाद तीन-तीन प्रखंड के विकल्प की मांग की गयी। 35,334 अभ्यर्थियों में से 33,376 अभ्यर्थियों द्वारा विकल्प दिया गया।
इसके मद्देनजर शिक्षा विभाग की संबंधित कमेटी की शनिवार को बैठक हुई। उसमें 35,333 अभ्यर्थियों आवंटित जिलान्तर्गत प्रखंड व विद्यालय आवंटन पर विचार हुआ। कमेटी की अनुशंसा के आलोक में संबंधित 35,333 अभ्यर्थियों प्रखंड-विद्यालय में पदस्थापित किया गया है।
बिहार के 35 हजार से अधिक प्राथमिक विद्यालयों को इसी माह प्रधान शिक्षक मिल जाएंगे। कक्षा एक से 5 तक के प्राथमिक स्कूलों में प्रधान शिक्षक की तैनाती के लिए शिक्षा विभाग ने तैयारी तेज कर दी है। प्रधान शिक्षकों के जिला आवंटन से संबंधित आपत्ति का निराकरण शिक्षा विभाग ने कर दिया है। जिसके बाद प्रधान शिक्षकों को स्कूल आवंटन का अवरोध समाप्त हो गया है। प्रधान शिक्षक के पद पर नियुक्ति के लिए अनुशंसित अभ्यर्थियों को नए सिरे से मेरिट कम च्वाइस के आधार पर सॉफ्टवेयर के माध्यम से एक जुलाई को जिला आवंटन कर दिया गया है।
नए सिरे से जिला आवंटन की जानकारी उच्च न्यायालय को दी गई है। इसके बाद अब प्रधान शिक्षकों को स्कूल आवंटन किया जा सकता है। इसके पहले प्रधान शिक्षक पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों के आवंटन को एक जुलाई को ही रद्द कर दिया गया था। राज्य में 42 हजार प्रधान शिक्षक पद पर चयन के लिए बीपीएससी के माध्यम से परीक्षा ली गई थी। 2024 के नवंबर में जारी रिजल्ट में 36 हजार 947 शिक्षकों को प्रधान शिक्षक पद के लिए सफल घोषित किया गया था।
रिजल्ट जारी होने के बाद शिक्षा विभाग ने प्रधान शिक्षक के लिए चयनित को जिला आवंटित कर दिया था। शिक्षा विभाग के फैसले के खिलाफ कुछ लोगों ने हाईकोर्ट में अपील दायर की थी। इसके बाद हाईकोर्ट ने प्रधान शिक्षकों की स्कूलों में पदस्थापना पर रोक लगा दी थी। तब से प्रधान शिक्षक पद पर चयनित शिक्षक स्कूल में तैनाती का इंतजार कर रहे हैं।
ई-शिक्षा कोष पर दिखेगा स्कूल आवंटन
अब मामला सुलझ गया है। प्रधान शिक्षक को पोर्टल के माध्यम से ही स्कूल आवंटित होगा। प्रधान शिक्षक का पद जिला स्तरीय है। पदस्थापन के लिए इनसे तीन-तीन जिलों का विकल्प भी ई शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से लिया गया था। प्रधान शिक्षक को ई शिक्षा कोष पोर्टल पर ही स्कूल आवंटन दिखेगा। पोर्टल के माध्यम से ही स्कूल में योगदान संबंधी कार्रवाई भी पूरी कर सकेंगे। अभी प्रारंभिक स्कूलों में नियमित प्रधान शिक्षकों के बदले प्रभारी शिक्षकों से स्कूल संचालन हो रहा है।