अल कायदा की मास्टरमाइंड शमा परवीन तक कैसे पहुंची पुलिस?
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
ऑपरेशन सिंदूर के बाद सभी सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। देश की अलग-अलग जगहों पर ऑपरेट कर रहे आतंकी संगठनों से जुड़े एजेंट्स पर तेजी से शिकंजा कसा जा रहा है। तीन आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस को एक और बड़ी कामयाबी मिली है। गुजरात ATS ने बेंगलुरु से एक महिला को गिरफ्तार किया है, जिसका संबंध खूंखार आतंकी संगठन अल कायदा से बताया जा रहा है। महिला का नाम शमा परवीन है, जिसकी उम्र 30 साल है। गुजरात ATS ने खुफिया जानकारी के आधार पर शमा को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
गुजरात ATS के DIG सुनील जोशी ने इसकी जानकारी दी है। उनके अनुसार, शमा परवीन भारत में अल कायदा की मास्टरमाइंड थी। वो बेंगलुरु से ऑपरेट कर रही थी। पिछले हफ्ते पुलिस ने अल कायदा के ही 3 आतंकियों को पकड़ा था। उनसे पूछताछ के दौरान पुलिस को शमा परवीन के बारे में पता चला और पुलिस ने बेंगलुरु में ही उसे धर दबोचा। गुजरात ATS की पूछताछ में शमा परवीन ने देश के खिलाफ साजिश रचने की बात कबूल की है। शमा ने माना है कि वो सोशल मीडिया पर जिहादी कंटेंट फैलाकर लोगों को गुमराह करने की कोशिश कर रही थी। पुलिस को शमा के पास डिजिटल डेटा के रूप में बड़े सबूत भी हाथ लगे हैं।
शमा तक कैसे पहुंची पुलिस?
गुजरात ATS ने 21-22 जुलाई को अल कायदा के 4 आतंकियों को गिरफ्तार किया था। इस दौरान पुलिस को इनके पास से कई चीजें भी बरामद हुईं, जिससे यह सभी देश में जिहाद फैलाने की कोशिश कर रहे थे। इन्हें पुलिस ने अहमदाबाद, मोडासा, चांदनी चौक और नोएडा से पकड़ा था।
पकड़े गए आतंकी | शहर | राज्य |
फारदीन शेख | अहमदाबाद | गुजरात |
सैफुल्लाह कुरैशी | मोडासा | गुजरात |
जीशान अली | नोएडा | उत्तर प्रदेश |
मोहम्मद फैक | चांदनी चौक | दिल्ली |
पाकिस्तान से मिला कनेक्शन
चारों आतंकियों से पूछताछ के दौरान पुलिस इनके सोशल मीडिया अकाउंट्स तक पहुंची। चारों आतंकी सोशल मीडिया पर भड़काऊ भाषण, जिहादी कंटेंट और काफिरों के खिलाफ हिंसा जैसे कंटेंट शेयर करते थे। यह सारा कंटेंट ज्यादातर 5 इंस्टाग्राम अकाउंट्स से शेयर किए जाते थे। इन अकाउंट्स के जरिए यह आतंकी पाकिस्तान के भी संपर्क में थे।
मात्र 30 साल की अल कायदा की महिला आतंकी शमा परवीन को खतरनाक तरीके से रेडिक्लाइज किया जा चुका है. शमा परवीन झारखंड की रहने वाली है. उसे गुजरात ATS ने मंगलवार को कर्नाटक के बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है. शमा पाकिस्तान से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिये सीधे संपर्क में थी और चार से पांच ऑनलाइन टेरर मॉड्यूल पर काम कर रही थी. शमा परवीन को भारत में AQIS (Al-Qaeda in the Indian subcontinent) का मुख्य कर्ता-धर्ता बताया जा रहा है.
सूत्रों ने बताया कि शमा परवीन कथित तौर पर पूरे मॉड्यूल को चला रही थी. शमा कर्नाटक में पूरे मॉड्यूल को खुद हैंडल कर रही थी.इस वक्त गुजरात एटीएस ने शमा परवीन की एक मात्र फोटो जारी की है. इसमें शमा परवीन बुरका पहने हुए है. और मात्र उसका चेहरा दिख रहा है. गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने इस गिरफ्तारी की जानकारी देते हुए कहा कि गुजरात पुलिस ने ऑनलाइन आतंकी मॉड्यूल को तोड़ने में सफलता हासिल की है. इस मामले में चार आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है. इनसे पूछताछ के आधार पर इस महिला आतंकी को एटीएस ने कर्नाटक से दबोचा है.
रिपोर्ट के अनुसार गुजरात एटीएस के अनुसार शमा परवीन नाम की ये महिला आतंकी पाकिस्तान के टेरर आकाओं से सीधे संपर्क में थी. ये आतंकी पांच टेरर मॉड्यूल पर काम कर रहे थे. एटीएस के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस से शमा परवीन के पाकिस्तानी कनेक्शन का खुलासा हुआ है.
इंस्टाग्राम के जरिये ब्रेनवॉश
गुजरात एटीएस के डीआईजी सुनील जोशी ने शमा परवीन की गिरफ्तारी पर कहा कि 22 जुलाई को पकड़े गए आतंकी एक इंस्टा अकाउंट के संपर्क में थे. इनके तीन और अकाउंट पर कनेक्शन थे. इस अकाउंट के काफी फॉलोअर्स थे. बेंगलुरु से शमा परवीन इस अकाउंट को चला रही थी. इस अकाउंट के जरिये लड़कों को ब्रेनवॉश कर उन्हें रेडिक्लाइज किया जाता था. इनका मकसद भारत में मजहबी आधार पर हिंसा फैलाना था.
डीआईजी सुनील जोशी ने कहा कि कर्नाटक की स्थानीय पुलिस की मदद से शमा परवीन को गिरफ्तार किया गया है. इसके बाद ट्रांजिट रिमांड पर गुजरात लाया गया है. उन्होंने कहा कि शमा काफी पाकिस्तानी लोगों से संपर्क में थी. इसके अलावा उशका दूसरे देशों के लोगों के साथ भी संपर्क था. जिसकी जांच चल रही है.
सुरक्षा एजेंसियों ने बताया कि परवीन बेहद रेडक्लाइज है. यानी कि उसे खतरनाक तरीके से ब्रेनवॉश किया गया है. शमा परवीन फिलहाल बंगलौर में रह रही थी. इसका सोशल मीडिया अकाउंट लंबे समय से सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था. इससे एजेंसियों को कुछ सुराग मिलने की उम्मीद है.
चार संदिग्धों की गिरफ्तारी से जुड़ा लिंक
बता दें कि शमा परवीन की गिरफ्तारी का कनेक्शन हाल में देश में गिरफ्तार चार हाई प्रोफाइल आतंकियों से जुड़ा हुआ है. शमा परवीन की गिरफ्तारी 23 जुलाई को हुई कई गिरफ्तारियों के बाद हुई है. सुरक्षा एजेंसियों ने 20 से 25 साल की उम्र के चार संदिग्ध आतंकियों को गुजरात, दिल्ली और नोएडा से हिरासत में लिया गया था. इनके नाम मोहम्मद फरदीन, सैफुल्लाह कुरैशी, जीशान अली और मोहम्मद फैक के रूप में हुई थी. ये चारों आतंकी भी AQIS से जुड़े हैं.
अधिकारियों का दावा है कि ये संदिग्ध कथित तौर पर एक सोशल मीडिया ऐप के ज़रिए एक-दूसरे के संपर्क में थे और कथित तौर पर उन्हें पूरे भारत में हाई-प्रोफाइल टारगेट दिए गए थे. इनसे मिले इनपुट के आधार पर ही शमा परवीन को अरेस्ट किया गया है.अधिकारियों का दावा है कि इस ग्रुप का सीमा पार संबंध थे और वे भारत के बाहर अपने आकाओं के संपर्क में थे.
एटीएस अधिकारियों के अनुसार दहशतगर्दों का ये मॉड्यूल किसी स्थान या व्यक्ति को निशाना बनाने के अलावा लोगों को कट्टरपंथी विचारधारा से जोड़ने के मकसद से भी काम कर रहा था. ये लोग सोशल मीडिया के जरिये लोगों को ब्रेनवॉश करते थे और भारत में शरिया नियम लागू करने की चर्चा करते थे, लोकतंत्र खत्म करने और भड़काऊ संदेशों के ज़रिए लड़कों को उकसाते थे.