अगर राफेल जेट्स गिराए गए हैं तो ये बहुत बड़ा नुकसान है- गौरव गोगोई

अगर राफेल जेट्स गिराए गए हैं तो ये बहुत बड़ा नुकसान है- गौरव गोगोई

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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लोकसभा में कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ रोकने और पहलगाम हमले के आतंकियों को पकड़ने में विफलता पर सरकार से जवाब मांगा। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से सुरक्षा चूक की नैतिक जिम्मेदारी लेने की मांग की। गोगोई ने सरकार पर सच्चाई छिपाने और चीन के मुद्दे पर चुप रहने का आरोप लगाया।

 संसद के मानसून सत्र के दौरान ऑपरेशन सिंदूर पर महाबहस चल रही है। लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बाद बोलते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि माननीय मंत्री बोले तो बहुत लेकिन ये नहीं बताया कि आतंकी पहलगाम तक पहुंचे कैसे?

इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अगर कुछ राफेल जेट्स गिराए गए हैं तो ये बहुत बड़ा नुकसान है। लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गोगोई ने कहा, “यह सूचना युद्ध का युग है। माननीय मंत्री ने बहुत कुछ कहा, लेकिन यह जवाब नहीं दिया कि आतंकवादी पहलगाम तक कैसे पहुंच पाए और वहां 26 लोगों की हत्या कैसे कर पाए?”

‘ऑपरेशन सिंदूर की सच्चाई जानने का हक’

उन्होंने कहा, “सरकार को स्पष्ट करना होगा। भारत के लोग ऑपरेशन सिंदूर के पीछे की सच्चाई जानने के हकदार हैं।” गौरव गोगोई ने कहा कि विपक्ष ने ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष बहस की मांग ठीक नहीं सवालों को पूछने के लिए की थी। सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए, न कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के पीछे छिपना चाहिए।

‘पीएम मोदी ने बिहार में दिया राजानीतिक भाषण’

गोगोई ने अपने भाषण की शुरुआत ये कहते हुए की कि पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद कुछ ताकतें गलत सूचना फैलाने के लिए काम कर रही हैं। उन्होंने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की यात्रा के बाद बिहार में एक राजनीतिक भाषण दिया, बजाय इसके कि वो प्रभावित क्षेत्र का तुरंत दौरा करते। उन्होंने कहा, केवल हमारे नेता राहुल गांधी वहां पर प्रभावित लोगों से मिलने के लिए गए।

लोकसभा में कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने सोमवार को कहा कि सरकार को बताना चाहिए कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ क्यों रोका गया था और पहलगाम में 26 निर्दोष नागरिकों की हत्या करने वाले आतंकवादी अब तक गिरफ्त से बाहर क्यों हैं।

निचले सदन में ‘पहलगाम में आतंकवादी हमले के जवाब में भारत के मजबूत, सफल एवं निर्णायक ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विशेष चर्चा’ में भाग लेते हुए कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि पहलगाम आतंकी हमले में सुरक्षा चूक की नैतिक जिम्मेदारी गृह मंत्री अमित शाह को लेनी चाहिए।

पहलगाम में कैसे आए आतंकी?

उन्होंने कहा, ‘राजनाथ सिंह जी ने बहुत सी सूचनाएं दी, लेकिन रक्षा मंत्री होने के नाते यह नहीं बताया कि पहलगाम में आतंकी कैसे आ गए? आतंकवादियों ने कैसे वहां पहुंचकर लोगों की हत्या की?’

उनका कहना था, ‘विपक्ष का कर्तव्य है कि हम देशहित में सवाल पूछें। देश यह जानना चाहता है कि पांच आतंकवादी कैसे घुसे? उन आतंकवादियों का मकसद जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को तबाह करना और देश में सांप्रदायिक वातावरण को पैदा करना था।’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘100 दिन बीत गए, लेकिन पांच आतंकियों को पकड़ा नहीं जा सका। ऐसा क्यों हैं? यह देश जानना चाहता है।’

गोगोई की मांग गृह मंत्री लें सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी

उन्होंने कहा, ‘आपने कहा कि अनुच्छेद 370 के जाने के बाद जम्मू-कश्मीर आइए और लोग आए, लेकिन जब लोग आतंकवादियों की गोलीबारी में घायल हुए तो एक घंटे एंबुलेंस पहुंचने में लग गए।’’ गोगोई का कहना था, ‘उप राज्यपाल (मनोज सिन्हा) ने सुरक्षा चूक की जिम्मेदारी ली है। लेकिन यह जिम्मेदारी गृह मंत्री को लेनी चाहिए।’

उन्होंने दावा किया कि यह सरकार इतनी ‘कमजोर और बुजदिल’ है कि पहलगाम हमले के बाद टूर ऑपरेटर को दोष दिया कि उनकी वजह से इतनी बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए। गोगोई ने आरोप लगाया, ‘‘इस सरकार में अहंकार आ गया है।’

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री जी, (हमले के बाद) आप सऊदी अरब से लौटकर आए तो आपको पहलगाम जाना चाहिए था, लेकिन आपने बिहार जाकर चुनावी भाषण दिया। अगर कोई पहलगाम गया तो वो हमारे नेता राहुल गांधी थे।’ इस पर सदन में सत्तापक्ष की तरफ से टोका-टोकी शुरू हो गई। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने गोगोई से कहा कि वह सदन में तथ्यात्मक बातें रखें।

कांग्रेस नेता ने कहा कि उरी हमले के बाद सरकार की तरफ से जो बातें की गई थीं, वही बातें अब की गईं हैं।

आज नहीं तो कब लेंगे पीओके?

गोगोई ने कहा, ‘यह (रक्षा मंत्री) कहते हैं कि हमारा मकसद युद्ध नहीं था, क्यों नहीं था, यह होना चाहिए था। अगर पीओके आज नहीं लेंगे तो कब लेंगे?’ उन्होंने प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) अनिल चौहान के एक बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘‘हमारे पास 35 राफेल विमान हैं, अगर इनमें से कुछ गिरे तो मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ा नुकसान है।’

गोगोई ने कहा कि जो सरकार ‘चीन को लाल आंख दिखाने’ की बात करती है, उस चीन का नाम तक रक्षा मंत्री ने अपने भाषण में नहीं लिया।

उन्होंने कहा, ‘जब पूरा देश और विपक्ष प्रधानमंत्री के साथ खड़ा था तो अचानक युद्धविराम क्यों हुआ? अगर पाकिस्तान घुटनों पर था तो आप क्यों झुके? आप किसके सामने झुके?’

ट्रंप के बयान का उल्लेख

कांग्रेस नेता ने कहा कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 26 बार कहा है कि उन्होंने व्यापार की बात करके युद्ध रुकवाया। उन्होंने कहा, ‘राजनाथ सिंह बताएं कि कितने विमान गिरे। यह सच्चाई सिर्फ देश की जनता को नहीं, बल्कि जवानों को भी मिलनी चाहिए।’

गोगोई ने कहा, ‘सरकार सच्चाई से डरे नहीं। देश और विपक्ष पहले भी साथ खड़ा था और आज भी खड़ा है। हम सरकार के दुश्मन नहीं हैं। हम अपने देश के जवानों के पक्ष में खड़े हैं। आप हमें सच्चाई बताइए।’उन्होंने कहा, ‘अपेक्षा थी कि गृह मंत्री नैतिक जिम्मेदारी लेंगे, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जिम्मेदारी लेंगे और प्रधानमंत्री यह बताएंगे कि ऑपरेशन सिंदूर क्यों रोका गया।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को सच्चाई सामने रखनी चाहिए।

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