नाबालिग गैंगरेप  मामले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति समेत तीनों दोषियों को आजीवन कारावास की हुई  सजा 

नाबालिग गैंगरेप  मामले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति समेत तीनों दोषियों को आजीवन कारावास की हुई  सजा

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया, सेंट्रल डेस्‍क:

चित्रकूट नाबालिग गैंगरेप केस में गायत्री प्रसाद प्रजापति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है. गायत्री प्रजापति को गुरुवार को दोषी ठहराया गया था. पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति समेत तीनों आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा हुई है. वहीं दो-दो लाख का जुर्माना भी लगाया गया है.

जानकारी के मुताबिक, गायत्री प्रसाद प्रजापति, अशोक तिवारी और आशीष शुक्ला को आजीवन कारावास की सजा हुई है. तीनों लोग गैंगरेप और पॉक्सो एक्ट की धाराओं में दोषी पाए गए थे. इस मामले में विकास वर्मा, अमरेंद्र सिंह उर्फ पिंटू, चंद्रपाल, रूपेश्वर उर्फ रूपेश बरी किया गया था.गायत्री प्रजापति पर क्या थे आरोप?

समाजवादी सरकार में गायत्री प्रसाद प्रजापति खनन मंत्री रह चुके हैं. गायत्री और छह अन्य लोगों पर चित्रकूट की एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी संग गैंगरेप का आरोप लगाया था. महिला का कहना था कि वह मंत्री गायत्री प्रजापति से मिलने उनके आवास पर पहुंची थी. जिसके बाद मंत्री और उनके साथियों ने उसको नशा दे दिया और नाबालिग बेटी के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया. शिकायत के बाद गायत्री प्रजापति की तरफ से परिवार को धमकी देने की बात भी सामने आई थी.

परिवार को FIR दर्ज कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटाना पड़ा था. सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद गायत्री प्रजापति के खिलाफ गौतमपल्ली में एफआईआर हुई थी. फिर गायत्री प्रजापति और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था.

यह भी पढ़ें

Raghunathpur:लच्छीपुर  डीह बाबा के स्थान पर 24 घण्टे का महाष्टयाम शुरू

बिहार में चार हजार महिलाओं ने लिखी बदलाव की कहानी,कैसे?

आज गर्भवती महिलाओं को लगाया जाएगा कोविड का टीका

17 नवंबर को कचनार गांव जाएंगे पूर्व डीजीपी गुप्‍तेश्‍वर पांडेय

बिहार में पांच दिनों का देसी फूड फेस्टिवल,क्या है खास?

परिंदा 8925 किलोमीटर उड़कर अफ्रीका से हिमाचल पहुंचा.

Leave a Reply

error: Content is protected !!