किसी भी कीमत पर ईरान सरेंडर नहीं करेगा- अयातुल्ला अली खामेनेई

किसी भी कीमत पर ईरान सरेंडर नहीं करेगा- अयातुल्ला अली खामेनेई

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow
1001467106
1001467106
previous arrow
next arrow

ईरान-इजरायल युद्ध में अमेरिका के कूदने की अटकलों के बीच ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने दो टूक कहा है कि उनका देश किसी भी कीमत पर सरेंडर नहीं करेगा। राष्ट्रीय टेलीविजन पर खामेनेई ने देश के नाम राष्ट्रीय संबोधन में कहा कि ईरान हरगिज आत्मसमर्पण नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि ईरान की जनता अपने शहीदों के खून को कभी नहीं भूलेगी। उन्होंने कहा कि देश की हवाई सीमा का उल्लंघन करने वालों को कभी माफ नहीं किया जाएगा।

खामेनेई ने यह भी कहा कि अगर अमेरिका ने इस्लामी गणराज्य के दुश्मनों का साथ दिया तो उसे भी गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। खामेनेई ने कहा, “अमेरिकियों को पता होना चाहिए कि संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा किसी भी सैन्य हस्तक्षेप से उसे अपूरणीय क्षति उठानी होगी।”

अमेरिका को होगी अपूरणीय क्षति: खामेनेई

ईरान के सर्वोच्च नेता ने बुधवार को अमेरिका को चेतावनी दी कि इस्लामी गणराज्य को निशाना बनाकर किए जा रहे इजराइली हमलों में शामिल होने से ‘उसे अपूरणीय क्षति होगी।’ खामेनेई की यह टिप्पणी एक सरकारी टेलीविजन के एंकर द्वारा पढ़ी गई जबकि उस दौरान स्क्रीन पर खामेनेई की तस्वीर दिखाई देती रही। यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि 86 वर्षीय खामेनेई खुद स्क्रीन पर क्यों नहीं दिखाई दिए क्योंकि शुक्रवार को इजराइली हमले शुरू होने के बाद वह एक बार टीवी स्क्रीन पर दिखाई दिए हैं।

ट्रंप ने कहा था बिना शर्त करें सरेंडर

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक दिन पहले ही ईरान को ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ करने के लिए कहा था। ट्रंप ने अयातुल्ला अली खामेनेई को चेतावनी दी थी कि वह जानते है कि ईरान के सर्वोच्च नेता कहां छिपे हैं। ट्रंप ने एक ‘पोस्ट’ में ईरान से ‘‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’’ करने का आह्वान किया था। ट्रंप ने कहा कि खामेनेई को मारने की उनकी ‘‘कम से कम फिलहाल कोई योजना’’ नहीं है।

इजरायल ने तेज किए हमले

इसके एक दिन बाद ईरान की तरफ से ये बयान आया है। इस बीच, बुधवार सुबह इजराइल ने ईरान की राजधानी पर हवाई हमले तेज कर दिए। इजरायल ने तेहरान के एक अन्य क्षेत्र पर हमले की चेतावनी जारी की थी, जिसके बाद ये हमले किये गये। क्षेत्र में अनिश्चितता का माहौल है और इजरायल द्वारा ईरान के सैन्य एवं परमाणु ठिकानों को निशाना बनाकर किये जा रहे हवाई हमलों के छठे दिन तेहरान में रह रहे ज्यातार लोग अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं। अमेरिका ने पश्चिम एशिया में युद्धक विमान भेजे हैं।

ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला खामेनेई ने बुधवार को अपने एक मैसेज में कहा कि हम सरेंडर नहीं करेंगे। खामेनेई ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को चेतावनी देते हुए कहा, ‘अगर इजराइल के खिलाफ जंग में अमेरिकी सेना ने दखल दिया, तो अंजाम बुरा होगा।’

खामेनेई का यह मैसेज ईरान की नेशनल टीवी पर प्रेजेंटर ने पढ़ा। खामेनेई ने कहा, ‘जो लोग ईरान का इतिहास जानते हैं, उनको पता है कि ईरानी किसी की धमकियां नहीं सुनता। इजराइल ने बहुत बड़ी गलती की है और उसे इसकी सजा मिलेगी। ईरान थोपी गई शांति या युद्ध को नहीं मानेगा।’

दूसरी तरफ, ट्रम्प ने ईरान पर हमले की संभावना को लेकर कहा, ‘मैं क्या एक्शन लूंगा, एक्शन लूंगा भी या नहीं, ये सिर्फ मुझे पता है।’ व्हाइट हाउस में मीडिया ने जब उनसे पूछा कि खामेनेई ने सरेंडर से इनकार किया है तो ट्रम्प ने कहा- गुड लक।

दरअसल, ट्रम्प ने मंगलवार को खामेनेई से सरेंडर करने की मांग की थी। उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर लिखा- अनकंडीशनल सरेंडर (बिना शर्त सरेंडर)। एक पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘ईरान के आसमान पर हमारा कब्जा है। हम जानते हैं कि सुप्रीम लीडर कहां छिपा है, लेकिन हम उसे मारेंगे नहीं।’

इसके कुछ देर बाद खामेनेई ने X पर पोस्ट के जरिए इजराइल के खिलाफ जंग का ऐलान किया था। उन्होंने लिखा- हम आतंकी इजराइल को कड़ा जवाब देंगे। उन पर कोई दया नहीं दिखाएंगे। जंग शुरू होती है। इस ऐलान के बाद ईरान ने इजराइल पर 25 मिसाइलें दागीं।

ईरान में अब तक करीब 600 लोगों की मौत ईरान और इजराइल के बीच 13 जून से संघर्ष जारी है। वॉशिंगटन स्थित एक ह्यूमन राइट्स ग्रुप ने दावा किया है कि ईरान में मौत का आंकड़ा अब 585 हो चुका है। 1,326 लोग घायल हुए हैं।

ईरानी सरकार ने आखिरी बार सोमवार को बताया था कि 230 ईरानी मारे गए हैं और 1,277 घायल हैं। ईरान के जवाबी हमले में कम से कम 24 इजराइली नागरिक मारे गए हैं।

ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में ईरान-इजराइल संघर्ष को लेकर कई बातें कहीं।

  1. ईरान के पास कोई एयर डिफेंस सिस्टम नहीं है। वह पूरी तरह से रक्षाहीन है।
  2. ईरान की सरकार अमेरिका से बातचीत करना चाहती है। ईरानी अधिकारियों ने मुझसे बात की और कहा कि वे व्हाइट हाउस आना चाहते हैं।
  3. ईरान को ‘बिना शर्त आत्मसमर्पण’ के लिए मानने का मतलब है हार मान लेना। वह हार मान लेगा और हम वहां मौजूद सभी परमाणु हथियारों को खत्म कर देंगे।
  4. ईरान 40 सालों से अमेरिका को मौत, इजराइल को मौत की धमकी दे रहा है। वे स्कूली बदमाश थे। हालांकि, अब वे बदमाश नहीं हैं।
  5. हम लंबे समय तक युद्ध नहीं चाहते। मैं सिर्फ एक चीज चाहता हूं- ईरान के पास परमाणु हथियार न हो।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!