कुवि के पूर्व छात्र डॉ. अरविन्द कुमार हरियाणा विज्ञान रत्न पुरस्कार 2022 के लिए चयनित
श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर स्लोगन लेखन प्रतियोगिता आयोजित
श्रीनारद मीडिया, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक, हरियाणा
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र डॉ. अरविन्द कुमार को हरियाणा सरकार द्वारा हरियाणा विज्ञान रत्न पुरस्कार 2022 के लिए चुना गया है। इस उपलब्धि के लिए कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने भावनगर, सीएसआईआर के सीनियर प्रिंसिपल साइंटिस्ट व कुवि के पूर्व छात्र डॉ. अरविंद कुमार को बधाई देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मान मिलना बडे़ गर्व की बात है।
उन्होंने कहा कि यहां के पूर्व इस शैक्षणिक संस्थान के ब्रांड एम्बेस्डर है जो शिक्षा, ज्ञान, विज्ञान, शोध एवं अनुसंधान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर गौरवान्वित करने का कार्य करते हैं। इस उपलब्धि के लिए कुवि कुलसचिव डॉ. वीरेन्द्र पाल ने भी डॉ. अरविन्द कुमार को बधाई दी।
उल्लेखनीय है कि डॉ. अरविन्द कुमार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के रसायन विभाग के एमएससी एवं पीएचडी के छात्र रहे हैं। इस अवसर पर रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. जीपी दुबे व केयू डीन साइंस प्रो. संजीव अरोड़ा ने भी इस उपलब्धि पर डॉ. अरविन्द कुमार को बधाई दी।
लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. महासिंह पूनिया ने बताया कि हरियाणा राज्य विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा वर्ष 2022, 2023 और 2024 के लिए हरियाणा विज्ञान रत्न और युवा विज्ञान रत्न अवार्ड्स घोषित किये गए हैं। हरियाणा राज्य विज्ञान, नवाचार और प्रौद्योगिकी परिषद के महानिदेशक राजीव रतन द्वारा प्राप्त पत्र के अनुसार राज्य सरकार ने अप्रैल में हरियाणा के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में आयोजित चयन समिति की सिफारिशों के आधार पर पुरस्कार विजेताओं के नामों को अंतिम रूप दिया है।
उन्होंने बताया कि वैज्ञानिक डॉ. अरविन्द कुमार को हरियाणा राज्य विज्ञान, नवाचार एवं प्रौद्योगिकी परिषद की ओर से प्रशंसा एवं प्रोत्साहन स्वरूप 5 लाख रुपए का नकद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र एवं ट्रॉफी देकर निकट भविष्य में राज्य स्तरीय समारोह में सम्मानित किया जाएगा।
श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय में विश्व तंबाकू निषेध दिवस पर स्लोगन लेखन प्रतियोगिता आयोजित
नशा शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के लिए गंभीर चुनौती बना: प्रो. धीमान।
श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय में बुधवार को विश्व तंबाकू निषेध दिवस के उपलक्ष्य में अगद तंत्र विभाग द्वारा स्लोगन लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में विश्वविद्यालय के विभिन्न कक्षाओं से 60 से अधिक विद्यार्थियों ने भाग लिया और तंबाकू के दुष्प्रभावों के खिलाफ जागरूकता फैलाने वाले रचनात्मक स्लोगन प्रस्तुत किए।
इस दौरान कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान और कुलसचिव प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह तोमर ने आयोजन स्थल का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया।
प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कुलपति प्रो. धीमान ने कहा कि तंबाकू और नशे की लत आज के युवाओं के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर चुनौती बन चुकी है। आयुष पद्धति स्वस्थ जीवन की राह दिखाती है और हमें विद्यार्थियों को इसके प्रति सजग करना चाहिए। ऐसी प्रतियोगिताएं न केवल ज्ञानवर्धक हैं,बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की प्रेरणा भी देती हैं।
अगद तंत्र विभाग की सहायक प्रोफेसर डॉ. अंशुल ने बताया कि प्रतियोगिता के मूल्यांकन के लिए आयुर्वेद अध्ययन एवं अनुसंधान संस्थान के प्राचार्य प्रो.वैद्य देवेंद्र खुराना,प्रो. शीतल सिंगला और डॉ. मनीषा खत्री की तीन सदस्यीय समिति बनाई गई है,जो विजेताओं का चयन करेगी। चयनित प्रतिभागियों को शीघ्र ही प्रमाण-पत्र और पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों में तंबाकू के खिलाफ जन जागरूकता पैदा करना और उन्हें नशा मुक्त समाज की दिशा में सहभागी बनाना था।
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