इंस्टाग्राम वीडियो से जाना- मुंगेर में सस्ता बिकता है हथियार, पंजाब से खरीदने आए तो पहुंच गए जेल
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:
हथियार खरीदने पंजाब से पहुंचे मुंगेर* पंजाब के तस्करों ने मुंगेर के हथियार सप्लायर को ऑनलाइन उसके खाते पर पैसा पेमेंट किया. पंजाब के तस्करों ने 64 हजार में दो पिस्टल व चार मैगजीन और 12 हजार में 14 कारतूस खरीदा था.सोशल मीडिया पर ट्रोल वीडियो से उन्हें जानकारी मिली थी और मुंगेर से उन्होंने हथियार खरीदे थे. हथियार डिलिंग में मुंगेर के ई-रिक्शा चालक का मेन रोल था. जिसे अब पुलिस ढूंढ रही है. पिस्टल और कारतूस खरीदकर ऑनलाइन किया पेमेंट गिरफ्तार पंजाब राज्य के गुमरुदासपुर जिला के शेखवा थाना क्षेत्र के खान प्यारा गांव निवासी सतनाम सिंह का पुत्र मंजोत सिंह एवं निर्मल सिंह का पुत्र परगट सिंह है.
जिन्होंने पुलिस को बताया कि उसने 32-32 हजार रूपया में दो पिस्टल व चार मैगजीन खरीदा था. जबकि 12 हजार में 14 जिंदा कारतूस की खरीदारी की थी. उसने हथियार देने वाले के खाते में 64 हजार और कारतूस उपलब्ध कराने वाले को 12 हजार रूपए ऑनलाइन उसके खाते में पेमेंट किया.सोशल मीडिया पर मिली जानकारी और हथियार खरीदने पहुंच गया मुंगेर तस्करों ने बताया कि हथियार रखने का उसे शौक था, लेकिन पंजाब में हथियार का लाइसेंस मिलने में पेंच फंस गया था. जिसके कारण वह मुंगेर से हथियार खरीद कर वहां शौकिया तौर रखने के लिए ले जा रहा था. न तो हथियार यहां से ले जाकर बेचना उसका मकसद था और न ही उसका कोई दुश्मन था जिसको मारने के लिए यहां से हथियार खरीद कर ले जा रहा था.
दोनों ने बताया कि वो खेती-बाड़ी करते हैं. सोशल मीडिया पर वीडियो देख पहुंचा था हथियार खरीदने
गिरफ्तार मंजोत सिंह ने बताया कि उसने सोशल मीडिया पर हथियारों से जुड़ा मुंगेर का वीडियो देखा था. जिससे उसे पता चला कि मुंगेर में सस्ते दर पर और बढ़िया किस्म का पिस्टल और अन्य हथियार मिलता है. वीडियो देखने के बाद उसे लगा कि वह भी मुंगेर से हथियार खरीद कर लाए और पंजाब से उसने मुंगेर आने के लिए ट्रेन पकड़ लिया. यहां से हथियार लेकर कार रिजर्व कर पटना जाता और वहां से ट्रेन पकड़ कर पंजाब जाता, लेकिन पुलिस ने पकड़ लिया.टोटो चालक और मोंटी व अन्य को ढूंढ रही पुलिस गिरफ्तार मंजोत व परगट ने बताया कि वह ट्रेन से पटना उतरा था. पटना से उसने कार बुक किया और मुंगेर के सितारिया चौक पर उतरा. जहां पास के ही होटल में उसने एक कमरा किराया पर लिया.
उसने बताया कि वह चार-पांच दिनों से यहां ठहरा हुआ था. आस-पास के कई लोगों से उसने हथियार खरीदने की मंशा जाहिर किया था. लेकिन कोई व्यक्ति उसे नहीं मिला. इस दौरान वह गंगा स्नान करने लगाया और एक दिन मां चंडिका स्थान में पूजा अर्चना की. कई टोटो पर दोनों ने यात्रा किया. इसी दौरान एक टोटो चालक से उसने हथियार खरीदने की इच्छा जाहिर किया. टोटो चालक ने दोनों को हथियार दिलाने का भरोसा दिया और अपने मोबाइल नंबर दोनों ने एक-दूसरे को दिए.
टोटो चालक ने कमीशन लेकर हथियार सप्लायर से मिलवाया शनिवार को टोटो चालक दोनों को ले जाकर नयारामनगर थाना क्षेत्र के मस्जिद मोड़ निवासी मो. आलम से मिलाया. जिसके बाद मोंटी व आलम ने मिलकर दोनों को हथियार दिलाया. जिसका भुगतान ऑनलाईन खाते पर किया गया. जबकि टोटो चालक को भी मंजोत ने खाते पर तीन हजार रूपया कमीशन दिया. आलम ने दीपक व मंगल नामक युवक से 14 जिंदा कारतूस दिलाया. उसे भी ऑनलाइन पैमेंट किया गया. सभी का मोबाइल नंबर मंजोत के मोबाइल में है. जिसके बाद पुलिस टोटो चालक, मोंटी, दीपक व मंगल को ढूढ़ने में लग गयी है.
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