माफिया डॉन मुख्तार अंसारी अस्पताल में भर्ती

माफिया डॉन मुख्तार अंसारी अस्पताल में भर्ती

०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow
०१
WhatsApp Image 2023-11-05 at 19.07.46
priyranjan singh
IMG-20250312-WA0002
IMG-20250313-WA0003
previous arrow
next arrow

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

मुख्तार अंसारी की बांदा जेल में देर रात हालत बहुत ज्यादा बिगड़ गई। बांदा जेल से उसे जिला हॉस्पिटल मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। लेकिन हालात ज्यादा बिगड़ने पर उसे ICU में वेंटीलेटर पर रखा गया है। जेल विभाग ने रात में ही मुख्तार के घर वालों सूचना भेजने के लिए पुलिस को पत्र भेज दिया था। मुख्तार की स्थिति काफी नाजुक बताई जा रही है। अंसारी ने कोर्ट में लिखित बयान के जरिए आरोप लगाया था की उसको स्लो पॉयजन यानी धीमा जहर दिया जा रहा है और उसकी तबियत दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है। जेल प्रशासन ने इस आरोप का खण्डन किया था। अंसारी के वकीलों ने अनहोनी की आशंका व्यक्त की है। फिलहाल अंसारी का इलाज जारी है।

यूरिनल इंफेक्शन से परेशान है मुख्तार

सूत्रों के मुताबिक, मुख्तार बीते तीन दिनों से यूरिनल इंफेक्शन से परेशान था. उसे रात में एक बजे मुख्तार अंसारी को जिला अस्पताल में शिफ्ट किया गया था. डॉक्टर्स ने शुरुआती जांच के बाद सर्जरी रिकमेंड की थी, जिसके बाद मुख्तार को सर्जिकल इंटरवेंशन के लिए आईसीयू में शिफ्ट किया गया है.

जेल में स्लो पॉइजन देने का लगाया था आरोप 

अफजाल अंसारी ने दावा किया कि 21 मार्च को बाराबंकी की एक अदालत में एक मामले की सुनवाई के दौरान मुख्तार के वकील ने याचिका दायर की थी, जिसमें कहा था कि उनके मुवक्किल को जेल में स्लो पॉइजन दिया गया था, जिसकी वजह से उनकी तबीयत बिगड़ती जा रही है. बता दें कि मऊ से कई बार विधायक रह चुके मुख्तार अंसारी कई मामलों में सजा काट चुके हैं और फिलहाल यूपी की बांदा जेल में बंद हैं.

सोमवार की देर रात को जब मुख्तार की तबीयत खराब हुई तो जेल प्रशासन ने आनन-फानन में चिकित्सकों को बुलाया गया. जांच-पड़ताल करने के बाद मुख्तार अंसारी को मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराने की सलाह दी गई है. जिसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच मुख्तार को मेडिकल कॉलेज के आईसीयू में भर्ती कराया गया है. बता दें कि अभी कुछ दिन पहले ही मुख्तार अंसारी ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उन्हें जेल में बेहतर सुविधा नहीं मिली रही है. साथ ही उन्होंने बांदा जेल में किसी अनहोनी की आशंका जताते हुए अपनी जान का खतरा भी बताया था

मुख़्तार अंसारी ने अपने वकील अधिवक्ता रणधीर सिंह सुमन के जरिए जज कमलकांत श्रीवास्तव के समक्ष प्रार्थना पत्र भी दिया था. 19 मार्च को दिए गए प्रार्थना पत्र में कहा गया है कि जेल में मुख़्तार अंसारी को जो भोजन दिया गया था, उसमे कुछ विषाक्त पदार्थ था. जिसे खाने के बाद मुख्तार को घबरात होने लगी और हाथ-पैर ठन्डे पड़ गए, लगा कि तुरंत मृत्यु हो जाएगी.

Leave a Reply

error: Content is protected !!