मुफ्फसिल में मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़, 5 तस्कर गिरफ्तार
खगड़िया में गंगा किनारे से भारी मात्रा में हथियार और इक्विपमेंट बरामद
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:

बिहार के खगड़िया पुलिस ने अवैध हथियार निर्माण और तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। एसपी राकेश कुमार के निर्देश पर मुफ्फसिल थाना पुलिस, डीआईयू, एसटीएफ और आर्म्स सेल की एक संयुक्त टीम ने मंगलवार को मथार बहियार स्थित गंगा नदी के किनारे एक चलती हुई मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया। इस दौरान मौके से भारी मात्रा में हथियार और उन्हें बनाने के उपकरण बरामद किए गए, साथ ही पाँच हथियार तस्करों को भी गिरफ्तार किया गया।
एसपी राकेश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह फैक्ट्री ग्रामीण इलाके में पुलिस की नजरों से दूर रहकर लंबे समय से सक्रिय थी। पुलिस टीम लगातार इनकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी। गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस संयुक्त छापेमारी में पांचों तस्करों को रंगे हाथ पकड़ा गया। सभी एक संगठित गिरोह के सदस्य गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों की पहचान मो. तबरेज उर्फ तम्मों, मो. रिंकू उर्फ फैयाज, मो. आफताब आलम, मो. वसीम और उमेश कुमार यादव के रूप में हुई है।
ये सभी मुंगेर जिले के मिरजापुर वरदह गांव के निवासी बताए गए हैं। पुलिस के अनुसार, ये सभी एक संगठित गिरोह के सदस्य हैं जो खगड़िया सहित कई जिलों में हथियारों की आपूर्ति करते थे। कई प्रकार के अवैध हथियार और निर्माण उपकरण जब्त किए छापेमारी के दौरान पुलिस ने मिनी गन फैक्ट्री से कई प्रकार के अवैध हथियार और निर्माण उपकरण जब्त किए। इनमें देसी पिस्टल, देसी कट्टा, खाली मैगजीन, बेस मशीन, ड्रिल मशीन, हथौड़ा, साइकिल का फोक, बारीक पार्ट्स बनाने वाले विशेष उपकरण और हथियार तैयार करने की अर्ध-निर्मित सामग्री शामिल है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ ऐसे तकनीकी उपकरण भी मिले हैं, जिनका उपयोग हथियारों को मॉडिफाई करने और उन्हें फायरिंग योग्य बनाने में किया जाता था। SP ने आगे बताया कि शुरुआती पूछताछ में यह संकेत मिले हैं कि यह गिरोह आसपास के जिलों और पड़ोसी राज्यों में भी हथियारों की आपूर्ति करता था। पुलिस इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए आगे की जांच कर रही है। पुलिस ने सभी में प्राथमिकी दर्ज कर ली है और इनके पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की पड़ताल की जा रही है।
कई अन्य संदिग्धों की भी पहचान की गई है, जिनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है कौन-कौन अधिकारी थे शामिल? इस संयुक्त अभियान में निम्न अधिकारियों और जवानों की अहम भूमिका रही—सहायक थानाध्यक्ष अमरजीत प्रताप सिंहसिपाही पंकज कुमारडीआईयू टीमएसटीएफ पटनाआर्म्स सेल, खगड़ियावहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में एएसपी सह सदर डीएसपी-I मुकुल कुमार रंजन ने भी पूरे ऑपरेशन का विस्तृत विवरण साझा किया।
स्थानीय लोगों में चर्चा, पुलिस की कार्यशैली की सराहना मिनी गन फैक्ट्री के भंडाफोड़ की खबर फैलते ही स्थानीय इलाके में सनसनी फैल गई है।ग्रामीणों ने पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना की है और कहा कि इससे क्षेत्र में होने वाली अवैध गतिविधियों पर लगाम लगेगी।पुलिस का दावा है कि जिले में किसी भी कीमत पर अवैध हथियार को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा और ऐसे गिरोहों के खिलाफ लगातार अभियान जारी रहेगा।
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