आतिशबाजी में 3 दर्जन से अधिक लोग झुलसे:सभी का बेतिया GMCH में कराया गया इलाज, कई बच्चे भी शामिल
श्रीनारद मीडिया, स्टेट डेस्क:

दीपावली की रात बेतिया में आतिशबाजी के दौरान 36 से अधिक लोग झुलस गए। सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक इन सभी को बेतिया जीएमसीएच में भर्ती कराया गया। घायलों में बच्चे और युवा दोनों शामिल हैं, जिनके हाथ-पैर और चेहरे पर चोटें आई हैं,अस्पताल प्रशासन ने इमरजेंसी वार्ड में देर रात तक विशेष चिकित्सा व्यवस्था बनाए रखी।
अस्पताल के रिकॉर्ड के मुताबिक, घायलों में इंदिरा चौक के मनोज महतो (35), नौतन पुरंदरपुर के रीकेश यादव (35), कमलनाथ नगर के मनीष कुमार (32), मच्छरगांवा के विशाल कुमार (29), नौतन के हिमांशु कुमार (12) और बैरिया की तनया कुमारी (12) जैसे नाम शामिल हैं।अस्पताल सूत्रों के मुताबिक, दीपावली की रात जीएमसीएच में कुल 75 से अधिक मरीजों का इलाज किया गया। इनमें आतिशबाजी से झुलसे लोगों के अलावा मारपीट और सड़क हादसों के घायल भी शामिल थे।
पहले से की गई थी तैयारी
जीएमसीएच के उपाधीक्षक डॉ. दिवाकांत मिश्र ने बताया कि त्योहार के मद्देनजर पहले से ही तैयारियां कर ली गई थीं। अस्पताल के सी ब्लॉक की पांचवीं मंजिल पर 12 बिस्तरों का एक विशेष बर्न वार्ड स्थापित किया गया था, जहां प्रशिक्षित डॉक्टरों और नर्सों की टीम तैनात थी। डॉ. मिश्र ने यह भी बताया कि अतिरिक्त दवाइयों, ड्रेसिंग सामग्री और बिस्तरों की व्यवस्था आपात स्थितियों से निपटने के लिए पहले ही कर ली गई थी।
8 गंभीर मरीजों का चल रहा इलाज सूत्रों के अनुसार, लगभग 40 मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि 8 गंभीर रूप से झुलसे मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। अधिकतर मामलों में पटाखे फटने, रॉकेट और अनार से लगी आग के कारण चोटें आईं। कई बच्चों के चेहरे और हाथों पर जलन की शिकायत दर्ज की गई।
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार झुलसे मरीजों की संख्या अधिक रही, जो दीपावली के दौरान आतिशबाजी में बढ़ती लापरवाही की ओर इशारा करता है।
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