सीमा सिंह के कारण बिना लड़े एक सीट हार गया NDA,कैसे?

सीमा सिंह के कारण बिना लड़े एक सीट हार गया NDA,कैसे?

बिहार की ‘Sunny Leone’, के कारण एक सीट हार गया NDA

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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बिहार चुनाव से पहले ही एनडीए को एक सीट का नुकसान हो गया। छपरा जिले के मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन रद्द कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि नामांकन पत्रों की जांच के दौरान दस्तावेजों में खामियां पाई गईं, जिसके कारण निर्वाचन पदाधिकारी ने उनका नामांकन रद्द कर दिया है। एनडीए की सहयोगी चिराग पासवान की लोजपा-आर ने उन्हें मढ़ौरा सीट से सीमा को प्रत्याशी घोषित किया था। लेकिन सियासत में कदम रखने से पहले ही सीमा सिंह हिट विकेट हो गई हैं। जो चिराग की पार्टी और एनडीए दोनों के लिए झटका है।

कौन हैं सीमा सिंह?

आपको बता दें सीमा सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की डांसिंग क्वीन कही जाती हैं। अपनी ग्लैमरस अदाओं और अदाकारी के लिए जानी जाती हैं। उन्हें भोजपुरी की सनी लियोनी भी कहते हैं। भोजपुरी स्टार एक्टर निरहुआ के साथ भी सीमा ने काम किया है। वे निरहुआ की सुपरहिट फिल्म ‘निरहुआ रिक्शेवाला’ नाम की फिल्म में ‘मिसिर जी तू तो बाड़ बड़ा ठंडा’ नाम के गाने से काफी चर्चा में आई थी। जिसमें उनके डांस ने धमाल मचा दिया था। इस गाने को लोगों को काफी पसंद किया था। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की रहने वाली सीमा ने नवादा जिले के सौरव सिंह से शादी की है।

भोजपुरी इंडस्ट्री में उनके तड़क-भड़क वाले गाने और ग्लैमर का सिक्का अभी भी चलता है। उनके गाने और डांस अक्सर सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं। उन्होंने 600 से अधिक फिल्मों में आइटम डांस किया है। वे भोजपुरी फिल्मों के अलावा हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, बंगाली और राजस्थानी फिल्मों में आइटम डांस कर चुकी हैं। सीमा की हिट भोजपुरी फिल्मों में ‘हम दो अंजाने’ (2011), ‘छोड़ब ना संग तोहार’ और ‘हिम्मतवाला’ जैसी फिल्में शामिल हैं।

हाल ही में उन्होने ग्लैमर की दुनिया से सियासत में कदम रखा था। चिराग की पार्टी लोजपा-आर से मढ़ौरा सीट पर टिकट भी मिल गया था। लेकिन अब नामांकन रद्द होने से विधायक बनने का सपना जरूर टूट गया।

आपको बता दें मढ़ौरा से लोजपा (रा) प्रत्याशी और अभिनेत्री सीमा सिंह समेत 4 लोगों का शनिवार को नामांकन रद्द हुआ है। जिसमें सीमा के अलावा बसपा से आदित्य कुमार,जदयू से बागी व निर्दलीय अल्ताफ़ आलम राजू, विशाल कुमार निर्दलीय का नाम शामिल है। 6 नवंबर को पहले चरण के चुनाव के लिए वोटिंग होगी।

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एनडीए गठबंधन को बड़ा झटका लगा है. छपरा जिले की मढ़ौरा विधानसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन रद्द कर दिया गया है. निर्वाचन अधिकारियों ने जांच के दौरान उनके दस्तावेजों में गड़बड़ी पाई, जिसके बाद उनका नामांकन अमान्य घोषित कर दिया गया. चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने सीमा सिंह को इस सीट से प्रत्याशी बनाया था, लेकिन नामांकन रद्द होने से एनडीए की चुनावी रणनीति को नुकसान पहुंचा है.

नामांकन रद्द होने के बाद यह सीट अब एनडीए के लिए चुनौती बन गई है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मढ़ौरा जैसे अहम निर्वाचन क्षेत्र में प्रत्याशी का बाहर होना न केवल गठबंधन के समीकरणों को प्रभावित करेगा बल्कि विपक्ष को भी हमले का मौका देगा.

कौन हैं सीमा सिंह?

सीमा सिंह भोजपुरी सिनेमा की लोकप्रिय अभिनेत्री और मशहूर डांसिंग क्वीन के रूप में जानी जाती हैं. अपने दमदार डांस और ग्लैमरस अंदाज़ के कारण उन्हें भोजपुरी इंडस्ट्री की सनी लियोनी भी कहा जाता है. उन्होंने सुपरस्टार दिनेश लाल यादव ‘निरहुआ’ के साथ कई फिल्मों में काम किया है, जिनमें ‘निरहुआ रिक्शेवाला’ के गाने “मिसिर जी तू तो बाड़ बड़ा ठंडा” से उन्हें जबरदस्त पहचान मिली. इस गाने ने उन्हें घर-घर में मशहूर कर दिया था.

प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली सीमा सिंह की शादी बिहार के नवादा जिले के सौरव सिं से हुई है. उनका फिल्मी करियर बेहद लंबा और विविध रहा है. उन्होंने भोजपुरी के अलावा हिंदी, मराठी, गुजराती, तमिल, बंगाली और राजस्थानी फिल्मों में भी आइटम डांस किए हैं.

सीमा अब तक 600 से अधिक फिल्मों में काम कर चुकी हैं और उनके कई गाने सोशल मीडिया पर अक्सर वायरल होते रहते हैं. उनकी प्रमुख फिल्मों में “हम दो अंजाने” (2011), “छोड़ब ना संग तोहार” और “हिम्मतवाला” जैसी हिट फिल्में शामिल हैं.

सिनेमा से सियासत तक

हाल ही में सीमा सिंह ने ग्लैमर की दुनिया से राजनीति में कदम रखा था. उन्हें चिराग पासवान की पार्टी लोजपा (रामविलास) ने मढ़ौरा सीट से उम्मीदवार घोषित किया था. लेकिन नामांकन में हुई तकनीकी खामियों के चलते उनका चुनाव लड़ने का सपना अधूरा रह गया. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि सीमा का नामांकन रद्द होना लोजपा-आर के लिए शुरुआती चुनावी झटका है, जिससे एनडीए की रणनीति पर असर पड़ सकता है.

 

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