मशरक की खबरें ः  अनियंत्रित हाईवा ने इलाज कराने जा रहे मां बच्चे को कुचला, बच्चें की मौत

मशरक की खबरें ः  अनियंत्रित हाईवा ने इलाज कराने जा रहे मां बच्चे को कुचला, बच्चें की मौत

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श्रीनारद मीडिया‚ विक्की बाबा‚ मशरक‚ सारण (बिहार)

सारण जिले के मशरक सहाजितपुर सड़क पर मशरक थाना क्षेत्र के मदारपुर गांव में शनिवार को अनियंत्रित हाईवा ट्रक ने बच्चे का इलाज कराने जा रहे मां और बच्चे को कुचल फरार हो गया जिसमें बच्चे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान मदारपुर गांव निवासी इरसाद अंसारी का 2 वर्षीय पुत्र एहसान अंसारी के रूप में हुई। सड़क दुघर्टना में बच्चे की मौत की खबर सुनकर आक्रोशित ग्रामीणों ने सड़क पर सीमेंट का बोल्डर रख जाम कर दिया। मौके पर पहुंचे प्रशिक्षु दारोगा आशुतोष कुमार और मधु कुमारी ने दल बल के साथ पहुंच आक्रोशित ग्रामीणों को सरपंच दीपक सिंह, समाजसेवी सेराज अहमद की मौजूदगी में समझा बुझाकर शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेज दिया और मामले में जांच पड़ताल शुरू कर दिया है। घटना में मृतक के परिजनों ने बताया कि मां बच्चे को लेकर सहाजितपुर में चिकित्सक से दिखानें जा रही थी उसी में सड़क किनारे ऑटो का इंतजार करने लगी उसी दौरान अनियंत्रित हाईवा ने दोनों को कुचल दिया जिसमें बच्चे की मौत हो गई।

 

मशरक थाना में लगा जनता दरबार, पहुंचे फरियादी

श्रीनारद मीडिया‚ विक्की बाबा‚ मशरक‚ सारण (बिहार)

सारण जिले के मशरक थाना परिसर में हर शनिवार को लगने वाले जनता दरबार का आयोजन किया गया। जनता दरबार की अध्यक्षता सीओ रविशंकर पांडेय और थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने किया। मौके पर राजस्व अधिकारी श्वेता श्री, प्रशिक्षु दारोगा आशुतोष कुमार,अंचल निरीक्षक महेंद्र राम ने जनता दरबार मे आए फरियादियों की फरियाद को सुना और कारवाई की गई। अंचल निरीक्षक महेंद्र राम ने बताया कि जिलाधिकारी सारण के आदेशानुसार भूमी सबधी विवादों के निपटारे को लेकर जनता दरबार आयोजन किया गया जिसमें 8 नया मामला सामने आया जिस पर सुनवाई करते हुए 3 मामले का निष्पादन कर दिया। वही पहले से 7 मामले लंबित हैं जिस पर सुनवाई करते हुए 5 मामले का निपटारा कर दिया गया वही बचें सभी मामलों पर जांच-पड़ताल की जा रही है अगले जनता दरबार मे निपटारा किया जाएगा।

 

 

रोजगार के लिए परेशान हैं मनरेगा मजदूर, गांवों में गरज रही है जेसीबी मशीन

श्रीनारद मीडिया‚ विक्की बाबा‚ मशरक‚ सारण (बिहार)

मशरक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के गांवों मे संपर्क मार्ग निर्माण की बात हो या अमृत सरोवर की खुदाई मजदूरों के स्थान पर जेसीबी से धरल्ले से कराई जा रही है। रात के अंधेरे में चल रही जेसीबी मशीन गरीबों के हक की मजदूरी छीन रही है। गरीब ग्रामीणों को रोजगार और रोटी देने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही मनरेगा योजना जिम्मेदारों की मनमानी की भेंट चढ़ गई है। यहां देर रात संपर्क मार्ग निर्माण में जेसीबी मशीन से खोद कर मिट्टी डाली जा रही जबकि नियमानुसार यह काम गांव के मनरेगा जॉब कार्ड धारकों के माध्यम से होना चाहिए था।एक तरफ सरकार ने ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों को रोजगार के लिए महानगरों की ओर प्लान ना करें उसके लिए ग्रामीणों को रोजगार गारंटी योजना के तहत रोजगार मुहैया करवाया जा रहा है। किंतु इस योजना में भी ग्राम पंचायतों के जिम्मेदार इस आपदा को अवसर बनाकर अपनी तिजोरी तो भर ही रहे हैं ।वही बेरोजगार ग्रामीणों के हक पर डाका डालते हुए उनसे रोजगार भी छीन रहे हैं। जिसके चलते मजदूरों को रोजगार से वंचित रहना पड़ रहा है। वही मनरेगा अधिकारी अपना स्वार्थ साधते हुए शासन के नियमों का उल्लंघन भी कर रहे हैं। हालांकि रात के अंधेरे में या दिन के उजाले में दबंगई से काम कराए जाने को लेकर ग्रामीणों में खासा आक्रोश है।जनप्रतिनिधि रात के अंधेरों में ही प्रशासनिक अधिकारियों की आंखों में धूल झोंकने को आमादा है और अपने कारनामों को अंजाम दे रहे है। अब देखना यह है कि मशरक प्रखंड के पंचायतों में मनरेगा मजदूरों के हकमारी पर सबधित अधिकारी कब संज्ञान लेते हैं?

 

महिला व दो बेटियों के साथ की गई मारपीट,घायल ने दिया थाना पुलिस को आवेदन, प्राथमिकी दर्ज

श्रीनारद मीडिया‚ विक्की बाबा‚ मशरक‚ सारण (बिहार)

मशरक थाना क्षेत्र के दुमदुमा गांव में अकेली महिला और दो बेटियों के साथ मारपीट की गई । जिसमे घायल द्वारा थाना पुलिस को आवेदन दिया है दिए आवेदन पर थाना पुलिस प्राथमिकी कर ली है दर्ज प्राथमिकि में घायल महिला मीरा देवी पति मनोज रावत ने बताया कि उसके पति बाहर रहकर मजदूरी करते है वही महिला घर मे अकेली है उसके पटिदार संतु रावत पिता स्वर्गिय शिवपूजन राउत गाली गलौज करते हुए मारपीट करने लगें जिसमें बचाने आई दो बेटियों को राधा कुमारी और प्रियंका कुमारी ने घायल हो गई जिसका इलाज मशरक स्वास्थ्य केंद्र में किया गया। वही मारपीट के दौरान महिला को मंगलसूत्र व बच्चीयों को सोना के टॉप छिन लिया गया ।मामले में थाना पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर जांच पड़ताल कर रही है।

 

मशरक में निजी विद्यालयों में छात्रों को परिवहन सेवा देने के नाम पर जिंदगी से खिलवाड़,प्रशासन मौन

श्रीनारद मीडिया‚ विक्की बाबा‚ मशरक‚ सारण (बिहार)


मशरक प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न निजी विद्यालयों में अच्छी शिक्षा के नाम पर अभिभावकों का आर्थिक शोषण और ऊपर से उनके बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। कुछ महीनों पहले निजी विद्यालय में खटारा बस को मासूम बच्चों से धक्का लगाने का विडियो वायरल हुआ था वहीं अब एक स्कूल बस में पीछे का शीशा नही होने और बस धरल्ले से सड़कों पर दौड़ने का विडियो फिर से वायरल हो रहा है। विडियो देखने से लगता है कि परिवहन विभाग यातायात जिम्मेदारियों को भूल गयी है। यही कारण है कि स्कूली बच्चों के जीवन से कब खिलवाड़ हो जाए कहा नहीं जा सकता है। मशरक प्रखंड के विभिन्न गांवों में अवस्थित निजी विद्यालयों की बात करें तो गिनती के विद्यायलों के ही वाहन मानकों को पूरा करते हैं। बिना सुरक्षा शीशा लगें वस से विद्यालयों के बच्चे जान जोखिम में डाल वाहनों से रोजाना घर से स्कूल आ जा रहे हैं। मामले में एक निजी विद्यालय के शिक्षक के अनुसार बच्चों को स्कूल लाने, ले जाने के लिए दो तरह के वाहन चलते हैं। एक तो विद्यालय द्वारा उपलब्ध कराया जाता है। दूसरा विद्यालय से अलग वाहन चालक अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों की जिम्मेदारी उठाते हैं। जो वाहन विद्यालय में चलते हैं, इनमें से भी कई के फिटनेस नहीं हैं। कई वाहनों के चालकों के पास पुराना लाइसेंस नहीं है। कुछ विद्यालयों में तो पुरानी बसें भी चल रही हैं। मशरक के एक प्रतिष्ठित विद्यालय के सामने कुछ वाहन ऐसे भी थे जो बच्चों के बैग वाहनों की छत से बच्चों से ही उतरवा रहे थे। सड़क पर बैटरी चलित तीन पहिया गाड़ी भी मिली, जिसका अगले हिस्से को शीशा गायब था। तीन पहिया आटो भी दिखाई पड़ा उसमें ठूंस ठूंसकर बच्चे भरे थे। पिछली सीट पर ही छह बच्चों को बैठाया गया था। वही निजी विद्यालयों में तों बोलेरो और छोटे मैजिक वाहन में बच्चों को ठूंस ठूंसकर भर कर लाया और ले जाया जा रहा है। मामले में यातायात नियमों के जानकार ने बताया कि विद्यालयों को हर साल वाहनों की फिटनेस करानी चाहिए। चालक के पास लगभग पांच साल पुराना लाइसेंस हो। वाहन पीले रंग से रंगा हो। दोनों तरफ विद्यालय का नाम अंकित होना चाहिए। पीछे चालक का नाम व मोबाइल अंकित हो। सबसे अहम बात वाहन की सीट क्षमता से डेढ़ गुना अधिक बच्चों को ही बैठा सकते हैं। इससे अधिक बैठाना गलत होगा और पकड़े जाने वाहन सीज किए जा सकते हैं।

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