हमें ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए किसी ने नहीं कहा- पीएम मोदी
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
संसद का मॉनसून सत्र जारी है। मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर पर दोनों सदन (लोकसभा और राज्यसभा) में जोरदार हंगामा हुआ। लोकसभा में पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया के किसी भी नेता ने ऑपरेशन सिंदूर को रोकने के लिए नहीं कहा।
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष और विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर निशाना साधा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि किसी भी देश के किसी भी नेता ने भारत से ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा था। हमने पहले दिन से ही कहा था कि हमारी कार्रवाई कोई उग्र कार्रवाई नहीं थी। दुनिया के किसी भी नेता ने हमसे ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा था।
पीएम मोदी ने कहा कि 9 मई की रात को अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने मुझसे बात करने की कोशिश की। उन्होंने एक घंटे तक कोशिश की, लेकिन मैं सुरक्षा बलों के साथ बैठक में व्यस्त था। बाद में उन्होंने मुझे बताया कि पाकिस्तान एक बड़े हमले की योजना बना रहा है। मेरा जवाब था कि अगर पाकिस्तान का यही इरादा है, तो उसे इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
भारत ने तीन बिंदुओं पर निर्णय ले लिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से यह स्पष्ट होता है कि भारत ने तीन बिंदुओं पर निर्णय ले लिया है।
- पहला- यदि भारत पर कोई आतंकवादी हमला होता है, तो हम अपने तरीके से, अपनी शर्तों पर और अपने समय पर जवाब देंगे।
- दूसरा- अब कोई परमाणु ब्लैकमेल काम नहीं करेगा।
- तीसरा- हम आतंकवाद का समर्थन करने वाली सरकारों और आतंकवाद के मास्टरमाइंड को अलग-अलग नहीं देखेंगे।
पाकिस्तान के कई एयरबेस आईसीयू में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत ने साबित कर दिया है कि परमाणु ब्लैकमेलिंग अब काम नहीं आएगी और न ही भारत इस परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे झुकेगा। पाकिस्तान के एयरबेस और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है और आज तक उनके कई एयरबेस आईसीयू में हैं।
सेना ने आतंकी ठिकानों को तबाह किया
पीएम मोदी ने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया गया। कोई सोच भी नहीं सकता कि कोई वहां तक पहुंच सकता है। बहावलपुर, मुरीदके को भी जमींदोज कर दिया गया है। हमारी सेना ने आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया।
पाकिस्तान के सीने पर सटीक वार
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने पाकिस्तान की परमाणु धमकी को झूठा साबित कर दिया है। भारत ने साबित कर दिया है कि अब परमाणु ब्लैकमेलिंग नहीं चलेगी और न ही भारत इस परमाणु ब्लैकमेलिंग के आगे झुकेगा। भारत ने अपनी तकनीकी क्षमता का परिचय दिया है। उसने पाकिस्तान के सीने पर सटीक वार किया है। पाकिस्तान के एयरबेस और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है और आज की तारीख में उनके कई एयरबेस ICU में हैं। यह तकनीक आधारित युद्ध का युग है।
भारत ने पाकिस्तान की हथियार प्रणाली की पोल खोल दी
पीएम ने कहा कि अगर हमने पिछले 10 सालों में की गई तैयारियों को पूरा नहीं किया होता, तो हम कल्पना कर सकते हैं कि तकनीक के इस युग में हमें कितना नुकसान हो सकता था। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पहली बार दुनिया ने आत्मनिर्भर भारत की ताकत को पहचाना। भारत में बने ड्रोन, मिसाइलों ने पाकिस्तान की हथियार प्रणाली की पोल खोल दी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा करते हुए साफ कर दिया कि भारत अब आतंकवाद और परमाणु धमकियों के आगे नहीं झुकेगा। उन्होंने बताया कि कैसे 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले का जवाब भारत ने सिर्फ 22 मिनट में सटीक हमलों के जरिए दिया।
इस दौरान पीएम मोदी ने भारत के प्रति दुनिया के समर्थन को लेकर भी काफी बातें कही। उन्होंने कहा कि दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से रोका नहीं। पीएम मोदी ने उन तीन देशों का भी अपने भाषण में जिक्र किया, जिसने पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था। उन्होंने कहा कि 193 देशों में से सिर्फ 3 देशों ने ही पाकिस्तान के समर्थन में बयान दिया था। उन्होंने कहा कि QUAD हो या BRICS, दुनियाभर से भारत को समर्थन मिला है।
पहला देश- तुर्किए
पहलगाम हमले के बाद भारत की कार्रवाई और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान तुर्किए ने लगातार पाकिस्तान का समर्थन किया था। इस दौरान पाकिस्तान द्वारा भारत में हमला करने की कोशिश के दौरान जो ड्रोन छोड़े जा रहे थे, वे तुर्किए द्वारा ही पाकिस्तान को मुहैया कराए गए थे।
इतना ही नहीं, तुर्किए ने ड्रोन के अलावा मिसाइल और पनडुब्बी तक की मदद भी पाकिस्तान को पहुंचाई थी। तुर्किए के इस रवैये के बाद भारत में लगातार विरोध हुआ और लोगों ने तुर्किए का खुलकर बॉयकोट किया। बता दें, पिछले कई सालों से कश्मीर के मुद्दे पर भी तुर्किये ने पाकिस्तान की पैरवी की है।
दूसरा देश- अजरबैजान
ऑपरेशन सिंदूर के बाद तुर्किए के अलावा एक और देश पाकिस्तान का हमदर्द बना हुआ था। यह देश भारत से करीब 2900 किलोमीटर दूर, ईरान का पड़ोसी और सोवियत संघ के विघटन के बाद बना मुल्क अजरबैजान है।
भारत ने जब पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों का सफाया किया तो अजरबैजान ने भी पाकिस्तान को रोने के लिए अपना कंधा दिया। इस देश ने भारत के सैन्य हमले की निंदा की और पाकिस्तान के साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़े रहने की बात कही।
तीसरा देश- चीन
भारत के ऑपरेशन सिंदूर के दौरान चीन ने पाकिस्तान का समर्थन किया था। इस ऑपरेशन के दौरान, भारत ने पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की थी, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने चीन से मदद मांगी थी।
दोनों देशों के संघर्ष के दौरान चीन ने पाकिस्तान को खुफिया जानकारी, हथियार और रणनीतिक सहायता प्रदान की थी। भारतीय सेना ने भी बताया था कि इस ऑपरेशन में भारत एक नहीं बल्कि, तीन दुश्मनों का सामना कर रहा था। सेना ने बाताय था कि चीन ने पाकिस्तान को लाइव डेटा उपलब्ध कराए थे।