नुसरत भरूचा ने बोल्ड सीन से पहले यूं निकाला डर

नुसरत भरूचा ने बोल्ड सीन से पहले यूं निकाला डर

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

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बॉलीवुड एक्ट्रेस नुसरत भरूचा इन दिनों अपनी ओटीटी पर रिलीज हुई फिल्म ‘छोरी-2’ को लेकर सुर्खियों में हैं। नुसरत भरूचा ने सिनेमा जगत में अपने करियर की शुरुआत साल 2006 में आई फिल्म ‘जय संतोषी मां’ के साथ की थी। लेकिन उन्हें एक अलग पहचान मिली साल 2011 में आई कार्तिक आर्यन की फिल्म ‘प्यार का पंचनामा’ के जरिए। फिल्म हिट रही और इसका दूसरा पार्ट भी आया जिसे फैंस को बेशुमार प्यार दिया, लेकिन क्या आप जानते हैं कि PKP-2 में नुसरत का जो बिकिनी वाला सीन था, उसे लेकर वह कम्फर्टेबल नहीं थीं।

नुसरत भरूचा ने किया था यह प्रयोग

लेकिन क्योंकि उन्हें ऑन स्क्रीन यह शॉट देना था, तो ऐसे में इस डर से उबरने के लिए उन्होंने एक तरीका सोचा। वह एक सोलो ट्रिप पर गईं जहां उन्होंने सुबह से लेकर रात तक बिकिनी पहनी, वो भी तीन दिनों तक। यह वो प्रयोग था जिसके चलते उनका ऑन स्क्रीन बिकिनी पहनने को लेकर डर निकल गया। नुसरत भरूचा ने हटरफ्लाई के साथ बातचीत में कहा, “मेरे लिए हमेशा से ऐसा रहा है कि मैं असल जिंदगी में जो करती हूं और जो मैंने अनुभव किया है, मैं उसे स्क्रीन पर भी कर सकती हूं। क्योंकि मेरे पास उस चीज का असल जिंदगी का अनुभव है।”

बिकनी शॉट में आ रही थी ये दिक्कत

नुसरत भरूचा ने बताया, “और क्योंकि मैंने बिकिनी भी नहीं पहनी थी। तो यह मेरे लिए बहुत बड़ी प्रॉब्लम थी, मैंने कहा, लव सर, प्रॉब्लम यह है कि मैं इसमें सहज महसूस नहीं करूंगी। अगर मैं इसे पहन भी लूंगी तो भी मैं अनकम्फर्टेबल हो जाऊंगी। तो, यही आपका शॉट है। मैं इसे लेकर कैसे आश्वस्त हो सकती हूं? मुझे ऐसा करने के अंदर से तैयार होना होगा। मैंने अभी तक इसे स्वीकार नहीं किया है। और मुझे इसे करने के लिए इसे पहले इसे एक्सपीरियंस करने की जरूरत है। ताकि मैं इसे वास्तविकता के साथ स्वीकार करके कर पाऊं।”

दूसरे दिन बिकिनी के बारे में भूल गई

नुसरत भरूचा ने बताया कि वह विदेश में एक सोलो ट्रिप पर निकल गईं, क्योंकि भारत में मुंबई के अंदर कोई सचमुच सहज होकर बिकिनी पहनकर घूम नहीं सकता है। एक्ट्रेस ने बताया कि उन्हें अपना खुद का मन बदलना था और अपनी सोच में यह चीज डालनी थी कि वह बिकिनी पहनकर बहुत आराम से यहां-वहां घूम सकती हैं। नुसरत भरूचा ने बताया, “दूसरे दिन, मैं यह भूल ही गई कि मैंने बिकिनी पहनी हुई है। यह मेरे लिए पूरी तरह सामान्य हो चुका था। यह मेरे लिए सामान्य हो गया कि हां, मैंने बिकिनी पहनी है।”

जान बूझकर सिर्फ बिकिनी पहने रही

नुसरत भरूचा बोलीं कि उस दिन मैंने खुद को समझा लिया, “मैं एक औरत हूं। तो इसमें दिक्कत क्या है? सुबह से लेकर रात तक, मैंने जान बूझकर बस बिकिनी पहनी। ताकि अपने दिमाग में अपनी सोच और मानसिकता को बदल सकूं।”

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