ऑपरेशन सिंदूर को एक महीना पूरा हुआ
श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क
कब से कब तक आयोजित होगा अभ्यास
यह अभ्यास भारतीय वायुसेना नियमित तैयारियों का एक हिस्सा है, जो सीमा क्षेत्र के निकट हवाई क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा। NOTAM के अनुसार, 7 जून को दोपहर 3.30 बजे शुरू होगा और अगले दिन 8 जून को रात 8.30 बजे समाप्त होगा।
पीएम मोदी का बयान
बता दें, ऑपरेशन सिंदूर को एक महीने हो चुका है और पाकिस्तान अभी तक इसके सदमे से बाहर नहीं आया है। 6 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से ठीक एक महीने पहले, 6 मई की रात पाकिस्तान के आतंकियों पर कयामत बरसी थी। उन्होंने कहा, “अब ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनते ही पाकिस्तान को अपनी शर्मनाक हार याद आएगी। यह ऑपरेशन भारत की सैन्य ताकत और आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस का प्रतीक है।”
भारत ने पाकिस्तान पर क्या-क्या कार्रवाई की?
- 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 23 अप्रैल को भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया।
- यह संधि 1960 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुई थी, जिसमें सिंधु नदी के पानी का बंटवारा हुआ था।
- सिंधु जल संधि के अनुसार, पाकिस्तान को नदी का 80% पानी मिलता था।
- संधि निलंबित करने के बाद पाकिस्तान में पानी की कमी होने लगी।
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत
पहलगाम में आतंकवादियों ने 22 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी। इस हमले में आतंकियों ने भारतीय हिन्दू पुरुषों को निशाना बनाया था। भारत ने इस हमले का जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद के साथ द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) को ठहराया था। आतंकी हमले के बाद भारत ने 6 और 7 मई की रात 1.05 बजे से लेकर 1.30 तक ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। ऑपरेशन सिंदूर 2016 सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 बालाकोट एअरस्ट्राक के बाद भारत का आतंकियों पर तीसरा बड़ा हमला था।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर भारतीय सेना की तरफ यह बताया गया था कि उसने पाकिस्तान में मुजफ्फराबाद, मुरीदके, मुजफ्फराबाद, कोटली समेत नौ स्थलों पर स्थित आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया था।अब पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की अगुआई में एक विशेष दल अमेरिका, रूस जैसे तमाम देशों की यात्रा पर निकला है। यह दल अपने साथ एक डोजियर भी विदेशी सरकारों, मीडिया व थिंक टैंक के समक्ष पेश कर रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर में नष्ट हुए पाकिस्तान के छह लड़ाकू एवं एक सी-130 विमान
भारतीय वायुसेना के आंकड़ों के विश्लेषण से पता चला है कि भारत की क्रूज एवं सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों ने पाकिस्तानी वायुसेना के छह लड़ाकू विमानों, दो अन्य अहम विमानों, 10 से अधिक अनमैन्ड काम्बैट एरियल व्हीकल (यूसीएवी), एक सी-130 परिवहन विमान के साथ कई क्रूज मिसाइलों को नष्ट कर दिया। हालांकि, भारतीय वायुसेना अभी भी संघर्ष के दौरान एकत्रित भारी मात्रा में आंकड़ों का विश्लेषण कर रही है।
भारतीय सेना ने पाकिस्तान के अंदरूनी इलाकों में किया हमला
सीजफायर को लेकर पाकिस्तान ने साध ली चुप्पी
अब पाकिस्तान स्वयं स्वीकार कर रहा है कि भारतीय हमले से यह सुरक्षित नहीं है। माना जा रहा है कि इन सुरक्षित व सैन्य रणनीति के लिए बेहद महत्वपूर्ण समझे जाने वाले ठिकानों पर पर हमले के बाद ही पाकिस्तान ने अमेरिका से गुहार लगाई कि भारत के साथ जल्द से जल्द सीजफायर कराया जाए। भारत ने वैसे इस डोजियर पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
वजह यह बताया जा रहा है कि इसमें बहुत सारी सूचनाएं साफ तौर पर झूठी हैं। मसलन, एक जगह यह कहा गया है कि भारत ने अफगानिस्तान तक मिसाइल से हमला किया है। इस बात से अफगानिस्तान सरकार भी इनकार कर चुकी है और भारत भी।
पाकिस्तान ने भारतीय हमले के बाद अपनी कार्रवाई को भी खूब बढ़ा चढ़ा कर पेश किया है। इसमें फिर से भारतीय वायु सेना के तीन राफेल विमान और एक-एक मिग-29, सुखोई-30 और आदमपुर व भूज में तैनात एस-400 बैट्री सिस्टम को निशाना बनाने की बात कही गई है।
बयास और नागरोटा स्थित ब्रह्मोस स्टोरेज सुविधा को बर्बाद करने का भी दावा किया गया है। यह दावा भी किया गया है कि पाकिस्तान सेना की तरफ से भेजे गये ड्रोन भारत के प्रमुख शहरों व राजनीतिक भवनों के उपर मंडराते रहे। भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर हमले को लेकर जिस तरह से वीडियो व सैटेलाइट तस्वीरों को सबूत के तौर पर पेश किया था, वैसा पाकिस्तानी डोजियर में नहीं है। हमले से जुड़ी ज्यादातर तथ्य ग्राफिक्स के जरिए पेश किये गये हैं। जबकि कई विदेशी समाचार माध्यमों ने अभी अपनी रिपोर्ट में भारतीय हमले से तबाह पाकिस्तान सैन्य अड्डों की सबूत प्रकाशित किये हैं।
भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर किए थे हमले
भारतीय सेना की तरफ से दी गई सूचना के मुताबिक पहलगाम हमले के बाद जवाबी कार्रवाई करते हुए भारत ने 6-7 मई, 2025 को ऑपरेशन सिंदूर लॉंच किया था। इसमें पाकिस्तान के बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद, कोटली, रावलकोट, चकस्वारी, भीमबेड़ और चकवाल स्थित आतंकी संगठन लश्करे-तैयबा के आतंकी प्रशिक्षण केंद्रों पर हमला किया गया।
अगले दिन जब पाकिस्तान ने भारतीय शहरों व सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की तो भारत ने नूर खान, मुरीद, सरगोधा, भोलारी, स्कारू, जकोबाबाद समेत कुछ अन्य शशहरो में स्थिति पाकिस्तानी वायु सेना व सैन्य अड्डों को निशाना बनाया गया।