त्रिनिदाद व टोबैगो में पीएम मोदी का भोजपुरी में हुआ संबोधन

त्रिनिदाद व टोबैगो में पीएम मोदी का भोजपुरी में हुआ संबोधन

श्रीनारद मीडिया सेंट्रल डेस्क

180 वर्षों से सात समुंदर पार कैरिबियन समुद्र में स्थित द्वीप खंड त्रिनिदाद व टोबैगो में रहने वाले भारतवंशियों के समक्ष एक तरफ पीएम नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक स्तर पर भारतीय इकोनमी की बढ़ती ताकत के बारे में विस्तार से बताया तो दूसरी तरफ भारत के साथ उनके सांस्कृतिक व धार्मिक संबंधों को लेकर अपनी संवेदनशीलता को प्रकट किया।

सदियों बीत जाने के बावजूद जिस तरह इस द्वीप में रहने वाले भारतवंशी भगवान राम और रामचरितमानस से जुड़े हए हैं उस बारे में पीएम मोदी ने कहा कि, ‘एक सौ अस्सी साल बीतल हो, मन न भुलल हो, भजन राम के, हर दिल में गूंजल हो।’ पीएम मोदी अपने साथ सरयू नदी का जल, राम मंदिर की कलाकृति ले कर गये हैं, जिसे पीएम विसेसर को भेंट किया और कहा कि, “सरयू जी और पवित्र संगम का ये जल, आस्था का अमृत है। ये वो प्रवाहमान धारा है, जोहमारे मूल्यों को..हमारे संस्कारों को हमेशा जीवंत रखती है।’

अयोध्या व राम मंदिर का किया जिक्र

अपने अंदाज में पीएम मोदी ने यहां के लोगों को अयोध्या व नवनिर्मित राम मंदिर के बारे में यह कह कर संदेश दिया कि ‘राम धामदा पुरी सुहावनि। लोक समस्त बिदित अति पावनि।।’ पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत की प्रगति की कोई सीमा नहीं है। जल्द ही भारत दुनिया की तीन सबसे बड़ृी अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा, एआई, सेमीकंडक्टर, क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे नये क्षेत्र भारत की आर्थिक प्रगति को और तेज करेंगे।

पांच देशों की यात्रा पर निकले पीएम मोदी गुरुवार को देर रात पीयारको अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (पोर्ट ऑफ स्पेन) पहुंचे। 42 फीसद भारतवंशियों की आबादी वाले इस देश में यह वर्ष 1999 के बाद किसी भारतीय पीएम की यात्रा है। वहां पहुंचने के कुछ ही देर बाद मोदी ने एक सार्वजनिक समारोह में भारतवंशियों को संबोधित किया। जहां पीएम कमलाप्रसाद विसेसर, उनके कैबिनेट के सभी सहयोगियों व अन्य गणमान्य स्थानीय वासी उपस्थित थे।

सर्वोच्च नागरिक सम्मान से सम्मानित

  • इस कार्यक्रम में पीएम बिसेसर ने भारतीय प्रधानमंत्री को वहां का सबसे बड़ा नागरिक सम्मान द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ द त्रिनिदाद व टोबैगो देने का एलान किया। इसके पहले पीएम मोदी घाना में थे जहां भी उन्हें घाना सरकार ने अपने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया था। पीएम बिसेसर के बारे में पीएम मोदी ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री कमला जी के पूर्वज बिहार के बक्सर में रहा करते थे। कमला जी वहां जाकर भी आई हैं। लोग इन्हें बिहार की बेटी मानते हैं।’
  • इस क्रम में आगे उन्होंने कहा कि, ‘यहां उपस्थित अनेक लोगों के पूर्वज बिहार से ही आए थे। बिहार की विरासत.. भारत के साथ ही दुनिया का भी गौरव है। लोकतंत्र हो, राजनीति हो, कूटनीति हो, हायर एजुकेशन हो.. बिहार ने सदियों पहले दुनिया को ऐसे अनेक विषयों में नई दिशा दिखाई थी। मुझे विश्वास है, 21वीं सदी की दुनिया के लिए भी बिहार की धरती से, नई प्रेरणाएं, नए अवसर निकलेंगे।’ पीएम मोदी के इस वक्तव्य को बिहार के आगामी चुनाव से जोड़ कर देखा जा सकता है।
  • आगे मोदी ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली इकोनमी है। यह जल्द ही दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाएगी। इस विकास का फायदा उनको मिल रहा है जिन्हें इसकी सबसे ज्यादा जरूरत थी। विश्व बैंक ने कहा है कि भारत ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाला है। आज भारत अवसरों की जमीन है। कारोबार, पर्यटन, शिक्षा, हेल्थकेयर हर क्षेत्र में भारत बहुत कुछ दे सकता है। इसके साथ ही उन्होंने त्रिनिदाद व टोबैगो में रहने वाले छठी पीढ़ी के भारतवंशियों को ओसीआई कार्ड भी देने का ऐलान किया।

प्रधानमंत्री के रूप में नरेन्द्र मोदी भले ही त्रिनिदाद और टोबैगो की पहली अधिकारिक यात्रा पर पहुंचे हैं, लेकिन इस धरती से उनका संबंध पुराना है। 25 वर्ष पहले पीएम मोदी भाजपा महासचिव के रूप में इस द्वीप राष्ट्र की यात्रा पर गए थे।

तब वहां विश्व हिंदू सम्मेलन को संबोधित करते हुए विश्व कल्याण का संदेश दिया था। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो की दो दिवसीय यात्रा पर पहुंचे हैं। इसके साथ ही न सिर्फ मोदी, बल्कि उनकी राजनीतिक यात्रा के साथियों की स्मृति में वर्ष 2000 का विश्व हिंदू सम्मेलन ताजा हो उठा है।

भाजपा के महासचिव के रूप में पहुंचे थे मोदी

दरअसल, पोर्ट ऑफ स्पेन के कैस्केडिया होटल में सनातन धर्म महासभा द्वारा आयोजित सम्मेलन में भाजपा के महासचिव के रूप में मोदी ने भाग लिया था। उस सम्मेलन में दुनिया भर से 1,000 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए, जिसका विषय था- ‘आत्म-मुक्ति और विश्व कल्याण’।

उन्होंने ‘आत्मानम मोक्षार्थम जगत हिताय च’ के प्राचीन ज्ञान पर केंद्रित मुख्य भाषण दिया। भारतीय प्रवासियों के भीतर एकता और सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के महत्व पर जोर दिया था। उन्होंने नेताओं को व्यक्तिगत महत्वाकांक्षाओं से ऊपर समाज की उन्नति को रखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला था।

इसके बाद बने थे गुजरात के सीएम

  • बताया जाता है कि अशोक सिंहल को दर्शकों से यह कहते हुए सुना गया था कि ‘वह संघ का शेर है!’ कुछ ही महीनों बाद नवंबर 2000 में मोदी को भाजपा के संगठन प्रभारी महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया। अगले वर्ष उन्हें गुजरात का मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया था।
  • उस कार्यक्रम में त्रिनिदाद और टोबैगो के तत्कालीन प्रधानमंत्री बासदेव पांडे, आरएसएस सरसंघचालक के. सुदर्शन, स्वामी चिदानंद सरस्वती और अशोक सिंहल जैसे प्रमुख व्यक्ति शामिल हुए थे। उस समय भी नरेन्द्र मोदी ने कैरिबियन में रहने वाले भारतीय प्रवासियों के साथ एक मजबूत संबंध स्थापित किया था। उन्होंने त्रिनिदाद के गांवों का दौरा किया, स्थानीय भारतीय समुदाय से मुलाकात की।
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