प्रोफेसर डाक्टर शरदिंदु कुमार त्रिपाठी को बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय में मिली बड़ी जिम्मेवारी
-गांव गलियों से चलकर प्रोफेसर डाक्टर शरदिंदु कुमार त्रिपाठी ने विद्वता के क्षेत्र में बनाई अपनी राष्ट्रिय पहचान
-BHU में बने संस्कृत विभाग और भारत अध्यन केंद्र के समन्वयक
– शुभचिंतको द्वारा बधाईयो का ताता
श्रीनारद मीडिया, सीवान (बिहार):

बिहार राज्य के गोपालगंज जिले हथुआ प्रखंड के अटवाँ दुर्ग गांव के रहने वाले स्वर्गीय अचलदेव तिवारी के पुत्र डाक्टर शरदिंदु कुमार त्रिपाठी शुरू से ही काफी मेधावी रहे है .
शरदिंदु त्रिपाठी गांव की गालियो से बाहर निकलकर बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में अपने कठिन परिश्रम और अपने गुरु के आशीर्वाद से देश के नामी और प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय BHU में संस्कृत विभाग के प्रोफेसर के पद को पाकर अपने गांव सहित जिले और राज्य के नाम को रौशन किया .

डाक्टर शरदिंदु कुमार त्रिपाठी शुरू से ही अध्यात्मिक विचारधारा के व्यक्ति रहे है उनका मन शुरू से ही साहित्य के एक रिसर्चर के रूप में रहा है उनके द्वारा लिखी गई कई किताबे आज राष्ट्रिय स्तर पर शिक्षा की अलख जगा रही है .
अपने मेधा के दम पर उनको शिक्षा के क्षेत्र में कई सारे राष्ट्रिय अवार्ड / पुरस्कार भी मिल चुके है . अब उनको BHU में संस्कृत विभाग कोर्डिनेटर के साथ- साथ भारत अध्यन केंद्र के कोर्डिनेटर बनने से क्षेत्र के लोगो में काफी ख़ुशी देखी जा रही है .
बहुत हि जल्द आप सभी दर्शको के बिच हम डाक्टर शरदिंदु कुमार त्रिपाठी की सफलता की कहानी का वीडियो आप सभी के बिच लेकर आएगे .
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